Fact Check : फ्री राशन को लेकर योगी आदित्‍यनाथ ने नहीं दिया वायरल बयान

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। फ्री राशन को लेकर योगी आदित्‍यनाथ ने यह बयान नहीं दिया।

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफॉर्म पर एक न्‍यूज चैनल की ब्रेकिंग प्‍लेट वायरल हो रही है। इसमें यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की तस्‍वीर और उनके हवाले से दावा किया गया कि यूपी में अब फ्री राशन नहीं मिलेगा। इसे ब्रेकिंग न्‍यूज बताते हुए यूपी में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव से जोड़ते हुए वायरल किया जा रहा है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह फर्जी साबित हुई। न्‍यूज चैनल की ब्रेकिंग प्‍लेट के साथ छेड़छाड़ करके यह पोस्‍ट तैयार की गई है। इसमें कोई सच्‍चाई नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर ललित कुमार ने 15 मार्च को एक पोस्‍ट अलोड करते हुए दावा किया : ‘अब फ्री राशन नहीं,बाबा जी का घंटा मिलेगा।’
 
फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट में लिखी गई बातों को यहां ज्यों का त्यों पेश किया गया है। इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स ने इसे समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

योगी आदित्‍यनाथ के नाम से वायरल बयान की सच्‍चाई जानने के लिए विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल का सहारा लिया। सर्च के दौरान हमें कई ऐसी मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिसमें यूपी में फ्री राशन की योजना को आगे बढ़ाने की बात कही गई थी। कहीं भी हमें इस योजना को चुनाव के बाद बंद करने का योगी आदित्‍यनाथ का बयान नहीं मिला। दैनिक जागरण की वेबसाइट जागरण डॉट कॉम पर 15 मार्च को एक खबर पब्लिश किया गया। इसमें बताया गया : ‘उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनावी रैलियों में मुफ्त राशन योजना जारी रखने का वादा जनता से किया था। अब प्रदेश सरकार इस योजना को लोकसभा चुनाव यानी 2024 तक बढ़ाने पर मंथन कर रही है। प्रदेश में इस योजना के 15 करोड़ लाभार्थी हैं। खाद्य व रसद विभाग की ओर से भेजे प्रस्ताव में अवधि का जिक्र नहीं है, इसे सरकार की मंशा पर छोड़ा गया है।’ पूरी खबर यहां पढ़ा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए यूपी भाजपा के प्रवक्‍ता राकेश त्रिपाठी से संपर्क किया। उन्‍होंने भी स्‍पष्‍ट करते हुए इसे फेक बताया।

जांच के अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की सोशल स्‍कैनिंग की। फेसबुक यूजर ललित कुमार के तीन हजार से ज्‍यादा मित्र हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। फ्री राशन को लेकर योगी आदित्‍यनाथ ने यह बयान नहीं दिया।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट