Fact Check : फ्री इलाज के नाम पर वायरल मैसेज में नहीं है सच्चाई, कोविड महामारी तक के लिए था यह फैसला

पड़ताल में पता चला कि कोविड महामारी के वक्‍त सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने सभी प्राइवेट अस्‍पतालों को यह आदेश दिया था। इस मैसेज का अभी कोई मतलब नहीं है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आ‍दित्‍यनाथ के आदेश के नाम पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। इस मैसेज में दावा किया जा रहा है कि मुख्‍यमंत्री ने आदेश दिया है कि कोई भी अस्पताल मरीज को वापस नहीं करेगा, अगर सरकारी अस्पताल में बेड नहीं है तो निजी अस्पताल में मरीज को भेजा जाएगा और पूरा खर्च राज्य सरकार करेगी।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल मैसेज की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। मैसेज में आईएएस अधिकारी नवनीत सहगल का जिक्र है, जबकि वह प्रसार भारती के प्रमुख बन चुके हैं। पड़ताल में पता चला कि कोविड महामारी के वक्‍त सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने सभी प्राइवेट अस्‍पतालों को यह आदेश दिया था। इस मैसेज का अभी कोई मतलब नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर अर्जुन पंवार ने 10 जून को एक मैसेज किया। इसमें लिखा गया, “CM योगी का आदेश- कोई भी अस्पताल मरीज को वापस नहीं करेगा, अगर सरकारी अस्पताल में बेड नहीं है तो निजी अस्पताल में मरीज को भेजा जाएगा और पूरा खर्च राज्य सरकार करेगी-नवनीत सहगल ACS सूचना। आपके शहर के जिम्मेदार फोन न उठाएँ तो सीधे इन नंबरों पर कॉल करके मदद मांगे क्योंकि अब किसी को तो जवाब देना ही होगा।”

वायरल मैसेज में आगे कुछ नंबर दिए गए।

Yogi Adityanath : 0522- 2236181, 2289010, 2236167, 2235435, 2235735, 2236838
Keshav Prasad Maurya : 0522-2238217
Brijesh Pathak : 0522-2238088, 2213272

उत्तर प्रदेश हाई कोर्ट के आदेशानुसार सभी जिलाधिकारी वॉट्सऐप पर ऑनलाइन कर दिए गए हैं ।सीधे डीएम के वॉट्सऐप पर शिकायत कर सकते हैं .उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के जिलाधिकारियों के संपर्क…*
(1) DM Meerut 9454417566*
(2) DM Muzaffar Nagar 9454417574*
(3) DM Saharanpur 9454417575*
(4) DM Shamli 9454416996*
सीधे जिलाधिकारी से संपर्क।

वायरल मैसेज को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल की शुरुआत गूगल ओपन सर्च टूल से की। इसके लिए वायरल पोस्‍ट में से कीवर्ड निकाले। फिर इन्‍हें सर्च किया। हमें एबीपी लाइव डॉट कॉम पर एक खबर मिली। 25 अप्रैल 2021 को पब्लिश इस खबर में वायरल मैसेज वाली बात लिखी गई थी। इससे यह साफ हो गया कि कोविड के वक्‍त हालाल बिगड़ गए थे। जिसके बाद ऐसा फैसला लिया गया था। यह केवल कोविड के वक्‍त के लिए ही था।

पूरी खबर यहां पढ़ें।

गूगल सर्च के दौरान हमें आजतक की वेबसाइट पर एक पुरानी खबर मिली। 25 अप्रैल 2021 को पब्लिश इस खबर में बताया गया, “उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने कोरोना मरीजों के इलाज को लेकर सख्त दिशा निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोई भी अस्पताल मरीजों को वापस नहीं लौटाएगा। अगर सरकारी अस्पताल में बेड नहीं हैं तो मरीजों को निजी अस्पताल भेजा जाएगा। इलाज का पूरा खर्च यूपी सरकार वहन करेगी।”

पूरी खबर को यहां देखा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार से संपर्क किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि नवनीत सहगल रिटायर होकर अब प्रसार भारती के सीईओ हैं। वायरल मैसेज सही नहीं है।

यूपी सरकार के निदेशक प्रशासन डा. राजा गणपति आर ने भी वायरल मैसेज को गलत बताया।

पड़ताल के अंत में गलत मैसेज करने वाले यूजर की जांच की गई। अर्जुन पंवार के फेसबुक अकाउंट की जांच में पता चला कि यूजर को नौ हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर मुजफ्फरनगर का रहने वाला है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि कोविड के संकट के वक्‍त यूपी के मुख्‍यमंत्री ने निजी अस्‍पतालों को मरीजों को भर्ती करने का आदेश दिया था। अब उसी मैसेज को वायरल करके भ्रम फैलाया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

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