विश्वास न्यूज की जांच में शिरडी साईं मंदिर ट्रस्ट के नाम से वायरल मैसेज फर्जी साबित हुआ।
नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में एक बार फिर से शिरडी साईं मंदिर को लेकर एक फर्जी पोस्ट वायरल हो रही है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि मंदिर से जुड़े ट्रस्ट ने राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा देने से मना कर दिया।
विश्वास न्यूज ने पहले भी एक बार इस पोस्ट की जांच की थी। हमें पता चला कि शिरडी साईं मंदिर ट्रस्ट की ओर से ऐसा कोई भी बयान जारी नहीं किया गया। ट्रस्ट के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर दीपक मदुलकर मुगलिकार ने भी इस पोस्ट को फर्जी बताया।
फेसबुक यूजर पवन गुंबर ने 8 जनवरी को एक पोस्ट के माध्यम से दावा किया कि और टेक लो मजारों पर जाकर माथा!
पोस्ट में एक कथित ट्वीट का स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया गया। इसमें लिखा था : ‘शिरडी सांई मन्दिर ने राम मन्दिर निर्माण के लिए चन्दा देने से यह कहते हुए मना कर दिया कि वह हिन्दू संस्था नहीं है, जबकि वास्तविकता यह है कि यहां के धन का 90% हिन्दूओं का चढ़ावा ही है। यह विचार योग्य है….! सेकुलर हिन्दू कब जागेगा।’
फेसबुक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन देखें।
विश्वास न्यूज ने गूगल और सोशल मीडिया में शिरडी साईं मंदिर के बयान की खबरों को खोजना शुरू किया। हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो इस बात की पुष्टि करती हो।
जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्वास न्यूज ने सीधे शिरडी साईं ट्रस्ट की ऑफिशियल वेबसाइट sai.org.in को चेक किया। हमें शिरडी साईं ट्रस्ट के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर दीपक मदुलकर मुगलिकार का नंबर मिला। उन्होंने विश्वास न्यूज को बताया कि हमारी ओर से राम मंदिर निर्माण के लिए पैसा देने या ना देने को लेकर ऐसा कोई भी ऑफिशियल बयान जारी नहीं किया गया है। वायरल की जा रही पोस्ट फेक है।
पड़ताल को विस्तार से यहां पढ़ा जा सकता है।
पड़ताल के अंत में हमने फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर पवन गुंबर की जांच की। हमें पता चला कि यूजर करनाल का रहने वाला है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की जांच में शिरडी साईं मंदिर ट्रस्ट के नाम से वायरल मैसेज फर्जी साबित हुआ।
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