वायरल पोस्ट में वीडियो के जिस कीफ्रेम्स को इस्तेमाल किया गया है, वह एक साल पहले ओडिशा में विधायक प्रशांत जगदेव की पिटाई से संबंधित है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं। एक के बाद एक नेताओं की रैलियां हो रही हैं। इन सबके बीच एक पोस्ट वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि मध्य प्रदेश में धर्म के नाम पर वोट मांगने गए एक भाजपा विधायक की जनता ने पिटाई कर दी।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। यह फर्जी साबित हुई। वायरल पोस्ट में वीडियो के जिस कीफ्रेम्स को इस्तेमाल किया गया है, वह एक साल पहले ओडिशा में विधायक प्रशांत जगदेव की पिटाई से संबंधित है। इसका मध्य प्रदेश में किसी भाजपा विधायक की पिटाई से कोई संबंध नहीं है।
फेसबुक यूजर प्रदीप पराशार ने 13 सितंबर को एक पोस्ट करते हुए लिखा, “यह तो होना ही था पर मैंने कुटाई करने के लिये नहीं सभा छोड़ने के लिए बोला था अगर आप से वोट धर्म के नाम पर माँगे। झींगुरों फिर बोल रहा हूँ क़ायदे मे रहोगे तो फ़ायदे मे रहोगे। आज विधायक जी का नंबर लगा है कल तुम्हारा भी लगना तय है। बाक़ी तुम्हारी मर्ज़ी। जय सिया राम!”
वायरल पोस्ट में एक गाड़ी के चारों ओर भीड़ को देखा जा सकता है। इसके ऊपर लिखा गया, “मध्य प्रदेश में धर्म के नाम पर वोट मांगने गए भाजपा के विधायक और समर्थकों की जनता ने जोरदार कुटाई कर दी। भारत की जनता जाग रही है, महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और महिलाओं के साथ बलात्कार से क्रोधित जनता ने भाजपा को सबक सिखाना शुरू कर दिया है।”
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
वायरल पोस्ट की जांच के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल का इस्तेमाल किया । यदि मध्य प्रदेश में किसी भी विधायक पर हमला होता तो वह घटना जरूर मीडिया की सुर्खियां बनता, लेकिन गूगल सर्च में हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो वायरल पोस्ट के दावे की पुष्टि कर सके।
जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल लेंस टूल के जरिए वायरल पोस्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीर को सर्च करना शुरू किया । कलिंगा टीवी के यूट्यूब चैनल पर हमें एक वीडियो मिला। एक साल पहले अपलोड इस वीडियो खबर में बताया गया कि ओडिशा में विधायक प्रशांत जगदेव ने भीड़ के ऊपर कार चढ़ा दी। इससे बीस से ज्यादा लोग घायल हो गए।
वायरल पोस्ट और कलिंगा टीवी की वीडियो न्यूज में नजर आ रही गाड़ी, लोकेशन और वहां मौजूद लोग एक ही नजर आए। इसे नीचे कोलाज में साफ देखा जा सकता है।
इस घटना से जुड़ी खबरें दूसरी जगह भी मिली। ओटीवी नाम के एक यूट्यूब चैनल ने भी 17 मार्च 2022 को एक खबर में बताया कि विधायक प्रशांत जगदेव पर जनता ने हमला कर दिया।
12 मार्च 2022 को जी न्यूज ने एक खबर में बताया, “ओडिशा के खुर्दा जिले में बीजेडी के निलंबित विधायक ने लोगों पर अपनी एसयूवी चढ़ा दी, जिसमें 20 लोग घायल हो गए हैं। विधायक प्रशांत जगदेव बानपुर ब्लाक कार्यालय जा रहे थे, उस वक्त दफ्तर के बाहर भारी भीड़ थी। विधायक ने अपनी एसयूवी भीड़ पर चढ़ा दी। इसमें 20 लोग घायल हुए हैं। लोगों ने विधायक की गाड़ी में तोड़फोड़ की और उन पर हमला कर दिया। पुलिस किसी तरह विधायक को बचाते हुए थाने लेकर आई है।”
इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट पर 13 मार्च 2022 को पब्लिश खबर में बताया गया कि विधायक प्रशांत जगदेव ने कार से कम से कम 22 लोगों को कुचला था। इसमें सात पुलिसकर्मी थे। घटना से गुस्साई भीड़ ने विधायक को गाड़ी से बाहर निकाल कर पिटाई कर दी थी। संबंधित खबर यहां पढ़ें।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए नईदुनिया, भोपाल के पॉलिटिकल एडिटर धनंजय प्रताप सिंह से संपर्क किया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल पोस्ट का मध्य प्रदेश से कोई संबंध नहीं है। राज्य में विधायक को पीटने की कोई घटना नहीं हुई है।
पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर प्रदीप पराशार को करीब तीन हजार लोग फॉलो करते हैं। यूजर एक राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ है। मध्य प्रदेश के ग्वालियर का रहने वाला है यूजर।
निष्कर्ष : मध्य प्रदेश में धर्म के नाम पर वोट मांगने गए भाजपा के विधायक की पिटाई के नाम से वायरल पोस्ट गलत साबित हुई। ओडिशा की एक साल पुरानी घटना को कुछ लोग मध्य प्रदेश के नाम पर वायरल कर रहे हैं।
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