Fact Check : J&K विधानसभा में BJP विधायकों को सदन में अव्यवस्था होने पर निकाला गया, भारत माता के नारे लगाने के कारण नहीं

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। दरअसल भाजपा के विधायक विशेष दर्जे के प्रस्‍ताव का विरोध कर रहे थे। जिसके बाद स्‍पीकर ने विधायकों को मार्शल बुलाकर बाहर कर दिया था।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। जम्‍मू-कश्‍मीर विधानसभा में विशेष दर्जे के प्रस्‍ताव और अनुच्‍छेद 370 को लेकर हुए बवाल के बाद भाजपा के विधायकों को मार्शल की मदद से बाहर निकाल दिया गया था। अब इसी से जुड़ी एक क्लिप को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि विधानसभा में भारत माता की जय बोलने पर विधायकों को जबरन मार्शल बुलाकर बाहर निकाल दिया गया।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। दरअसल भाजपा के विधायक विशेष दर्जे के प्रस्‍ताव का विरोध कर रहे थे। जिसके बाद स्‍पीकर ने विधायकों को मार्शल बुलाकर बाहर कर दिया था। उसी से जुड़े वीडियो को एडिट करके अब गलत और सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्‍या हो रहा है वायरल

डॉ. मेजर अनिल कुमार शर्मा नाम के एक यूजर ने 10 नवंबर को एक वीडियो को पोस्‍ट करते हुए दावा किया, “जम्मू-कश्मीर विधान सभा में भारत माता की जय बोलने के बाद निम्नलिखित दृश्य को विस्फारित आँखों से देखें। सिर खुजाओ भाइयों, ये है हमारे ही देश में हिंदुओं की हालत। आगे क्या? सेक्युलर विशेष रूप से ध्यान दें। अगर ऐसे हर मंत्रिमंडल में उनकी (मुस्लिम बहुसंख्यक) संख्या बढ़ जाए तो क्या होगा।”

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे मिलते-जुलते दावे के साथ कई यूजर्स शेयर कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट में किए गए दावे की जांच के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल का इस्‍तेमाल किया। ओपन सर्च में हमें एक भी ऐसी मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जो वायरल दावे की पुष्टि कर सके। किसी भी खबर में ऐसा कोई जिक्र नहीं था कि जम्‍मू-कश्‍मीर विधानसभा में भारत माता के नारे लगाने के कारण किसी विधायक को बाहर निकाला गया।

वायरल दावे के साथ जो वीडियो इस्‍तेमाल किया गया, उसमें दो क्लिप थी। इसके बारे में सर्च करने पर हमें मनी कंट्रोल डॉट कॉम के यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो मिला। 3:47 घंटे के इस वीडियो को पूरा देखने पर हमें 33 मिनट से ले‍कर 38 मिनट के बीच में वायरल क्लिप्‍स मिलीं। इस वीडियो को 8 नवंबर को पोस्‍ट किया गया था। इसमें भी बताया गया कि धारा 370 को लेकर विरोध प्रदर्शन के बाद भाजपा विधायकों को बाहर निकाला गया।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने दैनिक जागरण जम्‍मू के संस्‍करण को स्‍कैन किया । 9 नवंबर को प्रकाशित खबर में बताया गया कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विशेष के प्रस्ताव और अनुच्छेद 370 से उपजी रार सत्र के अंतिम दिन भी नहीं थमी और सदन में नारेबाजी और धक्कामुक्की के साथ हाथापाई की नौबत आती दिखी। सत्र आरंभ होते ही पीडीपी विधायकों और इंजीनियर रशीद के भाई शेख खुर्शीद द्वारा अनुच्छेद 370 के समर्थन में पोस्टर लहराने के साथ ही हंगामा शुरू हो गया और भाजपा विधायकों ने यह पोस्टर छीन लिया और फाड़ दिया। हंगामे और धक्का-मुक्की के बीच शेख खुर्शीद और भाजपा के 12 विधायकों को स्पीकर के आदेश पर मार्शलों ने बाहर निकाल दिया।

पूरी खबर को नीचे पढ़ा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच के दौरान राज्‍य के भाजपा विधायक विक्रम रंधावा से संपर्क किया। रंधावा को भी विधानसभा से बाहर किया गया था। उन्‍होंने बताया कि विशेष दर्जे के प्रस्‍ताव और अनुच्‍छेद 370 पर हमारा विरोध था। लेकिन स्‍पीकर ने हम विधायकों को जबरन मार्शल की मदद से बाहर करवा दिया था। नारे वाली बात गलत है।

विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण, जम्‍मू के वरिष्‍ठ पत्रकार राहुल शर्मा से पूरे मामले को लेकर बात की। उन्‍होंने वायरल पोस्‍ट को फर्जी बताते हुए कहा कि पूरा बवाल अनुच्‍छेद 370 और विशेष दर्जे के प्रस्‍ताव को लेकर हुआ था। कुछ नारे में लगे थे। लेकिन यह कहना गलत होगा कि नारे के कारण भाजपा विधायकों को बाहर निकाला गया था।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि डॉ. मेजर अनिल कुमार शर्मा नाम के यूजर को नौ हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में यह दावा गलत साबित हुआ कि भारत माता के नारे लगाने के कारण विधायकों को बाहर निकाला गया। दरअसल विशेष दर्जे के प्रस्‍ताव और अनुच्‍छेद 370 को लेकर हुए बवाल के बाद भाजपा के विधायकों को मार्शल की मदद से बाहर निकाल दिया गया था।

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