Quick Fact Check : गुजरात की चार साल पुरानी तस्‍वीर को अब यूपी के नाम से किया जा रहा वायरल

विश्‍वास टीम की पड़ताल में पता चला कि ‘यूपी की मस्जिद में मिले हथियार’ वाली वायरल पोस्‍ट फर्जी है। राजकोट की चार साल पुरानी तस्‍वीरों को झूठे दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक पुरानी तस्‍वीर को शेयर करते हुए कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि यूपी में तबलीगी मस्जिद में हथियारों का जखीरा मिला है। तस्‍वीर में चार लोगों को जमीन पर बैठे हुए देखा जा सकता है। इनके पीछे हथियारों और पुलिस के जवानों को देखा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि वायरल पोस्‍ट फर्जी है। 2016 में राजकोट के एक होटल के स्‍टोर से कुछ हथियार बरामद हुए थे। अब उसी वक्‍त की तस्‍वीर को यूपी के नाम से वायरल किया जा रहा है। विश्‍वास न्‍यूज ने पहले भी इस तस्‍वीर की पड़ताल की थी।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Radhakrishna Pillai ने 9 अप्रैल को एक तस्‍वीर को अपलोड करते हुए लिखा : ”Tabligh Mosque in Uttar Pradesh,India got raided.Look at what they found”

इस पोस्‍ट को अब तक साढ़े चार हजार से ज्‍यादा बार शेयर किया जा चुका है। इसके अलावा दूसरे कई यूजर्स भी सोशल मीडिया पर यह तस्‍वीर फर्जी दावों के साथ वायरल कर रहे हैं।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पहले भी वायरल तस्‍वीर की पड़ताल की थी। वायरल तस्‍वीर हमें ‘गुजरात हेडलाइन’ नाम की एक वेबसाइट पर मिली थी। 5 मार्च 2016 को इस वेबसाइट पर एक खबर पब्लि‍श की गई। इसका शीर्षक था : Rajkot : stock of lethal weapons found from Novelty Store; 5 persons arrested

खबर के अनुसार, राजकोट में नेशनल हाईवे के पास स्थित इंडिया पैलेस नाम के होटल के नॉवेल्‍टी स्‍टोर से बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए गए। पुलिस ने सभी हथियारों को जब्‍त करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया। पूरी पड़ताल यहां देखें।

पड़ताल के दौरान राजकोट के पुलिस अधीक्षक (SP) बलराम मीणा ने विश्‍वास न्‍यूज को बताया था कि काफी पहले एक होटल में कुछ हथियार मिले थे। अभी ऐसी कोई घटना नहीं हुई।

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि Radhakrishna Pillai अभी सिंगापुर में रहते हैं। इनके अकाउंट को 968 लोग फॉलो करते हैं। ये वायरल कंटेंट काफी पोस्‍ट करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास टीम की पड़ताल में पता चला कि ‘यूपी की मस्जिद में मिले हथियार’ वाली वायरल पोस्‍ट फर्जी है। राजकोट की चार साल पुरानी तस्‍वीरों को झूठे दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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