Fact Check : कन्हैया कुमार ने नहीं अपनाया इस्लाम, पुराने वीडियो के साथ की गई छेड़छाड़

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह फर्जी साबित हुई। दरअसल कन्‍हैया कुमार के पांच साल पुराने वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके वायरल वीडियो तैयार किया गया है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया कुमार का एक वीडियो इनदिनों काफी वायरल हो रहा है। इस वीडियो को शेयर करते हुए सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि कन्‍हैया मुसलमान हैं। उन्‍हें यह बात खुद वायरल वीडियो में स्‍वीकार की है।

इस दावे को सच मानकर अलग-अलग सोशल मीडिया यूजर्स इसे वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह फर्जी साबित हुई। दरअसल कन्‍हैया कुमार के पांच साल पुराने वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके वायरल वीडियो तैयार किया गया है।

असली वीडियो में कन्‍हैया ने देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के भाषण का जिक्र करते हुए लोगों को संबोधित किया था। कन्‍हैया ने मुसलमानों को संबोधित करते हुए धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों से सावधान रहने की बात मूल वीडियो में कही थी। इस हिस्‍से के साथ भी छेड़छाड़ करके वायरल वीडियो में जोड़ा गया। हमारी जांच में वायरल पोस्‍ट पूरी तरह बेबुनियाद और सांप्रदायिक साबित हुई।

क्‍या हो रहा है वायरल?

फेसबुक यूजर ‘सुभाष चंद्रा विश्‍वकर्मा’ ने 5 मई को एक पोस्‍ट करते हुए दावा किया, “मित्रों कांग्रेसी कन्हैया तो अब्दुल निकला भाई..मै मुसलमान बन चुका हूं…! सबको मुसलमान बन जाना चाहिए…!पुराना (हिंदू) धर्म बेकार है..! अल्लाह से ताकतवर कोई नही..! इस्लाम में छुआछूत नही है”..!”

वीडियो में कन्‍हैया कुमार को यह बोलते हुए दिखलाया गया, “हमारा इतिहास यहां से जुड़ा हुआ है। हम सारे के सारे लोग अरब से चलकर यहां नहीं आए हैं। हम यहीं पर पले हैं। बढ़ें हैं। इस धर्म की जो खासियत थी और जो पुराना धर्म था, जिसमें छूआछूत था। उसकी वजह से लोगों ने छोड़कर यह अपनाया है, क्‍योंकि यह पीस की बात करता है। बराबरी की बात करता है। मस्जिद में ऊंच-नीच नहीं होता है। इस आधार पर हमने यह धर्म अपनाया है। इसे छोड़कर हम नहीं जाएंगे। हम खुद को भी बचाएंगे और अपनी कौम को बचाते हुए इस देश को भी बचाएंगे। अल्लाह के पास बहुत ताकत है। अल्‍लाह हमारी रक्षा करे।”

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल पोस्‍ट में इस्‍तेमाल किए गए वीडियो के बारे में सच पता लगाने के लिए इसके कई कीफ्रेम्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल लेंस के जरिए सर्च करना शुरू किया। हमें असली वीडियो ‘वन चैनल’ नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला। इसे 27 अगस्‍त 2028 को अपलोड किया गया था। इसमें बताया गया कि कन्‍हैया कुमार ने नांदेड़ में मुस्लिम समाज के बुद्धिजीवी लोगों के सवालों के जवाब दिए।

इस वीडियो में 11:50 की टाइम लाइन पर कन्‍हैया कुमार को यह बोलते हुए सुना जा सकता है, “देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद ने जामा मस्जिद की सीढ़ी से तकरीर किया और कहा- यह मुल्‍क हम सबका है। किसी के कहने पर हम कहीं नहीं चले जाएंगे। इस मुल्‍क की मिटी में हमारा खून-पसीना है। हमारा इतिहास यहां से जुड़ा हुआ है। हम सारे के सारे लोग अरब से चलकर यहां नहीं आए हैं। हम यहीं पर पले हैं। बढ़ें हैं। इस धर्म की जो खासियत थी और जो पुराना धर्म था, जिसमें छूआछूत था। उसकी वजह से लोगों ने छोड़कर यह अपनाया है,क्‍योंकि यह पीस की बात करता है। बराबरी की बात करता है। मस्जिद में ऊंच-नीच नहीं होता है। इस आधार पर हमने इस धर्म अपनाया है। इसे छोड़कर हम नहीं जाएंगे।

इसी वीडियो में 15 मिनट के बाद कन्‍हैया कहते हैं, “कोई भी कौम का रहबर बनकर आए और यह कहे कि धर्म बचाएंगे। तो उनको भी बराबर जवाब दीजिए। कहिए अल्लाह के पास बहुत ताकत है। अल्‍लाह हमारी रक्षा करे। हमको धर्म बचाने वाला नहीं चाहिए।”

वीडियो में आगे 15:50 मिनट पर कन्‍हैया को यह सुनते सुना जा सकता है, “संविधान ने हमको बराबरी का हक दिया है। यह मुल्‍क हमारा भी उतना ही है, जितना हिंदुओं का है और इसके इतिहास में हमने भी कुर्बानियां दी हैं। और आज फिर इस देश पर हमला हुआ है, तब कंधे से कंधा मिलाकर हम खुद को भी बचाएंगे और अपनी कौम को बचाते हुए इस देश को भी बचाएंगे।

इस वीडियो को पूरा सुनने के बाद यह स्‍पष्‍ट हो गया कि कन्‍हैया कुमार के पांच साल पुराने भाषण के साथ छेड़छाड़ करके वायरल क्लिप तैयार की गई है। मूल वीडियो में से तीन अलग-अलग हिस्‍सों को जोड़कर वायरल क्लिप तैयार की गई है।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के गिरीश कुमार से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल वीडियो गलत है। कन्‍हैया कुमार ने देश के पहले शिक्षा मंत्री के कथन और सांप्रदायिक राजनीति से दूर रहने की बात कही थी। उसी वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके वायरल वीडियो तैयार किया गया है। यह पूरी तरह से फर्जी है।

पड़ताल के अंत में फेसबुक यूजर ‘सुभाष चंद्रा विश्‍वकर्मा’ के अकाउंट की जांच की गई। इसी यूजर ने फर्जी पोस्‍ट किया था। यूजर को आठ सौ से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। यह यूजर यूपी के जौनपुर में रहता है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में कांग्रेस नेता कन्‍हैया कुमार से जुड़ी वायरल पोस्‍ट गलत साबित हुई। उनके पुराने वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके वायरल क्लिप तैयार की गई है। कन्‍हैया के इस्‍लाम स्‍वीकार करने की बात पूरी तरह बेबुनियाद है।

FB User Subhshchandra Vishwakarma

कांग्रेसी कन्हैया तो अब्दुल निकला भाई..

False
Symbols that define nature of fake news
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