Fact Check: जनता कर्फ्यू के दिन जयपुर का रामगंज भी रहा बंद, वायरल वीडियो फर्जी निकला

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में जयपुर के रामगंज के नाम पर वायरल वीडियो फर्जी निकला 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दिन देश के तमाम हिस्‍सों की तरह रामगंज भी बंद रहा। कुछ लोगों ने जानबूझकर एक दिन पहले का वीडियो फर्जी दावे के साथ बनाकर वायरल किया।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। जनता कर्फ्यू को लेकर सोशल मीडिया में कई प्रकार झूठ फैला हुआ है। रामगंज के एक पुराने वीडियो को कुछ लोग यह कह कऱ वायरल कर रहे हैं कि जनता कर्फ्यू के दिन इलाका बंद नहीं रहा।

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल दावा फर्जी निकला। वीडियो को जानबूझकर झूठे दावे के साथ वायरल किया गया। इस संबंध में जयपुर पुलिस ने तीन लोगों को अरेस्‍ट भी कर लिया है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर मनोज गर्ग ने 22 मार्च को एक वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा : ”जयपुर के मिनी पाकिस्तान (यानी पवित्र जगह) रामगंज में जनता कर्फ्यू के हाल देखो। उनके वहाँ भारत के कानून यानी धारा 144 नहीं चलती।”

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले जयपुर के ईपेपर को खंगालना शुरू किया। हमें वहां के स्‍थानीय अखबारों में वायरल वीडियो को लेकर खबरें मिलीं। इन खबरों में बताया गया कि देवेंद्र व करण सिंह नाम के दो युवकों ने शनिवार को यह वीडियो बनाकर रविवार को करीब 11 बजे वायरल किया। शनिवार को बाजार बंद नहीं थे। खुले बाजार का वीडियो फर्जी दावे के साथ वायरल करने पर पुलिस ने तीन लोगों को अरेस्‍ट किया है।

इसके बाद विश्‍वास न्‍यूज ने जयपुर पुलिस के Twitter हैंडल को खंगाला। हमें 22 मार्च का एक ट्वीट मिला। इसमें पुलिस ने रामगंज की असलियत बयां करता हुए एक वीडियो अपलोड करते हुए बताया कि जो वीडियो वायरल हो रहा है, वह फेक है।

पड़ताल के अगले चरण में हमने जयपुर पुलिस से संपर्क किया। जयपुर पुलिस कमिश्‍नर आनंद श्रीवास्तव ने विश्‍वास न्‍यूज को बताया, ”रामगंज के नाम पर वायरल वीडियो फर्जी है। इस संबंध में तीन लोगों को अरेस्‍ट भी किया गया है।”

अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने मनोज गर्ग नाम के यूजर की सोशल स्‍कैनिंग की। हमें पता चला कि यूजर श्री गंगानगर का रहने वाला है। इसने यह अकाउंट अगस्‍त  2012 को बनाया था। इस अकाउंट पर सांप्रदायिक पोस्‍ट काफी अपलोड की जाती हैं।

Disclaimer: कोरोनावायरसफैक्ट डाटाबेस रिकॉर्ड फैक्ट-चेक कोरोना वायरस संक्रमण (COVID-19) की शुरुआत से ही प्रकाशित हो रही है। कोरोना महामारी और इसके परिणाम लगातार सामने आ रहे हैं और जो डाटा शुरू में एक्यूरेट लग रहे थे, उसमें भी काफी बदलाव देखने को मिले हैं। आने वाले समय में इसमें और भी बदलाव होने का चांस है। आप उस तारीख को याद करें जब आपने फैक्ट को शेयर करने से पहले पढ़ा था।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में जयपुर के रामगंज के नाम पर वायरल वीडियो फर्जी निकला 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दिन देश के तमाम हिस्‍सों की तरह रामगंज भी बंद रहा। कुछ लोगों ने जानबूझकर एक दिन पहले का वीडियो फर्जी दावे के साथ बनाकर वायरल किया।

False
Symbols that define nature of fake news
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