Quick Fact Check : राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के पुराने वीडियो को गलत संदर्भ में किया जा रहा वायरल

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक पुराने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। इस भ्रामक दावे के अनुसार, अशोक गहलोत जुम्मे की नमाज पढ़कर बाहर निकल रहे हैं। हमारी पड़ताल में ये दावा पूरी तरह गलत पाया गया है। विश्वास न्यूज़ ने पहले भी इस वीडियो की पड़ताल करके खबर पब्लिश की थी। हमने पड़ताल में पाया था कि ये वीडियो दो साल पुराना है। ये वीडियो 2019 का है, जब राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत डूंगरपुर जिले के एक दरगाह में गए थे।

क्या हो रहा है वायरल

राघवेंद्र पुरोहित नाम के फेसबुक यूजर ने अपनी पोस्ट में लिखा कि जुम्मे की नमाज पढ़कर बाहर निकलते हुए अशोक गहलोत जी। इस पोस्ट के साथ एक वीडियो है। 49 सेकंड के इस वीडियो में सीएम अशोक गहलोत किसी मुसलिम धार्मिक स्थान से बाहर आते हुए दिखाई दे रहे हैं। ये पोस्ट 26 मई, 2021 को शेयर किया गया है। इस पोस्ट पर अब तक 4 यूजर्स ने कमेंट किया है और एकं बार इसको शेयर किया जा चुका है।

इस पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।

इसी तरह की भ्रामक पोस्ट ट्विटर पर भी देखी जा सकती हैं।

पड़ताल

अशोक गहलोत का ये पुराना वीडियो फिर से वायरल किया गया है। हमने इसकी पहले भी पड़ताल की थी। हमारी पड़ताल में पता चला था कि वायरल वीडियो जनवरी 2019 का है। यह वीडियो अशोक गहलोत के डूंगरपुर दौरे का है। अपने दौरे के दौरान राजस्थान के सीएम डूंगरपुर जिले में स्थित गलियाकोट भी गए थे। इस दौरान यहां पर उन्होंने कुछ मंदिरों में पूजा-अर्चना भी की थी। इसके अलावा वे डूंगरपुर में स्थित पीर फखरूद्दीन की दरगाह पर भी गए थे। इसी दौरान का ये वीडियो है। इसी को गलत संदर्भ में वायरल किया जा रहा है।
यही वीडियो नवंबर, 2020 में भी वायरल हुआ था। इसी को लेकर विश्वास न्यूज ने विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की थी। ये रिपोर्ट 18 नवंबर, 2020 को पब्लिश की गई थी। पूरी रिपोर्ट को नीचे पढ़ा जा सकता है।

हमने भ्रामक पोस्ट करने वाले फेसबुक यूजर की जांच की। राघवेंद्र पुरोहित नाम के फेसबुक यूजर के 4957 फेसबुक फ्रेंड हैं।

निष्कर्ष – हमारी पड़ताल में पता चला है कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के पुराने वीडियो को गलत संदर्भ में पेश करके फिर से वायरल किया जा रहा है। यह साल 2019 का वीडियो है, जब सीएम डूंगरपुर में एक दरगाह गए थे।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट