पूरा सच : क्‍या वाकई पाकिस्‍तान की मदद करना चाहते हैं राहुल गांधी, सच जानिए यहां

नई दिल्‍ली (विश्‍वास टीम)। वॉट्सऐप पर एक स्‍क्रीन शॉट वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी पाकिस्‍तान की मदद करना चाहते हैं। इतना ही नहीं, वायरल मैसेज में यहां तक दावा किया गया है कि कांग्रेस की सरकार बनते ही पाकिस्‍तान को 5 हजार करोड़ का कर्ज बिना ब्‍याज का 50 साल के लिए दिया जाएगा। राहुल गांधी और पाकिस्‍तान के कर्ज के नाम पर फैलाया जा रहा यह मैसेज विश्‍वास टीम की पड़ताल में फर्जी निकला। ‘ABP News’ की ब्रेकिंग प्‍लेट पर फेक बयान को चिपकाकर यह पोस्‍ट वायरल की जा रही है।

क्‍या है वायरल मैसेज में?

Vipin Motwani नाम के यूजर की फेसबुक पोस्‍ट का स्‍क्रीन शॉट वायरल हो रहा है। ‘ABP News’ के लोगो और ब्रेकिंग प्‍लेट का दुरुपयोग करते हुए यह मैसेज बनाया गया है। इसमें लिखा है – पाकिस्‍तान की मदद करना जरूरी है और हम यह जरूर करेंगे – रा‍हुल गांधी। इस मैसेज के नीचे दूसरा मैसेज है – हमारी सरकार बनते ही पाकिस्‍तान को 5 हजार करोड़ कर्ज देंगे बिना ब्‍याज 50 साल के लिए – राहुल गांधी। वायरल मैसेज के साथ कैप्‍शन है – अगर इसके बाद भी कोई हिंदुस्‍तानी कांग्रेस के साथ है तो उसे डूब मरना चाहिए।

फेसबुक ग्रुप पर विपिन मोटवानी ने 28 नवंबर, 2018 को रात 10:54 बजे वायरल पोस्‍ट मूल रूप से अपलोड की थी। इसे अब तक सात हजार से ज्‍यादा बार शेयर किया जा चुका है।विपिन मोटवानी एक खास पार्टी का समर्थन करते हैं। इसके लिए वह अपने फेसबुक अकाउंट का यूज करते हैं।

Twitter पर भी यह फेक पोस्‍ट वायरल है? इसकी सच्‍चाई जानने के लिए हमने InVID टूल की हेल्‍प ली। पोस्‍ट फेसबुक से होते हुए Twitter और WhatsApp तक पर फैली हुई है।

Twitter पर भी वायरल है फेक पोस्‍ट

पड़ताल

विश्‍वास टीम के WhatsApp नंबर 9205270923 पर एक यूजर ने राहुल गांधी से जुड़े इस मैसेज की सच्‍चाई जानने के लिए भेजा। चूंकि पोस्‍ट में विपिन मोटवानी नाम के यूजर का नाम था। इसलिए हमने सबसे पहले विपिन मोटवानी का फेसबुक अकाउंट सर्च किया। मोटवानी के फेसबुक अकाउंट पर यही पोस्‍ट 28 नवंबर 2018 को रात 11 बजे डाली गई थी, जबकि WhatsApp पर पोस्‍ट का वक्‍त 10:54 बजे का था। छह मिनट के गैप के अलावा विपिन के अकाउंट पर यही पोस्‍ट सिर्फ 11 लोगों ने शेयर की। जबकि हमें जो पोस्‍ट मिली, उसे सात हजार से ज्‍यादा बार शेयर किया जा चुका है। यानि वायरल पोस्‍ट को और कहीं अपलोड किया गया था। इसके बाद हमने वायरल पोस्‍ट के साथ शेयर की जा रही लाइन – ”अगर इसके बाद भी कोई हिंदुस्तानी कांग्रेस के साथ है तो” को फेसबुक के सर्च ऑप्‍शन में डालकर सर्च किया। यह पोस्‍ट सबसे पहले विपिन मोटवानी ने Facebook ग्रुप में अपलोड की थी। वायरल पोस्‍ट और इस ग्रुप में अपलोड पोस्‍ट की टाइमिंग एक ही थी।

फेसबुक ग्रुप से वायरल हुई है राहुल गांधी से जुड़ी फेक पोस्‍ट

अब हमें यह जानना था कि क्‍या वाकई राहुल गांधी ने ऐसा कोई बयान दिया था। इसके लिए हमने वायरल पोस्‍ट से जुड़े कीवर्ड को गूगल में सर्च किया। हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली। इसके अलावा हमने ‘ABP News’ की वेबसाइट और Youtube पर भी राहुल गांधी से जुड़ी वायरल पोस्‍ट सर्च की। लेकिन हमारे हाथ ऐसा कुछ नहीं लगा, जैसा कि वायरल पोस्‍ट में है।

इसके बाद हमने वायरल पोस्‍ट और ‘ABP News’ की वेबसाइट के वीडियो को ध्‍यान से देखा और तुलना की। वायरल पोस्‍ट में BREAKING NEWS के बाद हिंदी में लिखने के लिए जिस फॉन्ट का यूज किया गया है, वह फॉन्ट ‘ABP News’ यूज नहीं करता है। वायरल पोस्‍ट का फॉन्ट पतला है, जबकि चैनल का फॉन्ट थोड़ा बोल्‍ड होता है। हर बड़ा मीडिया संस्‍थान अपने खास फॉन्ट का ही यूज करता है। चैनल के ग्राफिक प्‍लेट के ऊपर अलग से टेक्स्ट लिखा गया है। इसके अलावा वायरल पोस्‍ट में सेन्टेस भी गलत हैं, जबकि बड़े न्‍यूज चैनलों की स्‍टाइलशीट ऐसी नहीं होती है।

विश्‍वास टीम ने ABP न्‍यूज के एक उच्‍चाधिकारी से बात की तो उन्‍होंने कहा कि उनके चैनल की ओर से ऐसी कोई खबर प्रसारित नहीं की गई। वायरल स्‍क्रीनशॉट फेक है।

अब बारी थी नकली पोस्‍ट को वायरल करने वाले यूजर की सोशल स्‍कैनिंग की। इसके लिए हमने stalkscan.com की मदद ली। इससे हमें पता चला कि विपिन मोटवानी (vipin.motwani.12) एक खास विचारधारा को प्रमोट करने के लिए अपने फेसबुक अकाउंट का यूज करते हैं। राजस्‍थान के कोटा के रहने वाले मोटवानी विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट करते हुए फेसबुक पोस्‍ट भी अपलोड कर चुके हैं।

फेक पोस्‍ट को वायरल करने वाले यूजर के फेसबुक अकाउंट पर मौजूद पोस्‍ट

निष्‍कर्ष : विश्‍वास टीम की पड़ताल में पता चला कि राहुल गांधी के नाम पर वायरल पोस्‍ट फेक है। ‘ABP News’ की ग्राफिक प्‍लेट से छेड़छाड़ करते जानबूझकर राहुल गांधी के नाम पर फेक कोट्स वायरल किया जा रहा है।

पूरा सच जानें… सब को बताएं

सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

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Symbols that define nature of fake news
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