विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी निकली। रायपुर, पुणे की खबरों की लाइन को इस्तेमाल करके यह फर्जी स्क्रीनशॉट तैयार किया गया है।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। देश में कोरोना महामारी की भयावहता के बीच सोशल मीडिया में कुछ लोग झूठ फैलाकर स्थिति को और बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। सोशल मीडिया यूजर्स एक न्यूज चैनल के फर्जी स्क्रीनशॉट को वायरल कर रहे हैं। इसके जरिए दावा किया जा रहा है कि देश में फिर से लॉकडाउन लग रहा है। हमारी जांच में वायरल पोस्ट फर्जी निकली।
विश्वास न्यूज ने जब वायरल पोस्ट की जांच की हमें पता चला कि अलग-अलग खबरों के कंटेंट के अलावा कुछ फर्जी खबर और दूसरे कार्यक्रम की तस्वीर को मिलाकर एक न्यूज चैनल का स्क्रीनशॉट बनाया गया है। सच मानकर यूजर्स इसे वायरल कर रहे हैं।
फेसबुक यूजर अहीर छोरा ने ‘गया बॉयपास’ नाम के एक फेसबुक ग्रुप पर एक फर्जी पोस्ट अपलोड की। इसमें दावा किया गया कि 9 अप्रैल से 19 अप्रैल तक लॉकडाउन लगेगा। इसके अलावा इसमें अमित शाह की पुरानी तस्वीर का भी इस्तेमाल किया गया।
फेसबुक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट के कंटेंट को चार हिस्सों में बांटकर जांच शुरू किया। सबसे पहले हमने वायरल स्क्रीनशॉट के ऊपर लिखे ‘9 अप्रैल से 19 अप्रैल तक लॉकडाउन लगेगा’ लाइन को टीवी9 के यूट्यूब चैनल पर मौजूद खबरों में खोजना शुरू किया। हमें 8 अप्रैल की एक खबर मिली। यह खबर रायपुर के लॉकडाउन को लेकर थी। हमें वीडियो के 12वें सेकंड पर वही लाइन मिली, जो वायरल स्क्रीनशॉट में लिखी गई थी। इस लाइन से बस रायपुर का जिक्र हटा दिया गया था। पूरी खबर यहां क्लिक करके देखें।
अब हमें दूसरी लाइन का सच जानना था। ‘कल से एक हफ्ते के लिए लगाया जाएगा लॉकडाउन’ लाइन को हमने टाइप करके फिर से यूट्यूब का रूख किया। साथ में कीवर्ड में टीवी9 भी लिखकर सर्च किया। हमें 2 अप्रैल की एक न्यूज मिली। इसके 27वें सेकंड में हमें वही लाइन मिली, जो वायरल स्क्रीनशॉट में अमित शाह की तस्वीर के साथ इस्तेमाल की गई थी। यह खबर पुणे के लॉकडाउन के बारे में जानकारी दे रही थी। पूरी खबर आप यहां देख सकते हैं।
अब हमें यह जानना था कि वायरल स्क्रीनशॉट में इस्तेमाल अमित शाह की तस्वीर कहां की है। सर्च के दौरान हमें 14 जून 2020 की एक खबर में यह तस्वीर मिली। यह तस्वीर दिल्ली में कोरोना से निपटने के लिए हुई केंद्रीय गृह मंत्री की मीटिंग की निकली। पूरी खबर यहां पढ़ें।
पड़ताल के दौरान विश्वास न्यूज ने वायरल स्क्रीनशॉट के नीचे हिस्से पर लिखी लाइन ‘इमरजेंसी बैठक में फैसला स्कूल-कॉलेज परीक्षाओं पर लगाई रोक’ की सच्चाई जानने के लिए गूगल सर्च का इस्तेमाल किया। हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो इस बात की पुष्टि करती हो। स्कूलों को लेकर हर राज्य सरकार अपने स्तर पर फैसले ले रही हैं।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्वास न्यूज ने टीवी9 के सीनियर एडिटर से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वायरल स्क्रीनशॉट उनके पास भी आया था। यह फेक है।
जांच के अंतिम दौर में हमने फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की तो हमें पता चला कि फेसबुक यूजर अहीर छोरा ने अपना अकाउंट लॉक्ड किया हुआ है। इसलिए हमें ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी निकली। रायपुर, पुणे की खबरों की लाइन को इस्तेमाल करके यह फर्जी स्क्रीनशॉट तैयार किया गया है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।