Fact Check : वायरल वीडियो का पुलवामा से नहीं है कोई संबंध

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पुलवामा के नाम से वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। बांग्‍लादेश के एक पुराने वीडियो को कुछ लोग पुलवामा अटैक से जोड़ कर वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया में तीस सेकंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कुछ पुलिसकर्मियों को बुर्का पहने एक शख्‍स की तलाशी लेते हुए देखा जा सकता है। तलाशी में इस शख्‍स के शरीर पर कुछ लिपटा हुआ मिला। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को पुलवामा अटैक से जोड़ते हुए वायरल कर रहे हैं। हमारी जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। इस वीडियो का पुलवामा से कोई संबंध नहीं है। यह बांग्‍लादेश का पुराना वीडियो है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर शशि पाटिल 23 सितंबर ने एक वीडियो को अपलोड करते हुए इसे पुलवामा से जोड़ते हुए दावा किया : “ये वीडियो उन लोगों के लिए जो पूछते हैं कि पुलवामा में विस्फोट कहाँ से हुआ!”

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले InVID टूल में वायरल वीडियो को अपलोड करके कई ग्रैब्‍स निकाले। इसके बाद इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज टूल के जरिए खोजना शुरू किया। ओरिजनल वीडियो हमें स्‍मॉल टीवी बांग्‍ला नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला। इसे मार्च 2021 को अपलोड किया गया था। इसमें बताया गया कि बुर्का पहने एक युवक को शराब तस्‍करी के आरोप में पकड़ा गया। यह ग‍िरफ्तारी रौजान, चटगांव में हुई। चटगांव बांग्‍लादेश का एक शहर है। पूरी खबर को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण के जम्‍मू व कश्‍मीर के वरिष्‍ठ संवाददाता राहुल शर्मा से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्‍होंने बताया कि जम्‍मू व कश्‍मीर में पुलिस खाकी वर्दी पहनती है। यह वीडियो हमारे राज्‍य का नहीं है। दूसरी बात, ऐसी कोई गिरफ्तारी यहां कभी नहीं हुई है।

अब हमें यह जानना था कि वायरल वीडियो को फर्जी दावे के साथ शेयर करने वाला कौन है। सोशल स्‍कैनिंग में हमें पता चला कि फेसबुक यूजर शशि पाटिल महाराष्‍ट्र के कोल्‍हापुर का रहने वाला है। इसके अकाउंट को अगस्‍त 2018 में बनाया था। इस प्रोफाइल को पांच सौ से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पुलवामा के नाम से वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। बांग्‍लादेश के एक पुराने वीडियो को कुछ लोग पुलवामा अटैक से जोड़ कर वायरल कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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