Fact Check: इंदौर में पांच साल पहले लगे थे भाजपा के विरोध में पोस्टर, वीडियो का गुजरात से नहीं है कोई संबंध

मध्य प्रदेश के इंदौर में करीब पांच साल पहले सड़क चौड़ीकरण के विरोध में व्यापारियों ने भाजपा विरोधी पोस्टर लगाए थे। उस वीडियो को गुजरात के सूरत का बताकर वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। गुजरात के सूरत के नाम से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें एक बाजार में दुकानों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विरोध में पोस्टर लगे दिख रहे हैं। कुछ यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि गुजरात के सूरत में ‘हमारी भूल, कमल का फूल’ के पोस्टर लगे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि इस तरह के पोस्टर जुलाई 2019 में मध्य प्रदेश के इंदौर में लगे थे। यह वीडियो उसी दौरान का है। सड़क चौड़ीकरण के विरोध में व्यापारियों ने यह अभियान चलाया था। इस वीडियो का गुजरात के सूरत से कोई संबंध नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट

फेसबुक यूजर Sanjay Tandel ने वीडियो को शेयर (आर्काइव लिंक) करते हुए इसे गुजरात के सूरत का बताया।

एक्स यूजर ‘सुधीर कोरी’ ने भी इस वीडियो को सूरत का बताते हुए पोस्ट (आर्काइव लिंक) किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो को देखने पर पोस्टर में ‘व्यापारी संघ, रहवासी संघ’ लिखा हुआ दिखा। इसके आधार पर कीवर्ड से सर्च करने पर हमें नईदुनिया में छपी खबर का लिंक मिला। इसमें लिखा है कि इंदौर में शीतलामाता बाजार के व्यापारियों ने सड़क चौड़ीकरण के खिलाफ एक अभियान चलाया हुआ है। उन्होंने दुकान के बाहर ‘हमारी भूल, कमल का फूल’ के पोस्टर लगा दिए हैं। सड़क चौड़ीकरण के विरोध में व्यापारियों ने तीन दिन अपनी दुकानें बंद रखी थी। दरअसल, गौराकुंड से जयरामपुर कॉलोनी तक 60 फीट रोड बननी है, जिसके लिए निगम ने रास्ते में बाधा बन रहे निर्माणों को हटाने के लिए कई व्यापारियों को नोटिस दिए थे।

मीडिया रिपोर्ट में अपलोड तस्वीर और वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट में दुकानों की तस्वीरें एक-सी लग रही हैं।

वनइंडिया और दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर भी इससे संबंधित खबर को देखा जा सकता है।

इस बारे में हमने सूरत में दैनिक जागरण के रिपोर्टर मयूर से संपर्क किया। उनका कहना है कि हाल-फिलहाल में सूरत में इस तरह के विरोध के पोस्टर नहीं लगे हैं। वायरल वीडियो सूरत का नहीं है।

मध्य प्रदेश के वीडियो को गुजरात का बताकर शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। मुंबई में रहने वाले यूजर एक विचारधारा से प्रभावित हैं।

निष्कर्ष: मध्य प्रदेश के इंदौर में करीब पांच साल पहले सड़क चौड़ीकरण के विरोध में व्यापारियों ने भाजपा विरोधी पोस्टर लगाए थे। उस वीडियो को गुजरात के सूरत का बताकर वायरल किया जा रहा है।

Misleading
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