सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इसे सच मानकर वायरल कर रहे हैं। विश्वास न्यूज ने इसकी जांच की तो सच्चाई सामने आ गई। पता चला कि राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार की मंशा से यह ट्वीट बनाया गया है। ट्वीट के इस स्क्रीनशॉट में भले ही राहुल गांधी की तस्वीर का इस्तेमाल किया गया हो, लेकिन उनका नाम गलत लिखा गया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। लंदन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में अपने भाषण से चर्चा में आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के नाम पर एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। अंग्रेजी में लिखे गए इस कथित ट्वीट में महाभारत में भगवान राम, लक्ष्मण, गणेश, शत्रुघ्न सिन्हा के नाम का इस्तेमाल करते हुए राहुल गांधी का मजाक उड़ाने का प्रयास किया गया है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इसे सच मानकर वायरल कर रहे हैं। विश्वास न्यूज ने इसकी जांच की तो सच्चाई सामने आ गई। पता चला कि राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार की मंशा से यह ट्वीट बनाया गया है। ट्वीट के इस स्क्रीनशॉट में भले ही राहुल गांधी की तस्वीर का इस्तेमाल किया गया हो, लेकिन उनका नाम गलत लिखा गया है।
फेसबुक यूजर गोविंद एस. जैन ने 14 मार्च को राहुल गांधी के नाम से ट्वीट का एक स्क्रीनशॉट अपने अकाउंट से पोस्ट किया। अंग्रेजी में लिखे इस ट्वीट का अनुवाद कुछ यूं है, “जो मुझ पर बेवकूफ होने का आरोप लगाते हैं और कहते हैं कि मुझे महाभारत की कोई जानकारी नहीं है, उन्हें मैं बता दूं कि पांडव भी कांग्रेस की तरह सच के साथ खड़े थे। भगवान राम ने अर्जुन को कर्तव्य और कर्म का पाठ पढ़ाया और आखिरकार पांच पांडव युधिष्ठिर, लक्ष्मण, अर्जुन, गणेश और शत्रुघ्न सिन्हा ने रावण को मार दिया।”
पोस्ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी इसे वायरल कर रहे हैं। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने राहुल गांधी के नाम से वायरल ट्वीट के स्क्रीनशॉट की सच्चाई पता लगाने के लिए सबसे पहले उसे ध्यान से स्कैन किया। इसमें राहुल गांधी का अंग्रेजी में गलत नाम लिखते हुए Rahu लिखा गया। यदि यह असली ट्वीट होता तो नाम Rahul लिखा होता। ट्वीट पर 19 मार्च 18 की तारीख दी हुई थी। इसके आधार पर हमने पड़ताल को आगे बढ़ाया। ट्विटर एडवांस सर्च टूल का इस्तेमाल करते हुए 19 मार्च 2018 के ट्वीट खोजे । पता चला कि राहुल गांधी के अकाउंट से 19 मार्च 2018 को तीन ट्वीट हुए थे। इसमें वायरल ट्वीट मौजूद नहीं था।
विश्वास न्यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत से संपर्क किया। उन्होंने वायरल ट्वीट के स्क्रीनशॉट को फर्जी बताते हुए कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी के खिलाफ फेक न्यूज बनाने और फैलाने का काम ट्रोलआर्मी लगातार करती रही है। राहुल गांधी ने भारत के शास्त्रों और विश्व के तमाम ग्रंथों का अध्ययन किया है।
पड़ताल के अंत में फेसबुक यूजर गोविंद एस. जैन की सोशल स्कैनिंग की गई। इसी यूजर ने फर्जी पोस्ट की थी। पता चला कि इस अकाउंट से 2.4 हजार लोग जुड़े हुए हैं। यह अकाउंट मई 2009 को बनाया गया था। मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला यह यूजर महाराष्ट्र में रहता है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में राहुल गांधी के नाम पर वायरल ट्वीट का स्क्रीनशॉट फर्जी साबित हुआ। उन्होंने कभी भी महाभारत को लेकर ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया है। वायरल ट्वीट के स्क्रीनशॉट को एडिटिंग टूल की मदद से तैयार किया गया है।
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