Fact Check : सोनिया गांधी और राहुल गांधी की तस्वीर आपत्तिजनक झूठे दावे के साथ वायरल

Fact Check : सोनिया गांधी और राहुल गांधी की तस्वीर आपत्तिजनक झूठे दावे के साथ वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी की एक तस्‍वीर को आपत्तिजनक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। इस तस्‍वीर को वायरल करते हुए कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि इसमें सोनिया गांधी के पीछे खड़े शख्‍स राहुल गांधी नहीं, बल्कि क्वात्रोची है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। पता चला कि सोनिया गांधी की छवि खराब करने की मंशा से जानबूझकर उनकी और उनके बेटे राहुल गांधी की तस्‍वीर को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। दरअसल यह तस्‍वीर 1996 में हुए एक कार्यक्रम की है। जहां सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने शिरकत की थी।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर अमर वर्मा ने 28 दिसंबर को सोनिया गांधी की एक तस्‍वीर को अपलोड करते हुए लिखा, “मेरे प्यारे सनातनी हिन्दू राष्ट्र वादी देश वासियों। १- सोनिया गाँधी से क्वात्रोची का क्या रिश्ता था। पूरी दुनिया जानती है वह सोनिया गाँधी के रिश्ते में दूर दूर तक कुछ नही लगता था फिर वह किस रिश्ते से सोनिया गाँधी के घर में १० साल तक रहा। २- सोनिया का आखिर क्वात्रोची से कौन सा रिश्ता था की उसे बचाने ले लिए।”

तस्‍वीर के ऊपर अलग से लिखा गया, “यदि आपको लगता होगा की सोनिया गाँधी के साथ यह राहुल गाँधी है, तो आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की यह क्वात्रोच्चि है। अब स्वंय निर्णय लीजिए की राजीव गाँधी की हत्या के बाद डीएनए टेस्ट के लिए राहुल का रक्त देने से उसकी माँ ने क्यों मना कर दिया था।”

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर इसे समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सोनिया गांधी की वायरल तस्‍वीर के बारे में पता लगाने के लिए सबसे पहले ऑनलाइन टूल गूगल लेंस का इस्‍तेमाल किया। इसके जरिए सर्च करने पर हमें हमें न्‍यू इंडियन एक्‍सप्रेस डॉट कॉम पर यह तस्‍वीर मिली। इसके कैप्‍शन में जानकारी देते हुए बताया गया कि यह तस्‍वीर 8 अप्रैल 1996 की है। उस वक्‍त एसपीजी के एक कार्यक्रम में सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने भाग लिया था। यह तस्‍वीर यहां देखी जा सकती है।

सर्च के दौरान लेटेस्टली डॉट कॉम की वेबसाइट पर भी यह तस्‍वीर एक फोटो गैलरी में मिली। इसमें पीटीआई को क्रेडिट देते हुए बताया गया कि एसपीजी के राइजिंग डे फंक्‍शन में सोनिया गांधी और राहुल गांधी।

विश्‍वास न्‍यूज ने पहले भी वायरल तस्‍वीर की जांच की थी। उस वक्‍त विश्‍वास न्‍यूज ने कांग्रेस प्रवक्‍ता अखिलेश प्रताप सिंह से संपर्क किया था। उन्‍होंने इसे ट्रोल आर्मी की हरकत बताते हुए कहा था कि तस्‍वीर में राहुल गांधी को साफ तौर पर देखा जा सकता है, लेकिन कुछ लोगों को गांधी परिवार से इतना डर लगता है कि वे दिन-रात उन्‍हें बदनाम करने में जुटे रहते हैं।

विश्‍वास न्‍यूज की पिछली पड़ताल को यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।

पड़ताल के अंत में सोनिया और राहुल गांधी की तस्‍वीर को आपत्तिजनक दावे के साथ वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर अमर वर्मा की प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के अनुसार, वे पेशे से डॉक्‍टर हैं। महाराष्‍ट्र के पुणे में रहते हैं। इनके अकाउंट को दो हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। सोनिया गांधी और राहुल गांधी की एक तस्‍वीर को कुछ लोग अब फिर से आपत्तिजनक झूठे दावे के साथ वायरल कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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