Fact Check: पाकिस्‍तान का वायरल वीडियो अब यूपी के नाम पर वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि वायरल वीडियो यूपी नहीं, बल्कि पाकिस्‍तान का है। इसे कुछ लोग फर्जी दावों के साथ वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रही है। इसमें कुछ लोगों को मुर्गा बने हुए एक पेड़ का चक्‍कर काटते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो यूपी का है।

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में यह दावा फर्जी निकला। हमारी जांच में पता चला कि पाकिस्‍तान के एक वीडियो को कुछ लोग जानबूझकर यूपी के नाम पर वायरल कर रहे हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर आशीष रंजन ने 5 अप्रैल 2020 को ‘कहलगाँव नगर परिवार ग्रुप’ नाम के ग्रुप में वायरल वीडियो को अपलोड किया और लिखा : #योगी_जी का नया #पोल्ट्री_फार्म ….

इस वीडियो को सच मानकर कई यूजर्स ने इस पर कमेंट किया और इसे शेयर किया।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने यूपी के नाम पर वायरल वीडियो को ध्‍यान से देखा। इसमें हमें टोपी पहने हुए बहुत-से शख्‍स मुर्गा बने हुए एक पेड़ का चक्‍कर काट रहे हैं। हमने सबसे पहले InVID की मदद से इस वीडियो के कई स्‍कीनशॉट निकाले और फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च करना शुरू किया।

सर्च के दौरान हमें Urdu Updates नाम के एक यूटयूब चैनल पर एक खबर मिली। इस खबर में भी उस फुटेज का इस्‍तेमाल किया गया था, जो यूपी के नाम पर वायरल है। खबर में बताया गया कि लॉकडाउन का उल्‍लंघन करने पर मानसेहरा पुलिस ने लोगों को ऐसे सजा दी। वीडियो को 29 मार्च 2020 को अपलोड किया गया था।

https://www.youtube.com/watch?v=eHwiSLVnJ1s

पड़ताल के दौरान हमें एक और सबूत मिला। @CmHazara नाम के एक ट्विटर हैंडल पर हमें ओरिजनल वीडियो मिला। इसमें उर्दू में लिखा था कि यह बेहद निंदनीय है। पुलिस को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।

इसी ट्वीट के नीचे हमें मनसेहरा पुलिस का एक जवाब मिला। इसमें बताया गया कि डीआईजी और मनसेहरा ने इस घटना को नोटिस में ले लिया है। जांच हो रही है।

चूंकि, यह वीडियो यूपी के नाम पर वायरल हो रहा था, इसलिए हमने पुलिस के सीनियर अधिकारियों से संपर्क किया। यूपी डीजीपी के पीआरओ श्रीशचंद्र ने विश्‍वास न्‍यूज को बताया कि वायरल वीडियो पाकिस्‍तान का है। इसका यूपी से कोई संबंध नहीं है।

पड़ताल के अंतिम चरण में हमने आशीष रंजन के अकाउंट की सोशल स्‍कैनिंग की। हमें पता चला कि यूजर भागलपुर का रहने वाला है। इसने यह अकाउंट दिसंबर 2016 में बनाया गया था। यूजर खुद को सोशल वर्कर बताता है।

Disclaimer: कोरोनावायरसफैक्ट डाटाबेस रिकॉर्ड फैक्ट-चेक कोरोना वायरस संक्रमण (COVID-19) की शुरुआत से ही प्रकाशित हो रही है। कोरोना महामारी और इसके परिणाम लगातार सामने आ रहे हैं और जो डाटा शुरू में एक्यूरेट लग रहे थे, उसमें भी काफी बदलाव देखने को मिले हैं। आने वाले समय में इसमें और भी बदलाव होने का चांस है। आप उस तारीख को याद करें जब आपने फैक्ट को शेयर करने से पहले पढ़ा था।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि वायरल वीडियो यूपी नहीं, बल्कि पाकिस्‍तान का है। इसे कुछ लोग फर्जी दावों के साथ वायरल कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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