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Fact Check : शाहीन बाग में बहस का पुराना वीडियो फिर से भ्रामक दावे के साथ वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। नवंबर 2022 को दिल्‍ली के शाहीन बाग इलाके में कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ खान ने एक पुलिसकर्मी के संग बदसलूकी की थी। उसी वक्‍त के वीडियो को अब एक बार फिर से भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

  • By: Ashish Maharishi
  • Published: Oct 20, 2023 at 03:43 PM
  • Updated: Oct 20, 2023 at 03:49 PM

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर एक बार फिर से 1:46 मिनट का एक वीडियो वायरल किया जा रहा है। इसमें एक नेता को पुलिसकर्मी से बहस करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि दिल्‍ली में पाकिस्‍तान जिंदाबाद के नारे लगाने से रोकने पर एक कांग्रेसी ने पुलिस अफसर के साथ दुर्व्यवहार किया।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। पता चला कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा झूठा है। दरअसल यह घटना नवंबर 2022 को हुई थी। उस वक्‍त दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में पूर्व कांग्रेस विधायक आसिफ खान और एक पुलिस कर्मी के बीच बहस हो गई थी। व‍हां पाकिस्‍तान जिंदाबाद के नारे नहीं लगाए गए थे। यह वीडियो पहले भी दिल्‍ली और मध्‍य प्रदेश के नाम पर गलत दावे के साथ वायरल हो चुका है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर बलदेव भाई पटेल ने 18 अक्‍टूबर को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया, “In Delhi, a Police officer objects to a congressman, from raising Pakistan zindabad for appeasement and see how he has been treated by them! If these people elected to power, what will be the situation in our country?”

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो के बारे में ज्‍यादा जानकारी जुटाने के लिए सबसे पहले ऑनलाइन टूल्‍स का इस्‍तेमाल करने का निर्णय किया। इनविड टूल की मदद से वीडियो के कई कीफ्रेम्‍स निकाले गए। फिर इन्‍हें गूगल लेंस टूल की मदद से जब खोजना शुरू किया गया तो टीवी 9 भारतवर्ष के यूट्यूब चैनल पर पुरानी तारीख में यह वीडियो मिला। 26 नवंबर 2022 को इसे अपलोड करते हुए लिखा गया कि कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ खान को सब इंस्पेक्टर के साथ बदसलूकी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

इसी तरह एबीपी न्‍यूज पर 26 नवंबर 2022 को अपलोड रिपोर्ट में बताया गया, “दिल्ली में कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ खान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आसिफ खान पर एक सब इंस्पेक्टर के साथ बदसलूकी करने का आरोप है। पूर्व विधायक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वो एक सब इंस्पेक्टर को गाली देते धक्का-मुक्की करते और उसे भूत बनाने की बात करते दिखाई दिए। दरअसल, आसिफ खान शाहीनबाग में एक नुक्कड़ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे कि उसी बीच एक एसआई ने चुनाव आयोग की अनुमति के बारे में पूछा। एसआई की इस बात पर आसिफ खान आग बबूला हो गए और उनके साथ बदसलूकी की। पूर्व विधायक ने ना केवल गाली-गलोच की, बल्कि धक्का-मुक्की कर ये तक कहा कि वो उसे भूत बना देंगे।”

पड़ताल के दौरान एएनआई के एक्‍स हैंडल पर कुछ तस्‍वीरों के साथ एक पोस्‍ट मिली। 26 नवंबर 2022 को की गई इस पोस्‍ट में बताया गया कि कल तैय्यब मस्जिद इलाके के पास गश्त के दौरान पुलिस कांस्टेबल ने एक जमावड़ा देखा। कांग्रेस एमसीडी काउंसलर उम्मीदवार अरीबा खान के पिता आसिफ मोहम्मद खान अपने समर्थकों के साथ लाउडस्‍पीकर का उपयोग करके सभा को संबोधित कर रहे थे: दिल्ली पुलिस।

जुलाई 2023 में यही वीडियो मध्‍य प्रदेश का बताकर झूठे दावे के साथ वायरल किया गया था। उस पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।

किसी भी न्यूज रिपोर्ट में हमें इस सभा के दौरान ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाए जाने का जिक्र नहीं मिला। वायरल वीडियो को लेकर विश्वास न्यूज ने शाहीन बाग पुलिस स्टेशन में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर अक्षय डागर से संपर्क किया, जो वहां पर मौजूद थे और उनके साथ बदसलूकी की गई थी।

पड़ताल के अंत में भ्रामक पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर बलदेव पटेल के अकाउंट पर नौ सौ से ज्‍यादा लोग जुड़े हुए हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। नवंबर 2022 को दिल्‍ली के शाहीन बाग इलाके में कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ खान ने एक पुलिसकर्मी के संग बदसलूकी की थी। उसी वक्‍त के वीडियो को अब एक बार फिर से भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

  • Claim Review : In Delhi, a Police officer objects to a congressman, from raising Pakistan zindabad for appeasement and see how he has been treated by them
  • Claimed By : फेसबुक यूजर बलदेव पटेल
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