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Quick Fact Check: सेना के खिलाफ CPM ने नहीं किया प्रदर्शन, सीताराम येचुरी की एडिटेड तस्वीर गलत दावे के साथ वायरल

माकपा नेता सीताराम येचुरी ने सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए गरीब परिवारों को तीन महीने तक प्रति माह 7,500 रुपये की आर्थिक मदद दिए जाने की मांग की थी। प्रदर्शन की उनकी इस तस्वीर को एडिट कर सेना विरोधी बयान के दावे के साथ वायरल करने की कोशिश की गई।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPI-M) की एक तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में येचुरी के गले में एक बैनर नजर आ रहा है, जिस पर सेना विरोधी बयान लिखा हुआ है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत और माकपा के खिलाफ दुष्प्रचार साबित हुआ। येचुरी की जिस तस्वीर को वायरल किया जा रहा है वह एडिटेड है। येचुरी के गले में नजर आ रहे बैनर पर सरकार विरोधी नारा लिखा हुआ था न कि सेना विरोधी।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘अभिमन्यु मिश्रा’ ने वायरल तस्वीर को शेयर (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा है, ”ये हैं देश के गद्दार #कम्युनिस्ट #सीताराम येचुरी..!😳😲 चाइनीज माल को छोड़ो साथ में #चाइनीज_दलाल को फोड़ो..!!”

गलत दावे के साथ सीताराम येचुरी की एडिटेड तस्वीर वायरल

पड़ताल किए जाने तक इस तस्वीर को करीब 600 से अधिक लोग शेयर कर चुके हैं। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

गूगल रिवर्स इमेज किए जाने पर हमें वह ओरिजनल तस्वीर मिली, जिसमें सीताराम येचुरी को प्रदर्शन करते हुए देखा जा सकता है। तस्वीर में उनके गले में जो बैनर लटका हुआ नजर आ रहा है उस पर लिखा हुआ है, ‘आयकर सीमा से नीचे के सभी परिवारों को फौरन तीन महीने तक हर महीने 7,500 रुपये दो।’

विरोध प्रदर्शन वाली येचुरी की वास्तविक तस्वीर, जिसे एडिट कर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है Image-CPIM Twitter Handle

सीपीआई-एम के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पार्टी की तरफ से इन तस्वीरों को जारी किया गया है, जिसमें येचुरी के अलावा कई अन्य नेताओं को सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए देखा जा सकता है।

न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPI-M) ने कोरोना वायरस के संक्रमण और आर्थिक मंदी की स्थिति से निपटने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ 16 जून को अखिल भारतीय विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया था।

इसी क्रम में दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय पर भी नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था। सभी तस्वीरों में सीपीएम के नेताओं के हाथों में बैनर और पोस्टर को देखा जा सकता है। सीताराम येचुरी ने अपने गले में एक बैनर को लटका रखा है, जिस पर लिखा हुआ है, ‘आयकर सीमा से नीचे के सभी परिवारों को फौरन तीन महीने तक हर महीने 7,500 रुपये दो।’ उनकी इसी तस्वीर को एडिट कर उस पर सेना विरोधी बयान लिख दिया गया और उसे दुष्प्रचार के तहत सोशल मीडिया पर फैलाया गया।

सीपीएम नेताओं के विरोध प्रदर्शन की इन तस्वीरों को पहले भी समान दावे के साथ वायरल किया गया था, जिसकी पड़ताल विश्वास न्यूज ने की थी, जिसकी पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

वायरल पोस्ट शेयर करने वाले यूजर्स को फेसबुक पर करीब चार हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं। उन्होंने अपनी प्रोफाइल के इंट्रो में खुद को ‘राष्ट्रवादी हिंदुस्तानी युवा’ बताया हुआ है।

निष्कर्ष: माकपा नेता सीताराम येचुरी ने सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए गरीब परिवारों को तीन महीने तक प्रति माह 7,500 रुपये की आर्थिक मदद दिए जाने की मांग की थी। प्रदर्शन की उनकी इस तस्वीर को एडिट कर सेना विरोधी बयान के दावे के साथ वायरल करने की कोशिश की गई।

  • Claim Review : सेना के खिलाफ सीताराम येचुरी ने किया प्रदर्शन
  • Claimed By : FB User-अभिमन्यु मिश्रा
  • Fact Check : झूठ
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