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Fact Check : जावेद जाफरी का फेक ट्वीट वायरल, एक्‍टर ने नहीं किया ऐसा कोई ट्वीट

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में जावेद जाफरी के नाम पर वायरल स्‍क्रीनशॉट फर्जी निकला। जावेद ने ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया था।

  • By: Ashish Maharishi
  • Published: Apr 22, 2020 at 03:34 PM
  • Updated: May 6, 2020 at 10:22 AM

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। कोरोना महामारी जैसे मुश्किल वक्‍त में भी कुछ लोग नफरत फैलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। बॉलीवुड एक्‍टर जावेद जाफरी के नाम से एक फर्जी ट्वीट वायरल करते हुए कुछ लोग दो धर्मों के बीच नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। वायरल ट्वीट के जरिए दावा किया जा रहा है कि जावेद जाफरी ने कहा कि थूक लगाकर फल-सब्‍जी बेचने वाले मुसलमानों का बहिष्‍कार कर के कुछ हिंदू नफरत फैला रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने जब वायरल ट्वीट की पड़ताल की तो यह फर्जी निकला। जावेद जाफरी ने ऐसा कोई भी ट्वीट नहीं किया।

क्‍या हो रहा वायरल

फेसबुक यूजर Pravesh Chhetri ने 17 अप्रैल को जावेद जाफरी का फर्जी ट्वीट का स्‍कीनशॉट अपलोड करते हुए लिखा : ये कहना क्या चाहता है? इनके थूक वाले फल सब्जी खानी चाहिए तब हिन्दू सहिष्णु कहलाया जाएगा क्या ??? 🤔🤔🤔

स्क्रीनशॉट पर जावेद जाफरी का नाम और फोटो इस्‍तेमाल करते हुए उनके हवाले से लिखा गया : जरूरी नहीं की थूक लगाकर फल और सब्‍जी बेच रहे सभी मुसलमान कोरोना पॉजिटिव हो। फिर भी कुछ हिंदू ग्राहक मुस्लिम विक्रेताओं का बहिष्‍कार कर नफरत फैला रहे हैं। इतने असहिष्‍णु क्‍यों हैं आप?

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले गूगल में जावेद जाफरी से जुड़ी खबरों को सर्च करना शुरू किया। हमें कई वेबसाइट पर जावेद जाफरी के फेक ट्वीट को लेकर खबरें मिलीं।

इसके बाद हम जावेद जाफरी के ट्विटर हैंडल पर गए। वहां हमें फर्जी ट्वीट को लेकर जावेद जाफरी की सफाई मिली। 19 अप्रैल को जावेद ने एक वीडियो बनाकर अपलोड किया। इसमें जावेद को फर्जी ट्वीट की सच्‍चाई पर से पर्दा उठाते हुए देखा जा सकता है। उन्‍होंने फर्जी ट्वीट को फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। पूरा वीडियो आप नीचे देख सकते हैं। इस वीडियो को अब तक 12 हजार से ज्‍यादा बार रिट्वीट किया गया है।

17 अप्रैल को जावेद ने फर्जी ट्वीट को लेकर बताया कि मेरे नाम से फैल रहा स्‍क्रीनशॉट फेक है।

पड़ताल के अगले चरण में हमने मुंबई स्थित बॉलीवुड के जाने माने पत्रकार पराग छापेकर से बात की। उन्‍होंने बताया कि जावेद जाफरी ने इसे फेक करार दे दिया है। इस मुश्किल टाइम में पता नहीं कौन लोग हैं, जो माहौल खराब करना चाहते हैं।

अंत में हमने जावेद जाफरी के नाम पर झूठ फैलाने वाले फेसबुक यूजर Pravesh Chhetri के अकाउंट की जांच की। हमें पता चला कि यूजर फिलहाल नेपाल में रहता है। इसके अकाउंट पर हमें वायरल कंटेंट ज्‍यादा मिला।

Disclaimer: कोरोनावायरसफैक्ट डाटाबेस रिकॉर्ड फैक्ट-चेक कोरोना वायरस संक्रमण (COVID-19) की शुरुआत से ही प्रकाशित हो रही है। कोरोना महामारी और इसके परिणाम लगातार सामने आ रहे हैं और जो डाटा शुरू में एक्यूरेट लग रहे थे, उसमें भी काफी बदलाव देखने को मिले हैं। आने वाले समय में इसमें और भी बदलाव होने का चांस है। आप उस तारीख को याद करें जब आपने फैक्ट को शेयर करने से पहले पढ़ा था।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में जावेद जाफरी के नाम पर वायरल स्‍क्रीनशॉट फर्जी निकला। जावेद ने ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया था।

  • Claim Review : जरूरी नहीं की थूक लगाकर फल और सब्‍जी बेच रहे सभी मुसलमान कोरोना पॉजिटिव हो। फिर भी कुछ हिंदू ग्राहक मुस्लिम विक्रेताओं का बहिष्‍कार कर नफरत फैला रहे हैं। इतने असहिष्‍णु क्‍यों हैं आप?
  • Claimed By : फेसबुक यूजर Pravesh Chhetri
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