Fact Check : मनमोहन सिंह के नाम पर फिर वायरल हुई फेक पोस्ट

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नाम से वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुआ। उनका कोई हैंडल नहीं है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफॉर्म पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नाम से एक फर्जी पोस्‍ट का स्‍क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। यूजर्स इसे सच मानकर शेयर कर रहे हैं। यूजर्स का दावा है कि यह ट्वीट पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने किया है।
विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की तो यह फर्जी साबित हुआ। मनमोहन सिंह का कोई एक्‍स हैंडल नहीं है। यह एक फर्जी पोस्‍ट है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर अजीत चौधरी ने 14 नवंबर को एक पोस्‍ट का स्क्रीनशॉट अपने अकाउंट पर शेयर किया। स्‍क्रीनशॉट में मनमोहन सिंह की तस्‍वीर बनी हुई है। साथ में लिखा है : ‘भारतीयों को मंदिर चाहिए था और कांग्रेसी 70 सालों तक IIT, IIM, कॉलेज, अस्‍पताल, एयरपोर्ट, रेलवे, बांध, इसरो जैसे संस्‍थान बनाते रहे, जिन्‍हें आज बेचना पड़ रहा है।’

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

पूर्व प्रधानमंत्री के नाम पर वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए शुरुआत इसकी स्‍कैनिंग से की। विश्‍वास न्‍यूज ने मनमोहन सिंह के नाम से वायरल पोस्‍ट में दिख रहे @PMdrmanmohan हैंडल को खोजना शुरू किया। हमें एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इस नाम से कोई हैंडल नहीं दिखा। मतलब साफ था कि यह फेक है। इस पोस्‍ट को एडिटिंग टूल की मदद से बनाया गया है। दूसरी बात, यह पूर्व प्रधानमंत्री का असली हैंडल होता तो वह जरूर वेरिफाइड होता।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने कांग्रेस के प्रवक्‍ता नीरज मिश्रा से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि यह पोस्‍ट पूरी तरह फर्जी है। पूर्व प्रधानमंत्री का कोई सोशल मीडिया अकाउंट नहीं है। मनमोहन सिंह कभी भी सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं रहे हैं।

सोशल मीडिया पर पहले भी कई बार मनमोहन सिंह के नाम फर्जी पोस्‍ट वायरल होती रही हैं। जिनकी विश्‍वास न्‍यूज ने समय-समय पर पड़ताल भी की है। इसे आप यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं।

पड़ताल के अंत में हमें यह जानना था कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का फर्जी ट्वीट वायरल करने वाला यूजर कौन है। हमें फेसबुक यूजर अजीत चौधरी की सोशल स्‍कैनिंग से पता चला कि यूजर हरियाणा के गुरुग्राम में रहता है। इसके सात सौ से ज्‍यादा फ्रेंड हैं। यह अकाउंट अप्रैल 2013 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नाम से वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुआ। उनका कोई हैंडल नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
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