विश्वास न्यूज की पड़ताल में कश्मीर के नाम पर वायरल वीडियो वाली पोस्ट फर्जी साबित हुई। 2017 के पंचकूला के वीडियो को कुछ लोग कश्मीर के नाम पर वायरल कर रहे हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया में पुलिस के लाठीचार्ज का एक वीडियो वायरल हो रहा है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि वीडियो कश्मीर के अत्याचार का है। वीडियो में पुलिस को लाठीचार्ज करते हुए देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने जब वायरल वीडियो की पड़ताल की तो यह फर्जी निकला। जिस वीडियो को कश्मीर का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह हरियाणा के पंचकूला का है। 25 अगस्त 2017 को साध्वी यौन शोषण मामले में गुरमीत राम रहीम को सजा सुनाई गई थी, तो उसके समर्थक भड़क गए थे। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए लाठीचार्ज किया गया था। उसी घटना के वीडियो को अब कुछ लोग कश्मीर के नाम पर वायरल कर रहे हैं।
फेसबुक पेज Voice of Kashmir ने 13 नवंबर 2019 को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया, ”dhykho khasmir kis trah zolm ho rha h…”
इस वीडियो को अब तक 31 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है। इसके अलावा इस पर 1300 कमेंट आ चुके हैं। वीडियो को शेयर करने वालों की तादाद 1.75 लाख है।
विश्वास न्यूज ने कश्मीर के नाम पर वायरल वीडियो को ध्यान से देखा। इसमें पुलिसवालों को भीड़ पर लाठीचार्ज करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में दिख रहीं महिलाएं और पुरुषों के कपड़ों से यह साफ था कि वीडियो कश्मीर का नहीं हो सकता।
इसके बाद हमने वायरल वीडियो को InVID में अपलोड करके कई ग्रैब निकाले। इसके बाद इन वीडियो ग्रैब को Yandex में अपलोड करके सर्च किया। यह वीडियो हमें कई जगह मिला। इसे कश्मीर का बताकर कई साल से वायरल किया जा रहा है। पाकिस्तान के यूटयूब चैनल Lenz Tv Pk ने इस वीडियो को 11 सितंबर 2018 को अपलोड करते हुए कश्मीर का बताया।
सर्च के दौरान हमने टाइम लाइन टूल का इस्तेमाल करते हुए सबसे पुराने वीडियो को खोजना शुरू किया। सबसे पुराना वीडियो हमें 29 अगस्त 2017 का मिला। इसे प्रवेश शर्मा नाम के एक यूटयूब चैनल पर अपलोड किया गया था। इसमें बताया गया कि डेरा के पंचकूला प्रांगण में लाठीचार्ज। ओरिजनल वीडियो आप यहां देख सकते हैं।
सर्च के दौरान हमें P24News नाम के यूटयूब चैनल पर एक खबर का वीडियो मिला। इसके 51वें सेकंड से लेकर 58वें सेकंड तक हमें वही फुटेज मिला, जो अभी फर्जी दावे के साथ वायरल हो रहा है।
वीडियो में बताया गया, ”राम रहीम को 25 अगस्त को सजा के एलान के बाद अब राम रहीम के गुंडों द्वारा उत्पात और कुछ अन्य वीडियो वायरल होने लगे हैं । यह वायरल वीडियो ज्यादातर पंचकुला से आए है.. जिसमें डेरा समर्थकों के द्वारा की गई हिंसा के दौरान पुलिस डेरा प्रेमियों को कभी मारती नजर आ रही है…” पूरा वीडियो आप यहां देख सकते हैं।
इसके बाद विश्वास न्यूज ने दैनिक जागरण के पंचकूला जिला इंचार्ज राजेश मलकानिया से संपर्क किया। उन्होंने बताया, ”सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल किया जा रहा है, वह पंचकूला के सेक्टर 4 का है। 25 अगस्त 2017 को साध्वी यौन शोषण मामले में गुरमीत राम रहीम को सजा सुनाई गई थी, तो उसके समर्थकों द्वारा पंचकूला में उपद्रव मचाया गया था। इस दौरान पुलिस द्वारा उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया गया। वीडियो उसी दौरान का है। कश्मीर के नाम जो लोग इस वीडियो को वायरल कर रहे हैं, वे भ्रामक प्रचार कर रहे हैं।”
अंत में हमने पंचकूला के पुराने वीडियो को कश्मीर का बताकर वायरल करने वाले फेसबुक पेज Voice of Kashmir की सोशल स्कैनिंग की। हमें पता चला कि इस पेज को आठ हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। पेज को 9 अगस्त 2019 को बनाया गया था। इस पेज पर कश्मीर के बारे में ज्यादा कंटेंट पोस्ट किया जाता है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में कश्मीर के नाम पर वायरल वीडियो वाली पोस्ट फर्जी साबित हुई। 2017 के पंचकूला के वीडियो को कुछ लोग कश्मीर के नाम पर वायरल कर रहे हैं।
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