Fact Check : फर्जी है सफेद टोपी पहने पीएम मोदी की वायरल तस्वीर

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। पीएम नरेंद्र मोदी की तस्‍वीर के साथ छेड़छाड़ कर के वायरल तस्‍वीर को तैयार किया गया है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्‍वीर को वायरल करते हुए आपत्तिजनक भाषा का इस्‍तेमाल किया जा रहा है। इस तस्‍वीर में पीएम मोदी को सफेद टोपी पहने हुए दिखाया गया है।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में तस्‍वीर फर्जी साबित हुई। पीएम मोदी की एक पुरानी तस्‍वीर के साथ छेड़छाड़ करके वायरल तस्‍वीर को बनाया गया है। असली तस्‍वीर 10 फरवरी 2023 की है। उस वक्‍त पीएम मोदी ने मुंबई में दाऊदी बोहरा के एक कार्यक्रम में भाग लिया था। यह तस्‍वीर एक बार पहले भी वायरल हुई थी। उस वक्‍त की पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर बाल्मिकी कुमार ने एक अक्‍टूबर को एक तस्‍वीर को पोस्‍ट करते हुए लिखा गया कि भक्‍तों पहचाने क्‍या? अरे वही 2014 वाले खालू हैं तुम्‍हारे।

इस तस्‍वीर में पीएम मोदी को एक सफेद टोपी पहने हुए दिखाया गया है।

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। पोस्‍ट का आकाईव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कथित वायरल तस्वीर के ऑरिजिनल सोर्स को ढूंढने के लिए हमने रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली। सर्च में हमें यह तस्वीर 10 फरवरी 2023 को प्रकाशित एक रिपोर्ट में लगी मिली। यूएनआई इंडिया की वेबसाइट पर मौजूद खबर में बताया गया कि पीएम मोदी ने मुंबई स्थित अरबी अकादमी अलजामिया-तुस-सैफिया के नए कैंपस का उद्घाटन किया। यह उद्घाटन 10 फरवरी 2023 को किया गया। पूरी खबर यहां पढ़ें।

सर्च के दौरान असली तस्‍वीर नरेंद्र मोदी के आधिकारिक एक्‍स हैंडल पर भी मिली। 10 फरवरी 2023 को अपलोड कई तस्‍वीरों के साथ असली तस्‍वीर भी मिली। इसे यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल के अगले चरण में फर्जी और असली तस्‍वीर का कोलाज बनाकर भी अध्‍ययन किया । इसे नीचे देखा जा सकता है। साफ दिख रहा है कि पीएम मोदी की असली तस्‍वीर के साथ छेड़छाड़ करके वायरल तस्‍वीर को तैयार किया गया है।

वायरल तस्‍वीर को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ जानबूझकर ऐसी एडिटेड तस्‍वीर को वायरल किया जाता है। इसमें कोई सच्‍चाई नहीं है।

पड़ताल के अंत में एडिटेड फोटो शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। फेसबुक यूजर बाल्मिकी कुमार के करीब तीन हजार फ्रेंड हैं। यूजर बिहार के गया का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। पीएम नरेंद्र मोदी की तस्‍वीर के साथ छेड़छाड़ कर के वायरल तस्‍वीर को तैयार किया गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट