Quick Fact Check : राष्‍ट्रपति की पुरानी तस्‍वीरें एक बार फिर से गलत संदर्भ के साथ वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद से जुड़ी पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। पुरानी तस्‍वीरों को जानबूझकर फर्जी दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफॉर्म पर राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद की पुरानी तस्‍वीरों का एक कोलाज वायरल हो रहा है। इसके साथ राष्‍ट्रपति की प्रतिष्‍ठा पर प्रश्‍न खड़ा करते हुए फर्जी दावे वायरल हो रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने पहले भी ऐसी पोस्‍ट की जांच की थी। हमारी जांच में वायरल पोस्‍ट झूठी साबित हुई।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर राज राज ने 29 अगस्‍त को एक कोलाज Friends Who Like NDTV INDIA ग्रुप पर अपलोड करते हुए लिखा : ‘इन्होंने तो राष्ट्रपति का महत्व ही खत्म कर दिया सिर्फ ट्रकों को हरी झंडी दिखाने लायक छोड़ा।’

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देख सकते हैं।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पहले भी राष्‍ट्रपति की पुरानी तस्‍वीरों के कोलाज की जांच की थी। हमें पता चला कि राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के साथ की तस्‍वीरों को गलत दावे के साथ एक बार फिर से वायरल किया जा रहा है। हमने कोलाज में इस्‍तेमाल की गईं तीनों तस्‍वीरों की विस्‍तार से जांच की थी।

पूरी पड़ताल को विस्‍तार से आप यहां पढ़ सकते हैं।

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले फेसबुक यूजर राज राज की भी जांच की। इस यूजर के 1948 फ्रेंड हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद से जुड़ी पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। पुरानी तस्‍वीरों को जानबूझकर फर्जी दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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