विश्वास न्यूज की पड़ताल में ‘नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ 88 भाजपा सांसदों के राजनाथ सिंह से मिलने’ का दावा झूठा साबित हुआ। वायरल वीडियो 5 अगस्त 2018 का है। लखनऊ में कुछ लोगों ने एसएसी/एसटी एक्ट के खिलाफ राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी। उसी दौरान के वीडियो को अब सोशल मीडिया में झूठे दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर सोशल मीडिया में कई प्रकार के झूठ फैले हुए हैं। कभी इसके समर्थन में तो कभी इस विरोध में फर्जी पोस्ट वायरल हो रही हैं। इसी कड़ी में अब एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के सामने एक शख्स को हाथ जोड़कर बोलते हुए सुना जा सकता है। इसके अलावा भी कई लोगों को वीडियो में देखा जा सकता है। यूजर्स वीडियो के आधार पर दावा कर रहे हैं कि भाजपा के 88 सांसद राजनाथ सिंह से एनआरसी और सीएबी को वापस लेने का निवेदन कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट का दावा फर्जी साबित हुआ। दरअसल ओरिजनल वीडियो 5 अगस्त 2018 का है। लखनऊ में कुछ लोगों ने राजनाथ सिंह से मिलकर एसएसी/एसटी एक्ट के खिलाफ ज्ञापन दिया था। अब उसी वीडियो को भाजपा सांसदों के नाम से वायरल किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर शरीफ बशीर ने 8 जनवरी 2020 को रात करीब 9 बजे एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया : No media is ready to show this, 88 MP from BJP has met Rajnath Singh and requested to take back NRC and CAB
यही वीडियो हमें फर्जी क्लेम के साथ ट्विटर पर भी मिला।
विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो को ध्यान से देखा। इसमें एक शख्स हाथ जोड़कर राजनाथ सिंह से निवेदन करता नजर आया। राजनाथ सिंह के हाथ में कागजों का देखा जा सकता है। वीडियो देखकर हमें अंदाजा लगा कि ये ज्ञापन हो सकता है। इसके बाद हमने वीडियो में से कई स्क्रीनशॉट लेकर गूगल रिवर्स में सर्च करना शुरू किया।
शुरूआती जांच में हमें कुछ खास हाथ नहीं लगा। इसके बाद हमने स्क्रीनशॉट के साथ ‘राजनाथ सिंह को सौंपा ज्ञापन’ कीवर्ड टाइप करके सर्च किया। हमें Youtube पर कई वीडियो मिले। एक ऐसा ही वीडियो हमें धनंजय सिंह राजपूत के चैनल पर मिला। 9 अगस्त 2018 को अपलोड इस वीडियो के कैप्शन में बताया गया कि ”भारत के गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह को sc/st बिल के विरोध में वरिष्ठ भाजपा नेता भीष्म धर द्विवेदी के नेतृत्व में 400से अधिक लोगो ने ज्ञापन वीवीआईपी गेस्ट हाउस लखनऊ में सौपा।”
इसके बाद हमने वीडियो में नजर आ रहे भीष्मधर द्विवेदी को सर्च करना शुरू किया। फेसबुक पर हमें उनका अकाउंट मिला। इस अकाउंट को जब हमने खंगालना शुरू किया तो 26 सितंबर 2018 को अपलोड वही वीडियो हमें मिला, जिसे अब भाजपा सांसदों के नाम पर वायरल किया जा रहा है।
फेसबुक अकाउंट पर ही हमें भीष्मधर द्विवेदी का नंबर मिला। भीष्मधर द्विवेदी ने विश्वास न्यूज से बातचीत में बताया कि वायरल वीडियो 5 अगस्त 2018 का है। हम लोगों ने एसएसी/एसटी एक्ट के खिलाफ राजनाथ सिंह को लखनऊ में एक ज्ञापन सौंपा था।
पड़ताल के अगले चरण में हमने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के निजी सहयोगी रवि रंजन से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो काफी पुराना है। इसका एनआरसी कैब से कोई संबंध नहीं है। वीडियो लखनऊ का है। उस वक्त कुछ लोग एससी एसटी कानून को लेकर लखनऊ में राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी।
अंत में विश्वास न्यूज ने पुराने वीडियो को झूठे दावे के साथ वायरल करने वाले फेसबुक यूजर शरीफ बशीर की सोशल स्कैनिंग की। हमें पता चला कि यूजर सोशल मीडिया में वायरल कंटेंट को ज्यादा शेयर करता है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में ‘नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ 88 भाजपा सांसदों के राजनाथ सिंह से मिलने’ का दावा झूठा साबित हुआ। वायरल वीडियो 5 अगस्त 2018 का है। लखनऊ में कुछ लोगों ने एसएसी/एसटी एक्ट के खिलाफ राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी। उसी दौरान के वीडियो को अब सोशल मीडिया में झूठे दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।