Quick Fact Check: राष्‍ट्रपति कोविंद से जोड़ कर फर्जी पोस्ट वायरल

राष्‍ट्रपति की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली फेसबुक पोस्‍ट फर्जी है। इन तस्‍वीरों को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

Quick Fact Check: राष्‍ट्रपति कोविंद से जोड़ कर फर्जी पोस्ट वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद पर सवाल खड़ा करने वाली एक पोस्‍ट फिर से वायरल हो रही है। इस पोस्ट में 3 तस्‍वीरों का कोलाज है, जिनमें राष्‍ट्रपति के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को भी देखा जा सकता है। विश्‍वास टीम ने इस पोस्ट की पहले भी पड़ताल की थी। पड़ताल में फोटो के साथ किया जा रहा दावा फर्जी साबित हुआ था।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

Neeraj Yadav‎ नाम के फेसबुक यूजर ने इन तीन तस्‍वीरों के कोलाज को अपलोड करते हुए लिखा, “जिस देश का राष्ट्रपति इतना मजबूर हो।उस देश का चुनाव आयोग और सीबीआई कितनी मजबूर होगी”

पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।

पड़ताल

इस पोस्ट की पड़ताल के लिए हमने कोलाज में मौजूद तीनों तस्वीरों को अलग-अलग जांचा था।

पहली तस्वीर

राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद और नरेंद्र मोदी की वायरल तस्‍वीर की खोजबीन करने पर हमें तेलुगू के यूट्यूब चैनल V6 News Telugu पर एक वीडियो मिला। वीडियो तब का है जब राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम मोदी ने महात्‍मा गांधी को राजघाट पर श्रद्धांजलि दी। जनवरी 2018 में अपलोड किये गए इस वीडियो में 5:14वें मिनट पर राष्‍ट्रपति और प्रधानमंत्री को एक-दूसरे को हाथ जोड़कर अभिवादन करते हुए देखा जा सकता है। वायरल तस्‍वीर भी इसी इवेंट की है। वहां खड़े सभी नेताओं ने बापू को श्रद्धांजलि देकर लौटते राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद का हाथ जोड़कर अभिवादन किया। राष्‍ट्रपति ने भी सभी को हाथ जोड़कर अभिवादन किया। उसी मौके की एक अलग एंगल की तस्‍वीर को अब गलत संदर्भ के साथ वायरल किया जा रहा है।

दूसरी तस्वीर

हमने अमित शाह और रामनाथ कोविंद की वायरल तस्‍वीर को गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया था। हमें यह तस्‍वीर newsindianexpress.com पर मिली, जिसे फोटोग्राफर शेखर यादव ने क्लिक की थी। फोटो के कैप्‍शन में बताया गया कि President-elect Ram Nath Kovind acknowledges the greeting of BJP president Amit Shah in New Delhi on Thursday | 20 जुलाई 2017 को पब्लिश हुई इस खबर में बताया गया कि देश के अगले राष्‍ट्रपति के तौर पर रामनाथ कोविंद को चुन लिया गया। सर्च के दौरान हमें एक और तस्‍वीर मिली। इसमें आप अमित शाह और रामनाथ कोविंद को एक जैसे ही कपड़े पहने हुए देख सकते हैं। ये एक ही इवेंट की अलग एंगल की तस्‍वीर थी। gettyimages.in पर मौजूद तस्‍वीर के बारे में बताया गया कि रामनाथ कोविंद को देश के अगले राष्‍ट्रपति के लिए चुन लिए जाने के बाद 20 जुलाई 2017 को एक कार्यक्रम में अमित शाह ने उन्‍हें बधाई दी। यह कार्यक्रम नई दिल्‍ली में हुआ था। यह तस्‍वीर आप यहां देख सकते हैं। रामनाथ कोविंद भले ही 20 जुलाई को नए राष्‍ट्रपति पद के लिए चुन लिए गए थे, लेकिन उन्‍होंने पद की शपथ 25 जुलाई 2017 को ली थी।

तीसरी तस्वीर

इसके बाद हमने योगी आदित्‍यनाथ और राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद की तस्‍वीर की जांच की। 24 जून 2017 को इंडियन एक्‍सप्रेस की एक खबर में इस तस्वीर का इस्‍तेमाल किया गया था। इसमें बताया गया कि एनडीए के राष्‍ट्रपति पद के उम्‍मीदवार रामनाथ कोविंद यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का अभिवादन करते हुए। 24 जून 2017 को रामनाथ कोविंद सिर्फ राष्‍ट्रपति पद के उम्‍मीदवार थे, राष्‍ट्रपति नहीं। इसलिए इस तस्‍वीर में ऐसा कुछ नहीं, जैसा कि वायरल किया जा रहा है।

वायरल पोस्‍ट को लेकर दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता तेजिंदर बग्गा ने कहा था कि ये तस्‍वीरें अलग एंगल की हैं। राष्‍ट्रपति को लेकर वायरल तस्‍वीर में जिस भाषा का इस्‍तेमाल किया गया है, उसकी जितनी आलोचना की जाए, कम है।

अंत में, विश्‍वास न्‍यूज ने Neeraj Yadav नाम के फेसबुक यूजर की सोशल स्‍कैनिंग की। फेसबुक अकाउंट के अनुसार, ये उत्तर प्रदेश के जौनपुर के रहने वाले हैं।

पूरी खबर यहाँ पढ़ें।

निष्कर्ष: राष्‍ट्रपति की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली फेसबुक पोस्‍ट फर्जी है। इन तस्‍वीरों को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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