पूरा सच : शिवराज सिंह चौहान के बुधनी की नहीं, यूपी की है यह सड़क

पूरा सच : शिवराज सिंह चौहान के बुधनी की नहीं, यूपी की है यह सड़क

नई दिल्‍ली (विश्‍वास टीम)। देश में संभवत: पहली बार कोई विधानसभा चुनाव बैलेट के अलावा सोशल मीडिया पर भी लड़ा जा रहा है। यदि मप्र की बात करें तो यहां फर्जी लेटर, वायरल वीडियो से लेकर तस्‍वीरों से छेड़छाड़ कर नेताओं के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा। ताजा मामला प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान से जुड़ा हुआ है। शिवराज सिंह की विधानसभा सीट बुधनी की एक कथित तस्‍वीर वायरल की जा रही है। इसमें दावा किया जा रहा है मुख्‍यमंत्री की सीट होने के बावजूद सड़कों का हाल बहुत बुरा है। सड़क की इस तस्‍वीर में बीचोंबीच एक सूअर को लेटा हुआ दिखाया गया है। विश्‍वास टीम की पड़ताल में यह पता चला कि ओरिजनल तस्‍वीर के ऊपर जानबूझकर इस जानवर को चिपकाया गया है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

वायरल इन इंडिया नाम के इस पेज पर 26 नवंबर को दोपहर में एक पोस्‍ट डाली गई। इसका कैप्‍शन है – विकास नहीं, विनाश की पार्टी- भाजपा! तस्‍वीर में एक गंदी-सी सड़क दिख रही है। इस पर एक सूअर लेटा हुआ है। तस्‍वीर पर शिवराज सिंह चौहान की तस्‍वीर के साथ भाजपा के चुनाव चिह्न कमल के फूल को भी उल्टा लगाया गया है। साथ में मप्र के एक छोटे-से मैप का यूज करते हुए कांग्रेस का चुनाव चिह्न पंजे की तस्‍वीर लगाई गई है। इतना ही नहीं, वायरल पोस्‍ट के ऊपर लिखा है – चाहिए बुधनी जैसा विनाश तो भाजपा को वोट जरूर करें, हमें कोई दिक्‍कत नहीं। इस पोस्‍ट को अब तक 360 से ज्‍यादा लोगों ने शेयर किया है। इसी पोस्‍ट को I Support Ravish Kumar नाम के एक पेज ने भी शेयर की है। यहां 165 लोगों ने इसे शेयर की है।

https://www.facebook.com/TheViralinIndia/photos/a.1924211014508002/2208789056050195/?type=3&theater

पड़ताल

वायरल पोस्‍ट की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले गूगल रिवर्स इमेज का सहारा लिया। वायरल तस्‍वीर का एक हिस्‍सा कॉर्प करके हमने जब इमेज को सर्च में डाला तो हमारे सामने कई तस्‍वीरों के अलावा तीन खबरों के लिंक भी थे।

सबसे पुराना लिंक गांव कनेक्‍शन नाम की एक वेबसाइट का था। इसमें इस तस्‍वीर का 15 फरवरी 2018 में यूज किया था। तस्‍वीर देखने से ये साफ पता लग रहा था कि तस्‍वीर में दिख रही सड़क और वायरल पोस्‍ट की सड़क एक ही है। लेकिन यहां एक अंतर भी था। वायरल पोस्‍ट की तस्‍वीर में एक सूअर दिख रहा था, जबकि गांव कनेक्‍शन की तस्‍वीर में ये जानवर गायब था।

अब हमें ये जानना था कि असली तस्‍वीर कहां की है। गांव कनेक्‍शन की तस्‍वीर को हमने फिर से रिवर्स इमेज में सर्च किया तो हमारे सामने गांव कनेक्‍शन का ही एक लिंक दिखा।

वेबसाइट ने 11 जून 2017 में ”गाँव की सड़कें शुरुआती बारिश में ही जलमग्न” नाम से मोहम्‍मद आमिल की एक रपट पब्लिश की थी। तस्‍वीर में दिख रही सड़क यूपी के एटा के त्रिलोकपुर गांव की है।

विश्‍वास टीम की जांच में ये साफ हुआ कि यूपी की तस्‍वीर को मप्र के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह के निर्वाचन क्षेत्र बुधनी की बताकर वायरल किया जा रहा है। इतना ही नहीं, गंदगी दिखाने के लिए तस्‍वीर के ऊपर एक सूअर को अलग से चिपकाया गया है।

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सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

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Symbols that define nature of fake news
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