Fact Check: 2019 लोकसभा चुनाव से संबंधित पुरानी घटना कुंडा में बूथ कैप्चरिंग के गलत दावे से वायरल
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान हरियाणा के पृथला निर्वाचल क्षेत्र में मौजूद असावती मतदान केंद्र पर वोटिंग को प्रभावित करने के मामले की घटना को उत्तर प्रदेश के कुंडा में बूथ कैप्चरिंग की घटना से जोड़कर गलत दावे से वायरल किया जा रहा है।
- By: Abhishek Parashar
- Published: Mar 2, 2022 at 05:54 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए पांचवें चरण के मतदान के तहत प्रतापगढ़ की सात विधानसभा सीटों पर चुनाव संपन्न होने के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें किसी मतदान केंद्र के भीतर एक व्यक्ति को बार-बार ईवीएम का बटन दबाते हुए देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रहा वीडियो हरियाणा के पृथला निर्वाचल क्षेत्र में मौजूद असावती मतदान केंद्र का है, जहां 12 मई 2019 को लोकसभा चुनाव के तहत छठे चरण की वोटिंग हुई थी। वीडियो सामने आने के बाद फरीदाबाद जिला चुनाव कार्यालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो में दिख रहा व्यक्ति पोलिंग एजेंट था, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया था और मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। इसी पुराने वीडियो को प्रतापगढ़ के कुंडा में बूथ कैप्चरिंग की घटना से जोड़कर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
क्या है वायरल?
फेसबुक यूजर ‘अवधेश यादव’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”प्रतापगढ़ कुंडा चुनाव के अंदर सरेआम बूथ कैपचरिंग ज्यादा से ज्यादा लोग इस पर विशेष ध्यान दें..चुनाव आयोग इस पर संज्ञान ले!UPElection2022UPElections.”
फेसबुक पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
पड़ताल
वीडियो में एक नीली टी-शर्ट पहने पोलिंग एजेंट को मतदान केन्द्र में वोट डालने पहुंची महिलाओं के मतदान को प्रभावित करने की कोशिश करते हुए देखा जा सकता है। जैसी ही एक महिला वोट डालने पहुंचती है, पोलिंग एजेंट ईवीएम के पास पहुंचता है और मशीन का बटन दबा देता है। तुरंत बाद जब दूसरी महिला वोट डालने ईवीएम के पास पहुंचती है तो वह यही काम फिर से करता है।
यह वीडियो पहले भी अलग-अलग चुनावों के दौरान समान और मिलते-जुलते दावे के साथ वायरल होता रहा है। इससे पहले यह वीडियो बिहार चुनाव में समान संदर्भ में वायरल हुआ था।
वास्तव में यह वीडियो हरियाणा के पृथला निर्वाचल क्षेत्र में मौजूद असावती मतदान केंद्र का है, जहां 12 मई 2019 को लोकसभा चुनाव के तहत छठे चरण की वोटिंग हुई थी। वीडियो सामने आने के बाद फरीदाबाद जिला चुनाव कार्यालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो में दिख रहा व्यक्ति पोलिंग एजेंट था, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया था और मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी।
न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्वीट में भी इसकी पुष्टि की जा सकती है। एजेंसी ने केंद्रीय चुनाव आयोग के हवाले से बताया है कि मतदान को प्रभावित करने की घटना फरीदाबाद के पृथला विधानसभा क्षेत्र के असावती मतदान केंद्र की है, जिसमें संबंधित पोलिंग एजेंट को गिरफ्तार कर लिया गया है।
न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए पांचवें चरण के मतदान के तहत प्रतापगढ़ की सात विधानसभा सीटों पर 27 फरवरी को मतदान संपन्न हो चुका है।
न्यूज सर्च में हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें कुंडा में बूथ कैप्चरिंग की किसी घटना का जिक्र हो। वायरल वीडियो को लेकर हमने कुंडा के सर्कल ऑफिसर अजीत कुमार सिंह से संपर्क किया। सिंह ने बताया, ‘कुंडा में न तो किसी तरह की बूथ कैप्चरिंग की घटना हुई है और न ही इस तरह के किसी मामले में कोई मुकदमा दर्ज हुआ है।’
वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल फेसबुक पर जून 2021 से सक्रिय है।
निष्कर्ष: 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान हरियाणा के पृथला निर्वाचल क्षेत्र में मौजूद असावती मतदान केंद्र पर वोटिंग को प्रभावित करने के मामले की घटना को उत्तर प्रदेश के कुंडा में बूथ कैप्चरिंग की घटना से जोड़कर गलत दावे से वायरल किया जा रहा है।
- Claim Review : प्रतापगढ़ कुंडा चुनाव के अंदर सरेआम बूथ कैपचरिंग
- Claimed By : FB User-अवधेश यादव
- Fact Check : झूठ
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