अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के नाम पर वायरल हो रहा वीडियो वास्तव में आंध्र प्रदेश के एक जैन मंदिर का 3D एनिमेटेड वीडियो है।
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन की तैयारियों के बीच सोशल मीडिया पर एक मंदिर का एनिमेटेड वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर का है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के 3D एनिमेशन के नाम पर वायरल किया जा रहा वीडियो वास्तव में आंध्र प्रदेश के एक जैन मंदिर का एनिमेटेड वीडियो है।
ट्विटर यूजर ‘संघ गीत’ ने एनिमेटेड वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”ऐसा होगा हमारे प्रभू #श्रीराम का भव्य मंदिर
मेरे प्रभु की जन्म भूमि से तिरपाल हट रहा है।
भारत नई दिशा मैं आगे बढ रहा है।आयोध्या करती है आह्वान ,,ठाठ से कर मंदिर निर्माण।”
कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है। फेसबुक यूजर्स ने इस वीडियो (आर्काइव लिंक) को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
गौरतलब है कि अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद राम मंदिर के निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट का गठन किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 फरवरी 2020 को इस बारे में लोकसभा में घोषणा की थी।
सर्च में हमें न्यूज एजेंसी ‘रॉयटर्स’ की फोटो गैलरी में 22 अक्टूबर 2019 को अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के प्रस्तावित मॉडल की तस्वीर मिली, जो कहीं से भी वायरल हो रही तस्वीर से मेल नहीं खाती है।
‘दैनिक जागरण’ में 24 जुलाई को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, ‘अयोध्या के प्रस्तावित राम मंदिर के मॉडल के डिजाइन को नए सिरे से अंतिम रूप दे दिया गया है, जिस पर श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भी अंतिम मुहर लगा दी है। नए लेआउट के तहत मंदिर पहले से अधिक भव्य बनेगा। इसमें पांच नहीं, बल्कि आसमान छूते छह शिखर होंगे।’ इस खबर में भी प्रस्तावित राम मंदिर की समान तस्वीर इस्तेमाल की गई है।
हिंदी न्यूज चैनल ‘आज तक’ के वीडियो बुलेटिन से इसकी पुष्टि होती है, जिसमें प्रस्तावित राम मंदिर के नक्शे में किए गए बदलाव की जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रस्तावित मंदिर के मूल रूप में कोई बदलाव नहीं होगा और मंदिर अब दो मंजिल की बजाए तीन मंजिल का होगा।
इस वीडियो बुलेटिन में भी अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर का वही वास्तुशिल्प नजर आता है, जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स और जागरण में प्रकाशित खबर में इस्तेमाल की गई है।
इसके बाद हमने वायरल हो रहे वीडियो के ओरिजनल सोर्स को खोजने की कोशिश की। सर्च में हमें ‘Kems Studio – 3D Animation & Rendering Studio’ के यू-ट्यूब चैनल पर 30 जून 2014 को अपलोड किया गया वीडियो मिला, जो वायरल हो रहे वीडियो से मेल खाता है।
वीडियो को पूरा देखने पर पता चला कि वायरल हो रहा वीडियो ओरिजनल 3.51 सेकेंड के एनिमेटेड वीडियो का एक भाग है। ओरिजनल वीडियो में बैकग्राउंड साउंड भी अलग है, जबकि वायरल हो रहे वीडियो में इस साउंड ट्रैक को एडिट कर बदल दिया गया है।
वायरल हो रहा वीडियो क्लिप मूल वीडियो के 0.52 सेकेंड के फ्रेम से 1.27 सेकेंड के फ्रेम के बीच का है।
इसके बाद हमने KEMS स्टूडियो से संपर्क किया। अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर के निर्माण से जुड़े किसी भी तरह के मॉडल या डिजाइन को बनाए जाने से इनकार करते हुए स्टूडियो के ओनर कमलेश ने बताया, ‘वायरल हो रहा एनिमेटेड वीडियो उन्होंने ही तैयार किया था। यह वीडियो आंध्र प्रदेश के एक जैन मंदिर का वीडियो है।’ उन्होंने कहा, ‘यह वीडियो करीब छह साल पुराना है और इसमें जैन धर्म के तीर्थंकर भगवान महावीर की तस्वीर को भी देखा जा सकता है।’
इससे पहले भी एक तस्वीर वायरल हुई थी, जिसे प्रस्तावित राम मंदिर का वास्तुशिल्प बताकर वायरल किया गया था। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के नाम पर वायरल हो रहा वीडियो वास्तव में आंध्र प्रदेश के एक जैन मंदिर का 3D एनिमेटेड वीडियो है।
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