Fact Check : राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने नहीं कहा कि फर्जीवाड़े में 80% राजपूत शामिल

अपने बयान में सीएम ने कहा था कि संजीवनी पीड़ितों में 80 फीसदी राजपूत हैं, लेकिन कुछ लोगों ने यह वायरल कर दिया है कि फर्जीवाड़े में 80 फीसदी राजपूत शामिल हैं। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत के नाम पर एक बयान वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर हमला बोलते हुए कहा है कि फर्जीवाड़े में 80 फीसदी राजपूत शामिल हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। पता चला कि अशोक गहलोत ने गजेंद्र सिंह शेखावत को लेकर जयपुर में एक बयान दिया था। इसमें उन्‍होंने संजीवनी घोटाले को लेकर केंद्रीय मंत्री और उनके परिवार पर आरोप लगाया था। अपने बयान में सीएम ने कहा था कि संजीवनी पीड़ितों में 80 फीसदी राजपूत हैं, लेकिन कुछ लोगों ने यह वायरल कर दिया है कि फर्जीवाड़े में 80 फीसदी राजपूत शामिल हैं। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर ‘राजपूताना अखंड हमारा’ ने 23 फरवरी को लिखा, “राजपूत समाज पर टिप्पणी भारी पड़ेगी गहलोत जी। #राजपूतविरोधीगहलोत।” इसके साथ लिखा गया, “गहलोत का केंद्रीय मंत्री पर हमला, कहा-फर्जीवाड़े में 80 फीसदी राजपूत शामिल।”

पोस्‍ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी इसे वायरल कर रहे हैं। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत के नाम से वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल का इस्‍तेमाल किया। संबंधित कीवर्ड टाइप करके सर्च करने पर अशोक गहलोत का असली बयान फर्स्‍ट इंडिया न्‍यूज के यूट्यूब चैनल पर मिला। 23 फरवरी को अपलोड इस वीडियो में चार मिनट के बाद से अशोक गहलोत को यह बोलते हुए सुना जा सकता है, “जो गरीब बर्बाद हो गए हैं। 80 प्रतिशत राजपूत हैं उसमें।” पूरे बयान में अशोक गहलोत ने यह नहीं कहा कि फर्जीवाड़े में 80 फीसदी राजपूत शामिल हैं।”

सर्च के दौरान ‘लाइव हिंदुस्‍तान’ की वेबसाइट पर एक खबर मिली। इसमें भी अशोक गहलोत का बयान छापते हुए लिखा गया कि लोगों के लाखों नहीं, बल्कि करोड़ों में पैसे डूबे हैं। इन निवेशकों में से ज्‍यादातर राजपूत समाज के ही हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, जयपुर के वरिष्‍ठ संवाददाता नरेंद्र शर्मा से संपर्क किया। उन्‍होंने स्‍पष्‍ट करते हुए बताया, “मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने संजीवनी घोटाले को लेकर कहा था कि जो पीड़ित हैं, उनमें अधिकांश राजपूत है। वायरल पोस्‍ट गलत है।”

पड़ताल के अंतिम चरण में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर ‘राजपूताना अखंड हमारा’ की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि यह यूपी के औरैया से जुड़ा हुआ है। इसके चार हजार से ज्‍यादा फ्रेंड हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि अशोक गहलोत के बयान के नाम पर वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। उन्‍होंने यह नहीं कहा था कि फर्जीवाड़े में 80 फीसदी राजपूत शामिल हैं। उन्‍होंने कहा था कि फर्जीवाड़े के पीड़ित 80 फीसदी राजपूत हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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