विश्वास न्यूज की पड़ताल में मुलायम सिंह से जुड़ी वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। यह बयान उन्होंने बिहार चुनाव के दौरान 2015 में दिया था। इस बयान का यूपी के आगामी विधानसभा चुनाव या संघ प्रमुख मोहन भागवत की मुलाकात से कोई संबंध नहीं है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। यूपी विधानसभा चुनाव में भले ही अभी थोड़ा वक्त है, लेकिन सोशल मीडिया में गर्मी बढ़ गई है। मुलायम सिंह के एक पुराने बयान को अब यूपी चुनाव और संघ प्रमुख मोहन भागवत की मुलाकात से जोड़ते हुए वायरल किया जा रहा है। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की तो यह भ्रामक साबित हुई। मुलायम सिंह ने हाल-फिलहाल में यह बयान नहीं दिया था। उन्होंने बिहार चुनाव के दौरान 2015 में इस बयान को दिया था। इस बयान का यूपी चुनाव से कोई ताल्लुकात नहीं है। इसलिए हमारी जांच में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित होती है।
फेसबुक यूजर Asif Hassani AIMIM ने 24 दिसंबर को दो स्क्रीनशाट से बने एक कोलाज पर लिखा गया : ‘मोहन भागवत मिलने के बाद मुलायम को लग रहा है उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बन रही है।’
कोलाज में आगे न्यूज चैनल जैसी ब्रेकिंग प्लेट का यूज करते हुए मुलायम सिंह की तस्वीर लगाई गई। इसमें मुलायम सिंह के हवाले से लिखा गया कि मुझे बीजेपी सत्ता में आती दिख रही है। दूसरी प्लेट में लिखा गया कि राष्ट्रवाद, सीमा और भाषा पर बीजेपी-सपा की विचारधारा एक।
पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों देखा जा सकता है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की तह में जाने के लिए सबसे पहले गूगल सर्च का सहारा लिया। संबंधित कीवर्ड की मदद से हमें यह जानना था कि मुलायम सिंह यादव ने ऐसा कोई बयान हाल-फिलहाल में दिया है क्या? हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो वायरल पोस्ट की सत्यता पर मुहर लगा सके।
जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्वास न्यूज ने यूट्यूब चैनल पर सर्च करना शुरू किया। यहां सर्च करने पर हमें समाचार प्लस के यूट्यूब चैनल पर एक खबर मिली। इसे 12 अक्टूबर 2015 को अपलोड किया गया था। इसमें हमें वही ब्रेकिंग प्लेट दिखी, जो अब यूपी चुनाव के ऐन पहले वायरल की जा रही है। मुलायम सिंह ने बिहार चुनाव के दौरान 2015 में ऐसा बयान दिया था। इसे यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर आशुतोष से संपर्क किया। उन्होंने वायरल पोस्ट को लेकर कहा कि सपा के बढ़ते जनाधार से कुछ लोग बौखला गए हैं। इसलिए इस तरह की पोस्ट वायरल कर रहे हैं। मुलायम सिंह के इस बयान का यूपी से कोई संबंध नहीं है।
जांच के अंत में हमने फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की। Asif hassani AIMIM नाम के फेसबुक पेज की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि यूजर को दो हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में मुलायम सिंह से जुड़ी वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। यह बयान उन्होंने बिहार चुनाव के दौरान 2015 में दिया था। इस बयान का यूपी के आगामी विधानसभा चुनाव या संघ प्रमुख मोहन भागवत की मुलाकात से कोई संबंध नहीं है।
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