Quick Fact Check : लव जेहाद के नाम पर एक बार फिर वायरल हुई मध्‍य प्रदेश और पाकिस्‍तान की तस्‍वीरें

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फेक साबित हुई है। पड़ताल में पता चला कि मध्‍य प्रदेश और पाकिस्‍तान की तस्‍वीरों को लव जेहाद से जोड़कर फर्जी दावे किए गए।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में एक बार फिर से लव जेहाद के नाम पर फर्जी पोस्‍ट वायरल हो रही हैं। एक अखबार कटिंग और दो तस्‍वीरों के जरिए फैलाया जा रहा है कि लव जेहाद के चक्‍कर में पड़कर शादी करने वाली शिवानी के साथ हिंसा हो रही है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। हमें पता चला कि मध्‍य प्रदेश की एक अखबार की कटिंग और पाकिस्‍तान की तस्‍वीरों को मिलाकर झूठ फैला जा रहा है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर जितेंद्र बी पटेल ने अखिल भारतीय हिंदू एकता मंच के ग्रुप में 25 जुलाई को एक पोस्‍ट करते हुए दावा किया : ‘#लव जिहाद में फंसी #शिवानी और #रिया ने जब रोजा रखा तब सभी ने दिखाया लेकिन जब शिवानी के साथ शारीरिक और मानसिक हिंसा हो रही है तब कोई न्यूज़ चैनल उसे नहीं दिखा रहा है अपनी बेटियों को लव जिहाद से बचाएं ताकि उनका हश्र शिवानी जैसा ना हो।’

वायरल पोस्‍ट का फेसबुक और आकाईव वर्जन देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले “शिवानी और रिया ने भी रखा रोजा।” वाली खबर को सर्च करना शुरू किया। वायरल पोस्‍ट एक अखबार की कटिंग का इस्‍तेमाल किया गया था। हमें मध्‍य प्रदेश से प्रकाशित एक अखबार के ईपेपर पर यह खबर मिली। जून 2019 का पब्लिश इस खबर में जानकारी देते हुए बताया गया कि हिंदू बेटियों ने एक दिन का रोजा रख हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश की। तस्‍वीर में दिख रहीं लड़कियों का नाम शिवानी और रिया था।

अब हमें दूसरी तस्‍वीर का सच जानना था। गूगल रिवर्स इमेज टूल में जब हमनें वायरल पोस्‍ट की दूसरी तस्‍वीर को सर्च किया तो हमें पाकिस्‍तान के Geo TV पर मौजूद एक खबर का लिंक मिला। खबर के अनुसार, लाहौर में असमा अजीज और हजरा नाम की दो औरतों के साथ घरेलू हिंसा की घटना हुई थी। ये मारपीट उनके पतियों ने की थी। घटना मार्च 2019 की है। वायरल पोस्‍ट में दूसरी तस्‍वीर इन्‍हीं पाकिस्‍तानी महिलाओं में से एक की है।

वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए हमने इंदौर में स्थित नईदुनिया के ऑनलाइन एडिटर सुधीर गोरे से भी संपर्क किया था। पूरी पड़ताल को आप विस्‍तार से यहां पढ़ सकते हैं।

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। सोशल स्‍कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर जितेंद्र बी पटेल ने यह अकाउंट जुलाई 2009 को बनाया था।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फेक साबित हुई है। पड़ताल में पता चला कि मध्‍य प्रदेश और पाकिस्‍तान की तस्‍वीरों को लव जेहाद से जोड़कर फर्जी दावे किए गए।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

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