Fact Check: एमपी चुनाव में मायावती ने नहीं की बीजेपी उम्मीदवार को वोट देने की अपील, वायरल वीडियो फेक

मध्य प्रदेश चुनाव से जोड़कर मायावती के नाम से वायरल वीडियो एडिटेड है। इसमें शुरू में आवाज जोड़ी गई है। साथ ही ऑरिजिनल वीडियो के कुछ हिस्से को हटाकर इसे बनाया गया है। इस एडिटेड वीडियो को शेयर कर यूजर्स गलत दावा कर रहे हैं।

Fact Check: एमपी चुनाव में मायावती ने नहीं की बीजेपी उम्मीदवार को वोट देने की अपील, वायरल वीडियो फेक

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। मध्य प्रदेश चुनाव की तारीख नजदीक आने के साथ ही फर्जी और भ्रामक दावों में तेजी आ गई है। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में ऐसे कई दावों की सच्चाई सामने आ चुकी है। अब बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती का एक कथित वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह कह रही है, “मध्य प्रदेश के कांग्रेस के दूसरे खड़े किए जाने वाले उम्मीदवार को हराने के लिए बीएसपी अपनी पूरी ताकत लगा देगी। और इसके लिए चाहे पार्टी को बीजेपी उम्मीदवार को ही अपना वोट क्यों न देना पड़ जाए… तो भी देंगे।”

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी जांच में पाया कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। उनके तीन साल पुराने वीडियो को एडिट कर गलत दावा किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट

ब्लू टिक वाले एक्स यूजर ‘प्रशांत उमराव’ (आर्काइव लिंक) ने 15 नवंबर को वायरल वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,

“कॉंग्रेस पार्टी द्वारा किए गये अपमान से आहत बसपा सुप्रीमों मायावती जी ने अपने वोटरों के लिए की अपील। मध्यप्रदेश में कॉंग्रेस को हराने में ना छोड़े कोई कोर कसर, वोट बर्बाद करने से बेहतर है BJP को दे दें वोट – सुश्री मायावती जी”

https://twitter.com/ippatel/status/1724799625612431585

फेसबुक यूजर ‘राजेश अग्रवाल‘ (आर्काइव लिंक) ने भी 16 नवंबर को इस वीडियो को समान दावे के साथ पोस्ट किया।

पड़ताल

चुनाव से पहले वायरल वीडियो की जांच के लिए सबसे पहले हमने इसे ध्यान से देखा। इसमें वीडियो एडिटेड लगा। इस बारे में कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया, लेकिन ऐसी कोई खबर नहीं मिली। हां, 6 नवंबर 2023 को दैनिक जागरण की वेबसाइट पर मध्य प्रदेश में मायावती के चुनाव प्रचार की एक खबर मिली। इसमें लिखा है कि बसपा प्रमुख मायावती ने जातिवार गणना के एलान को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर भी हमला बोला।

इसके बाद हमने वीडियो का कीफ्रेम निकालकर उसे गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। 29 अक्टूबर 2020 को एएनआई के एक्स हैंडल से इससे मिलते-जुलते वीडियो को पोस्ट किया गया है। इसमें लिखा है, “बीएसपी प्रमुख मायावती का कहना है कि उनकी पार्टी समाजवादी पार्टी के दूसरे उम्मीदवार को हराने के लिए भविष्य में होने वाले यूपी एमएलसी चुनावों में बीजेपी या किसी भी पार्टी के उम्मीदवार को वोट देगी।
उन्होंने कहा, ‘कोई भी पार्टी उम्मीदवार, जो सपा के दूसरे उम्मीदवार पर हावी होगा, उसे निश्चित रूप से सभी बसपा विधायकों का वोट मिलेगा।'”

वीडियो में मायावती ने कहीं भी मध्य प्रदेश चुनाव या कांग्रेस का कोई जिक्र नहीं किया है। 29 अक्टूबर 2020 को द प्रिंट के यूट्यूब चैनल पर मायावती के बयान का वीडियो अपलोड है। इसमें 4:20 मिनट के बाद मायावती कह रही हैं, “जब यहां एमएलसी के चुनाव होंगे तो तब फिर बीएसपी कल की घटना को जैसे का तैसा जवाब देने के लिए अर्थात सपा के दूसरे खड़े किए जाने वाले उम्मीदवार को हराने के लिए… एक तो उनका आराम से बन जाएगा, दूसरा ये खड़ा करेंगे… अर्थात सपा के दूसरे खड़े किए जाने वाले उम्मीदवार को हराने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देगी… बीएसपी जो है… और इसके लिए चाहे पार्टी के विधायकों को इनके उम्मीदवार को हराने के लिए बीजेपी या अन्य किसी भी विरोधी पार्टी के उम्मीदवार को ही अपना वोट क्यों न देना पड़े… तो भी देंगे।”

बीबीसी के यूट्यूब चैनल पर भी 29 अक्टूबर 2020 को इस वीडियो को देखा जा सकता है।

इस बारे में हमने बीबीसी के ईस्ट अफ्रीकन भाषाओं के हेड मुकेश शर्मा से बात की। उनका कहना है, “यह फेक है।

वहीं, बसपा के पूर्व प्रवक्ता फैजान खान ने कहा, “वीडियो देखने पर ही पता चल रहा है कि यह एडिटेड है। बसपा सुप्रीमो ने मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। पार्टी वहां मजबूती से चुनाव लड़ रही है।

इससे पता चलता है कि वायरल वीडियो एडिटेड है। इसमें शुरू में मध्य प्रदेश वाली आवाज जोड़ी गई है और बीच में भी कट लगा है।

2 नवंबर 2020 को द हिंदू की वेबसाइट पर छपी खबर में लिखा है कि मायावती ने एमएलसी चुनाव में सपा को हराने के लिए भाजपा उम्मीदवार को वोट देने वाले बयान से यूटर्न ले लिया है। उन्होंने कहा है कि वह भाजपा के साथ गठबंधन करने के बजाए संन्यास लेना पसंद करेंगी।

इससे पहले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले एक न्यूजपेपर की कटिंग वायरल कर इससे मिलता-जुलता दावा किया गया था। उस समय विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वह दावा भ्रामक निकला था।

एडिटेड वीडियो शेयर कर गलत दावा करने वाला एक्स यूजर सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं। अप्रैल 2011 से इस प्लेटफॉर्म से जुड़े यूजर के 3 लाख 81 हजार से ज्यादा फॉर्लाअर्स हैं।

निष्कर्ष: मध्य प्रदेश चुनाव से जोड़कर मायावती के नाम से वायरल वीडियो एडिटेड है। इसमें शुरू में आवाज जोड़ी गई है। साथ ही ऑरिजिनल वीडियो के कुछ हिस्से को हटाकर इसे बनाया गया है। इस एडिटेड वीडियो को शेयर कर यूजर्स गलत दावा कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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