Quick Fact Check: अखिलेश यादव ने नहीं दिया ‘राम और हनुमान’ वाला बयान; फर्जी दावा फिर वायरल

सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश के नाम से राम और हनुमान को लेकर वायरल हो रहा बयान फर्जी है। अखिलेश यादव ने कहा था कि उन्हें राम और हनुमान को पकड़ने की जरूरत नहीं है, बल्कि वह काम को पकड़ेंगे। उनके इस बयान को गलत संदर्भ में वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नाम से एक बयान फिर से वायरल हो रहा है, जिसमें कहा गया है कि उन्हें राम और हनुमान की जरूरत नहीं है और उत्तर प्रदेश में 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी। विश्वास न्यूज ने पहले भी ऐसी ही एक पोस्ट की जाँच की थी। उस समय हमने अपनी जांच में पाया था कि अखिलेश यादव के नाम से वायरल हो रहा यह बयान फर्जी है। अखिलेश यादव के पुराने बयान को संदर्भ से अलग कर राजनीतिक दुष्प्रचार की मंशा के तहत गलत तरीके से सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘Akhil Singhal’ ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा है, ”राम नाम की ताकत न जाने ,
हमारे देश का ये विपक्ष,
औंधे मुंह कई बार गिरे,
फिर भी कम न हुआ घमण्ड,
आने वाले हैं चुनाव के वो दिन,
जब जान जाएंगे ये राम विरोधी,
राम नाम हर दिल में बसता ,
तभी तो अधिकांश राज्यों में हैं आज मोदी ( बीजेपी,NDA)
फिर से एक बार टूटेगा रामविरोधियों का ये घमण्ड,
जब रामलला की धरती पर बनेगा उनका स्वर्णिम भवन,
बनेगी वो सरकार वहां,
जिसे हैं रामलला से प्यार,
उत्तर प्रदेश में छाएंगे,
योगी फिर एक बार,
हैं बारी अब एकजुटता की,
सच्चाई और विश्वास की,
जागों उत्तर प्रदेश के वासियों ,
बारी है फिर एक बार ,
गुंडाराज मुक्त राज्य बनाने की।
योगी मोदी को हराने वाले,
हो जाएंगे फिर से चुनाव में फेल,
श्री राम के हैं सच्चे भक्त ,
जो करते राम नाम से प्रेम ,,
अयोध्या सी नगरी में,
राम का सेवक बनेगा फिर एकबार राजा,
हो जाएगा सुनहरे अक्षरों में नाम अंकित,
सारे रामविरोधियों की एकजुटता को हरा,
योगी नाम तुम्हारा।
ऑस्ट्रेलिया जैसा देश का सांसद करे ,
जिसका गुणगान ,
तभी तो हमारे देश का राष्ट्रगान हैं महान।
जय भारत🇮🇳,
जय श्री राम🙏,, ”

पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने पहले भी ऐसी ही एक पोस्ट की जाँच की थी। उस समय हमने बयान की वास्तविकता जानने के लिए न्यूज सर्च का सहारा लिया था। न्यूज सर्च में हमें ऐसे कई पुराने आर्टिकल के लिंक्स मिले थे, जिसमें अखिलेश यादव के उस बयान का जिक्र था, जिसे सोशल मीडिया पर गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।

दैनिक जागरण में 23 फरवरी को प्रकाशित खबर के मुताबिक, ‘अखिलेश यादव ने लखनऊ के एक कार्यक्रम में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में 2022 में मुझे अपनी पार्टी की सरकार बनाने के लिए राम और हनुमान पकड़ने की जरूरत नहीं, काम को पकड़ूंगा। अपने काम पर वोट मांगूंगा।’

सर्च में हमें इस कार्यक्रम का ओरिजिनल वीडियो मिला था। 22 फरवरी को ‘लाइव हिन्दुस्तान’ के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए वीडियो में अखिलेश यादव का इंटरव्यू था। 30 मिनट आठ सेकेंड के इंटरव्यू में पूछे गए सवाल (केजरीवाल ने हनुमान को पकड़ लिया, बीजेपी ने राम को पकड़ लिया…..तो आप कृष्ण जी को पकड़ लीजिए…यदुवंशी हैं आप) का जवाब देते हुए अखिलेश यादव ने कहा, ‘ सैफई में हमारा जन्म हुआ है और मैंने बुजुर्गों को देखा है कि पहले वह धरती को छूते थे और राम-राम कहकर बुलाते थे। हम काम को पकड़े हैं…एक्सप्रेस-वे बना रहे हैं…ऐसा एक्सप्रेस-वे बनाया है कि उस पर हरक्यूलिस उतार सकते हैं।’

वीडियो इंटरव्यू में कहीं भी अखिलेश यादव ने यह नहीं कहा कि उन्हें ‘राम और हनुमान की जरूरत नहीं है’, बल्कि उन्होंने यह कहा कि हम सभी जाति और धर्म को मिलाकर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। मुझे इसके लिए राम और हनुमान को पकड़ने की जरूरत नहीं है, बल्कि मैं काम को पकड़ूंगा।

https://www.youtube.com/watch?v=F_0E1bFjoLw

विश्वास न्यूज ने इसके बाद समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता घनश्याम तिवारी से संपर्क किया था। उन्होंने कहा था कि समाजवादी पार्टी के खिलाफ दुष्प्रचार का यह पहला मामला नहीं है। अखिलेश यादव के नाम से वायरल हो रहे बयान को फर्जी बताते हुए उन्होंने कहा, ‘बीजेपी और उसके साथ खड़ी ताकतों ने तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के भाषण, हम जो संदेश चाहें जनता तक पहुंचा सकते हैं, सच्चा या झूठा, को इसी रूप में रट लिया है। आज इनकी राजनीति झूठ पर टिकी है चाहे विकास हो या विकास दुबे। ये झूठ विपक्षी पार्टियों को बदनाम करें न करें, लोकतंत्र को जरूर खोखला करते हैं।’

पूरी खबर यहाँ पढ़ी जा सकती है।

निष्कर्ष: सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश के नाम से राम और हनुमान को लेकर वायरल हो रहा बयान फर्जी है। अखिलेश यादव ने कहा था कि उन्हें राम और हनुमान को पकड़ने की जरूरत नहीं है, बल्कि वह काम को पकड़ेंगे। उनके इस बयान को गलत संदर्भ में वायरल किया जा रहा है।

False
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