Fact Check: अरविंद केजरीवाल के पंजाब दौरे को लेकर वायरल हुआ वीडियो एक साल पुराना है

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो हालिया नहीं, बल्कि साल 2022 का है। वीडियो का दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के हालिया पंजाब दौरे से कोई लेना-देना नहीं है।

विश्वास न्यूज़ (नई दिल्ली)। पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ अमृतसर में ‘शिक्षा क्रांति रैली’ को संबोधित किया था। अब इस रैली से जोड़कर एक वीडियो वायरल हो रहा है,जिसमें एक शख्स को आने-जाने में होने वाली परेशानी के कारण बस कंडक्टर और ड्राइवर से बहस करते हुए देखा जा सकता है। अब कुछ यूजर्स इस वीडियो को सीएम अरविंद केजरीवाल की हालिया पंजाब रैली से जोड़कर वायरल कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को भ्रामक पाया। असली वीडियो साल 2022 का है। इस वीडियो का सीएम अरविंद केजरीवाल के हालिया अमृतसर रैली से कोई लेना-देना नहीं है। वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर सुख अंबेडकर (आर्काइव लिंक) ने 14 सितंबर 2023 को वीडियो शेयर किया और कैप्शन में लिखा, ”पंजाब की सरकारी बसें आम आदमी पार्टी के मुखी अरविंद केजरीवाल की रैली के लिए लगा के सरे रूट बंद करके यात्रियों को परेशान करना बेहद निंदनीय है। आप सरकार के राज में आम आदमी को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी बसों का इस्तेमाल अपनी निजी रैली के लिए किया जा रहा है।”

पड़ताल

वायरल वीडियो को अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने 14 सितंबर को इस वीडियो क्लिप को शेयर किया था। उन्होंने वीडियो शेयर कर इस वीडियो को आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल की हालिया अमृतसर रैली का बताया है।

वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने संबंधित कीवर्ड से सर्च किया। इस दौरान हमें यह वीडियो कई फेसबुक पोस्ट पर अपलोड मिला। ‘पंजाबी न्यूज कॉर्नर’ के फेसबुक पेज पर 14 मार्च 2022 को अपलोड किए गए वीडियो के साथ दी गई जानकारी के अनुसार, ”भगवंत मान के रोड शो में सरकारी बसों के जाने के कारण परेशान सवारियां देखो कैसे रैली के लिए बुक हुई बस के ड्राइवर और आप  कार्यकर्ता से भिड़े लोग।”

वायरल वीडियो को 14 मार्च 2022 को ‘HN1 News’ के फेसबुक पेज पर भी शेयर किया गया था। दी गई जानकारी के मुताबिक, ”वीडियो भगवंत मान की रैली में भेजी गई बस का है।” 

सर्च के दौरान हमें ‘लाइव पंजाबी टीवी’ के यूट्यूब चैनल पर भी वायरल वीडियो अपलोड किया हुआ मिला। 14 मार्च 2022 को अपलोड किए गए वीडियो में इसे भगवंत मान की रैली बताया गया है।

अधिक जानकारी के लिए हमने पंजाबी जागरण अमृतसर के रिपोर्टर अमृतपाल सिंह से बात की। उनका कहना है कि वीडियो हाल का नहीं है। ऐसा ही एक वीडियो पिछले साल वायरल हुआ था।

कई न्यूज रिपोर्ट्स से हमें पता चला है कि,अमृतसर में हुए स्कूल आफ एमिनेंस के राज्य स्तरीय समारोह में आप कार्यकर्ताओं को बसों से पहुंचाने के लिए सरकारी शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। जिस कारण अन्य राजनीतिक दलों द्वारा भगवंत मान सरकार की कड़ी आलोचना की गई थी।

पड़ताल के अंत में हमने उस यूजर की जांच की, जिसने पुराना वीडियो शेयर किया था। जांच में पता चला कि फेसबुक पर यूजर को 4 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो हालिया नहीं, बल्कि साल 2022 का है। वीडियो का दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के हालिया पंजाब दौरे से कोई लेना-देना नहीं है।

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