Quick Fact Check : पटना का 5 साल पुराना वीडियो अब ‘लॉकडाउन में सख्‍ती’ के नाम पर वायरल

विश्‍वास टीम की पड़ताल में पता चला कि लॉकडाउन में पुलिस की सख्‍ती के नाम पर वायरल वीडियो पटना का पांच साल पुराना वीडियो है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। देश में कोरोना संकट के बीच लागू लॉक‍डाउन के नाम पर कई फर्जी तस्‍वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं। एक ऐसे ही पुराने वीडियो को वायरल करते हुए यूजर्स दावा कर रहे हैं कि सख्‍ती की शुरुआत हो गई है। वीडियो में पुलिसवालों को मुसलमानों को डंडों से पीटते हुए देखा जा सकता है। यह वीडियो पहले भी कई दफा फर्जी क्‍लेम से वायरल हो चुका है। इसकी हमने पहले भी पड़ताल की थी।

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि वायरल वीडियो 27 अगस्‍त 2015 का है। पटना के गर्दनीबाग इलाके में पुलिस ने मदरसा शिक्षकों पर लाठीचार्ज किया था। उसी वक्‍त के वीडियो को अब लॉकडाउन से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज अजय सिंह ने 14 अप्रैल को एक वीडियो को अपने अकाउंट पर अपलोड किया और दावा किया : ”सख्ती की शुरुआत हो गई भाइयों!”

इस वीडियो को अब तक 2600 लोग शेयर कर चुके हैं, जबकि सैकड़ों लोग इसे सच मानकर कमेंट कर रहे हैं। वीडियो में पुलिसवालों को लाठीचार्ज करते हुए देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने इस वीडियो की पहले भी पड़ताल की थी। हमारी जांच में यह बिहार के पटना का पुराना वीडियो साबित हुआ था।

विश्‍वास टीम से बातचीत में दैनिक जागरण के पटना संवाददाता आशीष शुक्‍ल ने बताया था कि वायरल वीडियो पटना स्थित गर्दनीबाग थाना के पास का है। अगस्त 2015 में गर्दनीबाग धरनास्थल के पास बिहार के वित्त रहित मदरसा शिक्षक अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे थे। मांग करते हुए शिक्षक प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने का प्रयास करने लगे। फिर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज में करीब एक दर्जन शिक्षक घायल हो गए थे। झड़प में 11 सिपाही भी जख्मी हुए थे। कुछ लोग पुलिस की मार से बचने के लिए कीचड़ में कूद गए थे।”

अंत में हमने पटना के पुराने वीडियो को अब वायरल करने वाले फेसबुक पेज अजय सिंह की सोशल स्‍कैनिंग की। जांच में हमें पता चला इस पेज को 15 अगस्‍त 2018 को बनाया गया था। इसमें एक खास विचारधारा से जुड़ा कंटेंट ज्‍यादा अपलोड किया जाता है। पेज को 13 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास टीम की पड़ताल में पता चला कि लॉकडाउन में पुलिस की सख्‍ती के नाम पर वायरल वीडियो पटना का पांच साल पुराना वीडियो है।

False
Symbols that define nature of fake news
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