X
X

Fact Check : वाईएस शर्मिला के कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद वायरल हुई भ्रामक पोस्ट

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। आंध्र प्रदेश के मुख्‍यमंत्री जगनमोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला ने 4 जनवरी 2024 को कांग्रेस पार्टी का हाथ थाम लिया। अब उनके दो वीडियो की क्लिप से एक वीडियो बनाकर वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि वाईएस शर्मिला ने कांग्रेस ज्‍वाइन करने के बाद पुलिसवालों से मारपीट की है। एक वीडियो में उन्‍हें कांग्रेस ज्‍वाइन करते हुए दिखाया गया है तो दूसरे वीडियो में पुलिसकर्मी के साथ बदसलूकी करते हुए।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की जांच की तो पता चला कि वायरल पोस्‍ट भ्रामक है। पुलिसकर्मी से बदसलूकी का वीडियो कांग्रेस ज्‍वाइन करने से काफी पहले का है। उन्‍होंने जनवरी 2024 में कांग्रेस ज्‍वाइन की है, जबकि मारपीट का वीडियो अप्रैल 2023 का है। उस वक्‍त वे कांग्रेस में नहीं थी। इसलिए हमारी जांच में यह वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर ‘राकेश कुमार आईटी सेल’ ने 13 जनवरी को एक वीडियो को पोस्‍ट करते हुए लिखा कि ये कांग्रेस का गमछा नहीं, गुंडागर्दी का लाइसेंस है।

इस वीडियो के अंदर दो क्लिप का इस्‍तेमाल किया गया।

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच दो हिस्‍सों में बांट कर की। सबसे पहले वीडियो में इस्‍तेमाल की गई ऊपरी क्लिप की जांच की गई। इनविड टूल से कीफ्रेम्‍स निकालकर सर्च करने पर असली वीडियो एएनआई न्‍यूज के यूट्यूब चैनल पर मिला। ऑरिजिनल वीडियो के 2 मिनट की टाइम लाइन पर कांग्रेस अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को शर्मिला को कांग्रेस का दुपट्टा पहनाते हुए देखा जा सकता है। यह वीडियो 4 जनवरी 2024 को लाइव किया गया था।

जांच को आगे बढ़ाते हुए गूगल ओपन सर्च टूल में शर्मिला के कांग्रेस ज्‍वाइन करने की खबर सर्च की गई। 5 जनवरी 2024 को जागरण डॉट कॉम पर पब्लिश खबर में बताया गया, “आंध्र प्रदेश में पार्टी को पुनर्जीवित करने की कसरत के तहत बड़ा दांव चलते हुए कांग्रेस ने वाइएसआर तेलंगाना पार्टी की नेता वाइएस शर्मिला को कांग्रेस में शामिल कर लिया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी की मौजूदगी में शर्मिला को शामिल कर पार्टी ने सूबे में अपनी इस राजनीतिक पहल को बड़ी और गंभीर होने का संदेश देने की कोशिश की है।”

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने शर्मिला के दूसरे वीडियो के बारे में पता लगाया । 24 अप्रैल 2023 को एनडीटीवी के यूट्यूब चैनल पर एक रिपोर्ट मिली। इसमें वह फुटेज भी मिला, जो भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। एनडीटीवी की रिपोर्ट में बताया गया कि आंध्र प्रदेश के मुख्‍यमंत्री जगन मोहन रेड्डी और वाईएसआर पार्टी की नेता वाईएस शर्मिला ने एक प्रोटेस्‍ट के दौरान पुलिसकर्मी को थप्‍पड़ लगा दिया।

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में भी वायरल वीडियो का इस्‍तेमाल करते हुए 24 अप्रैल 2023 को बताया गया कि वाईएस शर्मिला ने पुलिसवालों के साथ बदसलूकी की।

पड़ताल के दौरान नवभारत टाइम्‍स की वेबसाइट पर एक खबर मिली। 4 जनवरी 2024 को पब्लिश इस खबर में बताया गया, “आगामी लोकसभा चुनावों से पहले वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की संस्थापक वाईएस शर्मिला ने कांग्रेस से हाथ मिला लिया है। शर्म‍िला के कांग्रेस के साथ जाने से उनके भाई और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी को बड़ा झटका लगा है। शर्मिला अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वाईएस राजशेखर रेड्डी की बेटी हैं। कांग्रेस में शामिल होने के बाद शर्मिला ने कहा कि मुझे वाईएसआर तेलंगाना पार्टी को कांग्रेस में विलय करते हुए बेहद ख़ुशी हो रही है।”

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल के गिरीश कुमार से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया। उन्‍होंने बताया कि वाईएस शर्मिला ने इस साल कांग्रेस ज्‍वाइन की है, जबकि पुलिस के साथ मारपीट वाला वीडियो पिछले साल का है। इसका कांग्रेस ज्‍वाइन करने से कोई संबंध नहीं है।

पड़ताल के अंत में हमने ‘राकेश कुमार आईटी सेल’ के फेसबुक प्रोफाइल को स्‍कैन किया । इसे छह हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर बिहार का रहने वाला हे।

निष्‍कर्ष : पुलिसवालों से बदसलूकी करने वाला वाईएस शर्मिला का वीडियो 2023 का है, जबकि उन्‍होंने जनवरी 2024 में कांग्रेस ज्‍वाइन की हे। इसलिए वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित होती है।

  • Claim Review : कांग्रेस से जुड़ते हुए वाईएस शर्मिला की गुंडागर्दी शुरू
  • Claimed By : फेसबुक पेज ‘राकेश कुमार आईटी सेल’
  • Fact Check : भ्रामक
भ्रामक
फेक न्यूज की प्रकृति को बताने वाला सिंबल
  • सच
  • भ्रामक
  • झूठ

पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...

टैग्स

अपनी प्रतिक्रिया दें

No more pages to load

संबंधित लेख

Next pageNext pageNext page

Post saved! You can read it later