विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुआ। वायरल क्लिप 2021 से इंटरनेट पर मौजूद है। इसका महाराष्ट्र चुनाव से कोई संबंध नहीं है।
नई दिल्ली (Vishvas News)। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव हैं। पूरे राज्य में 15 अक्टूबर से आदर्श आचार संहिता लागू है। इसी बीच 21 अक्टूबर को पुणे ग्रामीण पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर खेड़-शिवपुर प्लाजा के निकट एक कार से पांच करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं।
अब इसी से जोड़ते हुए एक वीडियो क्लिप वायरल की जा रही है। इसमें एक कमरे में नोटों के बंडल को देखा जा सकता है। इस क्लिप के साथ वायरल किया जा रहा है कि ये नोट महाराष्ट्र चुनाव के बीच जब्त किए गए हैं।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुआ। वायरल क्लिप 2021 से इंटरनेट पर मौजूद है। इसका महाराष्ट्र चुनाव से कोई संबंध नहीं है।
फेसबुक यूजर Mukesh Dhangar INC ने 22 अक्टूबर को एक वीडियो क्लिप को पोस्ट करते हुए लिखा, “जनादेश को धनादेश से खरीदने वाले लोकतंत्र के लुटेरों का अगला निशाना महाराष्ट्र है। धनबल का यह नंगा नाच पूरे देश को देखना चाहिए कि कैसे उनका अहंकार देश की जतना को खरीद लेने के गुरूर में चूर है। यह वीडियो महाराष्ट्र में पकड़ी गई एक गाड़ी का है। दावा किया जा रहा है कि सत्ताधारी पार्टी के उम्मीदवारों को चुनाव की पहली इंस्टॉलमेंट के तौर पर 25-25 करोड़ रुपए दिए जा रहे हैं। इसमें से एक गाड़ी कल खेड़ शिवापुर के परबत झाड़ी में पकड़ी गई। कुछ और गाड़ियां थीं जो पकड़ी नहीं जा सकीं। एक दिन पहले ही शिवसेना UBT के सांसद संजय राउत ने दावा किया कि एकनाथ शिंदे अपने लोगों को 50-50 करोड़ रुपये दे रहे हैं। पहले चुनाव आयोग पर दबाव डालकर चुनाव में देर की गई। अब महाराष्ट्र की जनता को रुपये से खरीदने की कोशिश की जा रही है।”
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट में मौजूद क्लिप के बारे में जानने के लिए सबसे पहले इसके कई कीफ्रेम्स निकाले। फिर इन्हें गूगल लेंस टूल की मदद से सर्च किया। हमें 23 जून 2021 को एक यूट्यूब चैनल पर यही क्लिप मिली। इससे यह साबित हो गया कि इसका महाराष्ट्र चुनाव से कोई संबंध नहीं है।
अब हमें यह जानना था कि महाराष्ट्र में आचार संहिता लागू होने के बाद क्या कोई जब्ती हुई है। सर्च के दौरान हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स मिली, जिसमें जानकारी देते हुए बताया गया कि पुणे ग्रामीण पुलिस ने पांच करोड़ रुपये नकद जब्त किए। जागरण डॉट कॉम पर पब्लिश खबर में बताया गया, “पुणे ग्रामीण पुलिस ने सोमवार को पांच करोड़ रुपये नकद जब्त किए। इसकी जानकारी एक अधिकारी ने दी है। अधिकारी ने बताया कि शाम को पुलिस नाकाबंदी के दौरान मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर खेड़-शिवपुर प्लाजा के निकट एक कार से नकदी जब्त की गई।”
पूरी खबर को यहां पढ़ा जा सकता है।
टीवी 9 हिंदी ने अपनी न्यूज वेबसाइट पर 22 अक्टूबर को एक खबर पब्लिश करते हुए लिखा, “महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच पुणे ग्रामीण के खेड़ शिवपुर तालुका में एक कार से लगभग 5 करोड़ रुपए बरामद होने से राज्य की सियासत में एक बार फिर कैशकांड की गूंज उठ रही है। जिस कार से पैसे बरामद हुए हैं वो पुणे से कोल्हापुर की ओर जा रही थी। चुनाव ऐलान के बाद रूटीन चेकिंग में लगी पुलिस ने जब कार को रोका तो उसमें करीब 5 करोड़ रुपए बरामद हुआ।” पूरी खबर यहां पढ़ें।
पांच करोड़ की जब्ती से जुड़ी खबर हमें एबीपी माझा के यूट्यूब चैनल पर भी मिली। 22 अक्टूबर की इस खबर में विस्तार से जब्त रुपये के बारे में जानकारी दी गई।
विश्वास न्यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए मराठी जागरण के डिप्टी एडिटर विनोद राठौड़ से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि वायरल वीडियो का हाल-फिलहाल की किसी घटना से कोई संबंध नहीं है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। वायरल वीडियो 2021 से इंटरनेट पर मौजूद है। इसका विधानसभा चुनाव से कोई संबंध नहीं है।
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