विश्वास न्यूज की पड़ताल में पीएम मोदी और सीएम योगी से जुड़ी वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। 2018 में दोनों नेता कबीर दास की मजार पर गए थे। अब उसी वक्त की तस्वीरों को यूपी चुनाव के बीच वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। यूपी विधानसभा चुनाव के बीच में तीन तस्वीरों का एक कोलाज वायरल हो रहा है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक मजार में देखा जा सकता है। सोशल मीडिया में इस कोलाज को वायरल करते हुए यूपी चुनाव से जोड़कर भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है। विश्वास न्यूज ने एक बार पहले भी वायरल तस्वीरों की जांच की थी। पड़ताल में पता चला कि 2018 में पीएम मोदी और सीएम योगी मगहर में कबीर दास जी की मजार पर पहुंचे थे। उस वक्त की तस्वीरों को समय-समय पर गलत दावों के साथ वायरल किया जाता रहा है। फिलहाल ये तस्वीरे यूपी चुनाव में वायरल हो रही हैं।
फेसबुक यूजर अरविंद व्यास ने 17 फरवरी को तीन तस्वीरों का एक कोलाज अपलोड करते हुए लिखा : ‘हैरान हूं ग़ालिब तुम्हे मस्जिद दरगाह में देख कर, ऐसा भी क्या हुआ जो खुदा याद आ गया।’
फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसके आर्काइव्ड वर्जन को यहां देखें। फेसबुक पर कुछ अन्य यूजर्स ने भी इस वीडियो को पोस्ट करते हुए समान दावा किया।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च की मदद ली। संबंधित कीवर्ड से सर्च करने पर वायरल तस्वीरों में से एक तस्वीर हमें टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर मिली। 29 जून 2018 के एक न्यूज में इसका इस्तेमाल करते हुए बताया गया कि संत कबीरनगर जिले के मगहर में सूफी संत कबीर दास की मजार पर पीएम मोदी और सीएम योगी ने चादर चढ़ाई। पूरी खबर यहां पढ़ा जा सकता है।
सर्च के दौरान हमें कई यूट्यूब चैनल पर संबंधित वीडियो भी मिला। एनएमएफ नाम के एक यूट्यूब चैनल ने 28 जून 2018 को एक वीडियो अपलोड करते हुए बताया कि पीएम मोदी और सीएम योगी ने मगहर पहुंच कर कबीर दास की मजार पर सिर झुकाया। वीडियो नीचे देखा जा सकता है।
एबीपी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर भी विस्तार से मगहर की खबर को कवर किया गया था। 28 जून 2018 पर अपलोड खबर में बताया गया कि संत कबीर के नगर मगहर में पीएम मोदी, मजार पर चादर चढ़ाकर दी श्रद्धांजलि।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अविनाश त्यागी से संपर्क किया। उनके साथ वायरल तस्वीरों को शेयर किया। उन्होंने विश्वास न्यूज से बातचीत में बताया कि ये तस्वीर 2018 की हैं। उस वक्त पीएम और सीएम दोनों ही मगहर गए थे। इन तस्वीरों का वर्तमान विधानसभा चुनाव से कोई संबंध नहीं है।
विश्वास न्यूज ने एक बार पहले भी ऐसे ही एक दावे की जांच कर चुका है। इसे यहां पढ़ा जा सकता है।
पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने भ्रामक पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर अरविंद व्यास की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि यूजर ने यह अकाउंट जुलाई 2011 को बनाया था। इन्हें 532 लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में पीएम मोदी और सीएम योगी से जुड़ी वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। 2018 में दोनों नेता कबीर दास की मजार पर गए थे। अब उसी वक्त की तस्वीरों को यूपी चुनाव के बीच वायरल किया जा रहा है।
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