Fact Check : बेंगलुरु में कांग्रेसी नेताओं के लंच की तस्‍वीर को किसानों की बताकर किया गया वायरल, पोस्‍ट फर्जी है

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। कांग्रेसी नेताओं के लंच की तस्‍वीर को जानबूझकर किसानों की बताकर वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में एक तस्‍वीर वायरल हो रही है, इसमें कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता रणदीप सुरजेवाला को कई लोगों के साथ खाना खाते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफॉर्म्‍स पर इस तस्‍वीर को यह कहके वायरल किया जा रहा है कि इंडिया गेट के पास कृषि बिल के विरोध में टैक्‍टर जलाने के बाद गरीब किसान चांदी की थाली में भोजन कर रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। हमें पता चला कि वायरल पोस्‍ट फर्जी है। तस्‍वीर में
रणदीप सुरजेवाला के साथ खाना खाते दिखते हुए लोग कोई किसान नहीं, बल्कि कर्नाटक के कांग्रेसी नेता हैं। तस्‍वीर में कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी रणदीप सुरजेवाला और कर्नाटक के पूर्व मुख्‍यमंत्री सिद्धारमैया को देखा जा सकता है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Vijay Jeengar ने 30 सितंबर को एक तस्‍वीर को अपलोड करते हुए दावा किया : ‘कृषि बिल के विरोध में दिल्ली में इंडिया गेट के पास ट्रेक्टर जलाने के बाद गरीब किसान चांदी की थाली में भोजन करते हुए।’

वायरल पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड लिंक यहां देख सकते हैं।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने किसानों के नाम से वायरल तस्‍वीर को सबसे पहले गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड कर के सर्च किया। यह तस्‍वीर हमें कई वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट पर मिली। vijaykarnataka नाम की वेबसाइट पर इस तस्‍वीर को 28 सितंबर को अपलोड करते हुए खबर में बताया गया कि कर्नाटक में सिद्धारमैया के घर पर लंच करने पहुंचे कांग्रेसी नेता रणदीप सुरजेवाला। पूरी खबर यहां देखें।

पड़ताल के अगले चरण में हमने गूगल में संबंधित कीवर्ड (Randeep surjewala+ siddaramaiah lunch) टाइप करके सर्च किया। हमें बीजेड जमीर अहमद खान के ट्विटर हैंडल पर कुछ तस्‍वीरें मिलीं। इन तस्‍वीरों को लेकर बताया गया कि बेंगलुरु में कर्नाटक के पूर्व मुख्‍यमंत्री सिद्धारमैया के घर पर कांग्रेस के जनरल सेक्रेट्री और कर्नाटक के इंचार्ज रणदीप सुरजेवाला के साथ लंच करते हुए। यह ट्वीट 28 सितंबर को किया गया।

https://twitter.com/BZZameerAhmed/status/1310524679917113345

पड़ताल के दौरान हमने कांग्रेस के प्रवक्‍ता अखिलेश प्रताप सिंह से संपर्क किया। उन्‍होंने कहा कि पोस्‍ट में कोई सच्‍चाई नहीं है। यह फर्जी है। यह राजनीतिक विरोधियों की साजिश है।

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि फेसबुक यूजर Vijay Jeengar का कनेक्‍शन राजस्‍थान के जोधपुर से है। एक खास विचारधारा से प्रभावित यह यूजर सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। कांग्रेसी नेताओं के लंच की तस्‍वीर को जानबूझकर किसानों की बताकर वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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