Fact Check : पीएम मोदी की कोलकाता रैली के पुराने वीडियो को अब बाड़मेर का बताकर किया गया वायरल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा भ्रामक साबित हुआ। पीएम मोदी की कोलकाता रैली के 2019 के वीडियो को कुछ यूजर्स बाड़मेर का अभी का बताकर भ्रम फैला रहे हैं।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में लोकसभा चुनाव 2024 से जोड़ते हुए पीएम नरेंद्र मोदी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। 30 सेकंड के इस वीडियो में पीएम को भीड़ का अभिवादन करते हुए देखा जा सकता है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को राजस्‍थान के बाड़मेर का अभी का बताकर शेयर कर रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा भ्रामक साबित हुआ। पीएम मोदी की कोलकाता रैली के 2019 के वीडियो को कुछ यूजर्स बाड़मेर का अभी का बताकर भ्रम फैला रहे हैं। यह वीडियो एक बार पहले भी वायरल हो चुका है। उसकी पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर नेआ तुमाल ने 20 अप्रैल को एक वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा, “राजपूतों को भड़काने के बाद की सुनामी है ये। ये सुनामी है राजस्थान के बाड़मेर का। चाहे जितना जोर लगा लो सबसे आगे होंगे पीएम मोदी।”

https://twitter.com/sanju__31/status/1780958761005597074

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी शेयर कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की पड़ताल के लिए सबसे पहले वीडियो के कई कीफ्रेम्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल लेंस टूल के जरिए सर्च किया। हमें भाजपा के एक्‍स हैंडल पर असली वीडियो मिला। 3 अप्रैल 2019 को पोस्‍ट किए गए इस वीडियो को पीएम मोदी की कोलकाता रैली का बताया गया।

यही वीडियो हमें पीएम नरेंद्र मोदी के आध‍िकारिक एक्‍स हैंडल पर भी मिला। इसे भी 3 अप्रैल 2019 को अपलोड किया गया था।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्वास न्यूज ने बाड़मेर में हुई रैली के बारे में जानकारी जुटाई । हमें 12 अप्रैल 2024 को एएनआई न्‍यूज के यूट्यूब चैनल पर रैली से जुड़ा वीडियो मिला। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पीएम मोदी ने जैकेट पहना हुआ है, जबकि वायरल वीडियो में पीएम ने कोई जैकेट नहीं पहना हुआ है। इससे यह स्‍पष्‍ट हुआ कि वायरल वीडियो बाड़मेर का नहीं है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, राजस्‍थान के वरिष्‍ठ संवाददाता नरेंद्र शर्मा से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए स्‍पष्‍ट किया कि वायरल वीडियो बाड़मेर की रैली का नहीं है।

जांच के अंत में नेआ तुमाल के अकाउंट के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की । यह अकाउंट लॉक होने के कारण कोई खास जानकारी नहीं मिल पाई।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में राजस्‍थान के बाड़मेर की रैली के नाम पर पीएम मोदी की रैली का वीडियो कोलकाता का साबित हुआ। 2019 के वीडियो को कुछ लोग राजस्‍थान का बताकर भ्रम फैला रहे हैं।

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