Quick Fact Check: भारत-पाक युद्ध से मुस्लिम रेजिमेंट का पीछे हट जाने के दावे वाला फर्जी पोस्ट फिर हुआ वायरल

भारत पाक युद्ध के समय मुस्लिम रेजिमेंट ने लड़ने से मना कर दिया था, ऐसा दावा करने वाली पोस्ट फर्जी है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट फिर से वायरल हो रही है, जिसके जरिए यह दावा किया जा रहा है कि भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय मुस्लिम रेजिमेंट ने लड़ने से मना कर दिया था। विश्वास न्यूज पहले भी इस दावे की पड़ताल कर चुका है। विश्वास न्यूज ने पाया था कि वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा फर्जी है। असल में भारतीय सेना में कभी मुस्लिम रेजिमेंट थी ही नहीं।

क्या है वायरल पोस्ट में?

ट्विटर पर वायरल इस पोस्ट को डी के दुबे नामक यूजर ने साझा किया था। पोस्ट में लिखा गया है: मुस्लिम रेजिमेंट जिसने भारत पाक युद्ध के समय लड़ने से मना कर दिया था…क्या आपको लगता है ये IAS और IPS बनकर देश सेवा कर सकते हैं??

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल पोस्ट की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले भारतीय सेना की आधिकारिक वेबसाइट पर रेजिमेंट्स के बारे में जानकारी हासिल की। हमें वेबसाइट पर मुस्लिम रेजिमेंट नाम से कोई रेजिमेंट का रिकॉर्ड नहीं मिला।

हमने इंटरनेट पर मुस्लिम रेजिमेंट कीवर्ड्स के साथ सर्च किया तो हमें टाइम्स ऑफ इंडिया में 30 नवंबर 2017 को प्रकाशित भारतीय सेना के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन का लिखा एक आर्टिकल मिला। इस आर्टिकल में जनरल ने इस बात का खुलासा किया है कि भारतीय सेना में कभी मुस्लिम रेजिमेंट नाम का कोई रेजिमेंट नहीं था, खासकर 1965 में हुए भारत-पाक युद्ध के समय तो बिल्कुल नहीं था। यह पाकिस्तान के इंटर सर्विसेस पब्लिक रिलेशंस (ISPR) का चलाया जा रहा दुष्प्रचार है।

हमें इंडियन एक्सप्रेस में जुलाई 2020 में प्रकाशित हुआ आर्टिकल भी मिला, जिससे पाकिस्तानी ISPR की ओर से चलाए जा रहे इस इन्फो वॉर के दावे की पुष्टि होती है। इस आर्टिकल में ISPR के हजारों युवाओं को भर्ती करने की बात कही गई है, जिनका काम सोशल मीडिया पर भारत विरोधी कंटेंट अपलोड करना है।

पूरा फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।

ट्विटर पर यह पोस्ट “डी के दुबे” नामक यूजर ने साझा की थी। जब हमने इस यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया तो पाया कि यूजर ने यह अकाउंट इसी साल फरवरी में बनाया है और उसके 4266 फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: भारत पाक युद्ध के समय मुस्लिम रेजिमेंट ने लड़ने से मना कर दिया था, ऐसा दावा करने वाली पोस्ट फर्जी है।

False
Symbols that define nature of fake news
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