Fact Check : अखिलेश पर फूलों की माला फेंकने के वीडियो को जूतों-चप्पल का बताकर दुष्प्रचार की मंशा से किया जा रहा शेयर

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि कन्नौज रैली में अखिलेश यादव पर फूल और फूलों की माला फेंकी गई थी। इसी के वीडियो को लोगों को गुमराह करने के मकसद से गलत दावों के साथ शेयर किया जा रहा है। 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और कन्नौज लोकसभा से चुनाव लड़ रहे अखिलेश यादव की रैली के एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कन्नौज में हुई अखिलेश यादव की रैली पर लोगों ने जूते और चप्पल फेकें।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। असल में अखिलेश यादव पर फूल और फूलों की माला फेंकी गई थी। इसी वीडियो को लोगों को गुमराह और दुष्प्रचार करने के मकसद से गलत दावों के साथ शेयर किया जा रहा है। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर विनोद पटेल ने 9 मई 2024 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “कन्नौज में टो** चो** अखिलेश. का चप्पल जूता से स्वागत, बस यह औकात रह गई है टोटी चोर की जनता के बीच।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें दावे से जुड़ी कोई भी न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली। सोचने वाली बात है अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष हैं। अगर सच में ऐसा हुआ होता तो इससे जुड़ी कोई न कोई रिपोर्ट जरूर मौजूद होती। 

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने वीडियो को गौर से देखा। हमने पाया कि वीडियो में लोग जूते-चप्पल नहीं, बल्कि फूल और फूल मालाएं फेंक रहे हैं। 

वीडियो पर एक इंस्टाग्राम यूजर नेम vikashyadavauraiyawale दिया गया है। हमने जब यूजर की प्रोफाइल को खंगाला। हमें दावे से जुड़ा असली वीडियो (आर्काइव लिंक) वहां पर मिला। वहां पर जूते-चप्पल फेंकने जैसी कोई जानकारी नहीं दी गई है।

 

हमें इस रैली से जुड़ी दैनिक भास्कर (आर्काइव लिंक) और लाइव हिंदुस्तान (आर्काइव लिंक) की रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट्स को 27 अप्रैल 2024 को प्राकशित किया गया है। रिपोर्ट्स में ऐसी कोई जानकारी नहीं दी गई है कि अखिलेश यादव की रैली में लोगों ने जूते और चप्पल को फेंका। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि अखिलेश यादव के रोड़ शो में काफी भीड़ देखने को मिली और उन्हेंने भाजपा के विकास पर तंज कसा। दैनिक जागरण प्रिंट में भी अखिलेश की इस रैली से जुड़ी खबर प्रकाशित हुई थी। वहां पर भी हमें जूते या चप्पल फेंकने से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली। ई-पेपर के स्क्रीनशॉट को नीचे देखा जा सकता है।

जांच के दौरान हमें रैली से जुड़े कई अन्य वीडियो मिले, लेकिन कहीं पर भी हमें इस तरह की कोई जानकारी नहीं मिली। वीडियो रिपोर्ट्स में यही बताया गया है कि कन्नौज में अखिलेश यादव का जोरदार स्वागत हुआ। 

https://www.youtube.com/watch?v=zC3kr9oM9r4

अधिक जानकारी के लिए हमने इस रैली को कवर करने वाले दैनिक जागरण के रिपोर्टर अनूप बिश्नोई से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। बिधूना विधानसभा में बेला एरिया के पास यह रैली हुई थी । मैं पूरा समय इस रैली में था। वहां पर ऐसा कुछ नहीं हुआ था। वहां पर लोगों ने फूल फेके थे, जूते या चप्पल नहीं ।

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है। यूजर को 4.2 हज़ार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि कन्नौज रैली में अखिलेश यादव पर फूल और फूलों की माला फेंकी गई थी। इसी के वीडियो को लोगों को गुमराह करने के मकसद से गलत दावों के साथ शेयर किया जा रहा है। 

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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