अयोध्या में श्रीराम, लक्ष्मण और सीता की मूर्ति मिलने के दावे के साथ वायरल हो रही पोस्ट फर्जी है। जिन मूर्तियों के अयोध्या में खुदाई के दौरान मिलने का दावा किया जा रहा है, वह पिछले साल झारखंड के एक गांव में जमीन समतलीकरण के दौरान मिली थीं।
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने के बाद सोशल मीडिया पर राम, लक्ष्मण और सीता की एक मूर्ति की तस्वीर वायरल हो रही है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि अयोध्या में खुदाई के दौरान यह मूर्ति मिली है।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। जिस मूर्ति के अयोध्या में खुदाई के दौरान मिलने का दावा किया जा रहा है, वह झारखंड के एक गांव में मिली थी।
फेसबुक यूजर ‘Tiger Raja Singh Fan Club’ ने वायरल तस्वीर को शेयर (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा है, ”Ayodhya Mein Khudai karte samay Ram Lakshman Janki Jay bolo Hanuman ki Murti pagae jai shree ram.”
हिंदी में इसे ऐसे पढ़ा जा सकता है, ”अयोध्या में खुदाई करते समय राम, लक्ष्मण जानकी….जय बोलो हनुमान की मूर्ति पा गए…जय श्री राम।”
पड़ताल किए जाने तक इस तस्वीर को चार सौ लोग शेयर कर चुके हैं, जबकि इसे पांच हजार से अधिक लोगों ने पसंद किया है।
न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक अयोध्या में खुदाई के दौरान पुरातात्विक मूर्तियां, खंभे और अन्य सामानों के मिलने का जिक्र है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘अयोध्या के राम जन्मभूमि परिसर में चल रहे समतलीकरण के दौरान राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को कई पुरातात्विक मूर्तियां, खंभे और शिवलिंग मिले हैं. 4 फीट से बड़ा एक शिवलिंग उस हिस्से से मिला है जहां मलबा हटाने और समतलीकरण का काम चल रहा था. खुदाई के दौरान भारी संख्या में देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियों के अतिरिक्त 7 ब्लैक टच स्टोन के स्तम्भ, 6 रेड सैंडस्टोन के स्तंभ सहित 4 फीट से बड़ा एक शिवलिंग भी मिला है.’
हालांकि, इन रिपोर्ट्स में हमें ऐसी कोई तस्वीरें नहीं मिली, जो वायरल हो रही तस्वीर से मेल खाती हो। इसके बाद वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज किए जाने पर हमें पांच जनवरी 2019 को प्रकाशित एक आर्टिकल का लिंक मिला, जिसमें इस तस्वीर के साथ अन्य तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘झारखंड के खूंटी जिले के भंडरा पंचायत के जिलिंग गांव में खुदाई के दौरान श्रीराम, लक्ष्मण और सीता की मूर्तियां मिली।’ रिपोर्ट के मुताबिक, यहां से मूर्तियों के अलावा छोटे आकार का शंख, एक धूपदानी, धातु का बना बैल और अन्य सामान भी मिले।
जिलिंगा गांव झारखंड के खूंटी जिले के भंडरा पंचायत में आता है। विश्वास न्यूज ने गांव भंडरा के मुखिया या प्रधान भदवा मुंडा से बात की। उन्होंने बताया, ‘यह सभी मूर्तियां जिलिंगा गांव में मिली थी।’ उन्होंने कहा, ‘पिछले साल जब जमीन समतलीकरण का काम किया जा रहा था, तब यह मूर्तियां मिली। इन मूर्तियों को अभी गांव में ही एक जगह सुरक्षित रखा गया है।’
वायरल पोस्ट शेयर करने वाले पेज को फेसबुक पर करीब दो लाख से अधिक लोग फॉलो करते हैं, जबकि इस पेज को एक लाख 79 हजार से अधिक लोग लाइक करते हैं।
निष्कर्ष: अयोध्या में श्रीराम, लक्ष्मण और सीता की मूर्ति मिलने के दावे के साथ वायरल हो रही पोस्ट फर्जी है। जिन मूर्तियों के अयोध्या में खुदाई के दौरान मिलने का दावा किया जा रहा है, वह पिछले साल झारखंड के एक गांव में जमीन समतलीकरण के दौरान मिली थीं।
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