Fact Check : 2012 से इंटरनेट पर मौजूद तस्‍वीर को सहारनपुर में आत्‍महत्‍या के झूठ के साथ किया गया वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में सहारनपुर में दो भाइयों की आत्‍महत्‍या के नाम से वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। वहां वर्तमान में ऐसी कोई घटना नहीं घटी है। पोस्‍ट में इस्‍तेमाल की गई तस्‍वीर 2012 से इंटरनेट पर मौजूद है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। देश के कई क्षेत्रों में केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध के बीच सोशल मीडिया में कई प्रकार की फर्जी खबरों के फैलने का भी स‍िलसिला जारी है। अब सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर एक तस्‍वीर वायरल की जा रही है। इसमें दो युवकों के शव को देखा जा सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि अग्निपथ योजना के कारण सहारनपुर में दो भाइयों ने आत्‍महत्‍या कर ली। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। यह तस्‍वीर 2012 से इंटरनेट पर मौजूद है। सहारनपुर में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। पुलिस ने भी इस पोस्‍ट को फर्जी बताया।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज K.G. Dhanaliya AAP ने 17 जून को एक पोस्‍ट करते हुए लिखा : ‘अग्नि वीर जाहेरात के बात आर्मी में पास हुए दो सगे भाइयो ने आत्महत्या की up सहारनपुर जिल्ले की वारदात।मोदी और BJP, भगवत RSS देस की सुरक्षा से छेड़छाड़ न करे शिस्टम,ओर सत्ता,मीडिया दुरुपयोग से युवाओं की हत्या बन्ध हो।’

पोस्‍ट में एक तस्‍वीर का इस्‍तेमाल किया गया था। इसके ऊपर लिखा गया कि सहारनपुर में दो सगे भाइयों ने आत्‍महत्‍या कर ली।

वायरल पोस्‍ट को दूसरे यूजर्स भी शेयर कर रहे हैं। फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसके आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है। फेसबुक के अलावा यह ट्विटर पर भी वायरल है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए पड़ताल की शुरुआत ऑनलाइन टूल से की। सबसे पहले पोस्‍ट में इस्‍तेमाल की गई तस्‍वीर के असली सोर्स को गूगल रिवर्स इमेज टूल के माध्‍यम से सर्च करना शुरू किया। सबसे पुरानी तस्‍वीर हमें स्‍लाइडशेयर नाम की एक वेबसाइट पर मिली। इसे 7 जुलाई 2012 को यहां इस्‍तेमाल करते हुए इसे किसान आत्‍महत्‍या का बताया गया।

पड़ताल के दौरान हमे इंडिया टीवी की वेबसाइट पर भी वायरल तस्‍वीर मिली। इसे महाराष्‍ट्र के विदर्भ क्षेत्र में किसानों की आत्‍महत्‍या का बताया गया। यह खबर 13 स‍ितंबर 2012 को पोस्‍ट की गई थी।

अब तक की पड़ताल में यह साबित हो चुका है कि सहारनपुर के नाम पर वायरल तस्‍वीर 2012 से इंटरनेट पर मौजूद है। इसका अग्निपथ योजना से कोई संबंध नहीं है। गूगल सर्च में भी हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जिसमें सहारनपुर में दो भाइयों की आत्‍महत्‍या का जिक्र हो।

जांच के अगले चरण में हमने यूपी के सहारनपुर में संपर्क किया। विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, सहारनपुर के क्राइम रिपोर्टर सर्वेंद पुंडीर से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल पोस्‍ट पूरी तरह फेक है। सहारनपुर में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। पुलिस की ओर से भी इसे फर्जी बताया गया है।

अब यह जानना था कि 2012 से इंटरनेट पर मौजूद तस्‍वीर को फर्जी दावे के साथ वायरल करने वाला यूजर कौन है। फेसबुक पेज K.G. Dhanaliya AAP की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि यूजर को चार हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। यह पेज 25 अप्रैल 2021 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में सहारनपुर में दो भाइयों की आत्‍महत्‍या के नाम से वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। वहां वर्तमान में ऐसी कोई घटना नहीं घटी है। पोस्‍ट में इस्‍तेमाल की गई तस्‍वीर 2012 से इंटरनेट पर मौजूद है।

False
Symbols that define nature of fake news
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