Fact Check: प्रियंका गांधी को लेकर वायरल जनेऊ और क्रॉस वाला पोस्ट गलत है

हमारी पड़ताल में हमने पाया कि शेयर किया जा रहा फोटो गलत है। एडिटिंग टूल्स के इस्तेमाल से प्रियंका गाँधी के गले में पड़े पत्ती के आकार के लॉकेट को क्रॉस बताया गया है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की 2 तस्वीरें वायरल हो रहीं हैं। पहली तस्वीर में प्रियंका गाँधी ने गले में जनेऊ जैसा दिखने वाला सफ़ेद धागा पहना है और दूसरी तस्‍वीर में उन्होंने गले में क्रॉस पहना है। इन तस्‍वीरों के माध्‍यम से झूठ फैलाया जा रहा है कि प्रियंका अयोध्या में गले में जनेऊ पहनतीं हैं और केरल में गले में क्रॉस पहनतीं हैं। विश्‍वास न्‍यूज की जांच में दावा फर्जी साबित हुआ था।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर ‎Sarla Mundra‎ ने Republic Bharat नाम के फेसबुक पेज पर 15 फरवरी 2021 को प्रियंका गांधी की तस्‍वीरों को अपलोड किया। दावा किया कि प्रियंका गांधी अयोध्या में जनेऊ और केरल में क्रॉस पहनती हैं। पोस्ट के साथ उन्होंने लिखा, “घाट घाट पर पानी बदले। कोस कोस पर वाणी, हर प्रदेश में। धर्म बदले पिंकी गिरगिट रानी 😜😜”

इस पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने दोनों तस्‍वीरों की अलग-अलग पड़ताल करने का फैसला किया। सबसे पहले हमने प्रियंका गांधी की सफ़ेद धागे वाली तस्वीर को जांचा। हमारी पड़ताल में पता चला कि यह तस्‍वीर 20 मार्च 2019 की है। हमें प्रियंका गांधी की इन्हीं कपड़ों में कुछ तस्वीरें मिली। गेट्टी इमेजेज पर मौजूद इन तस्वीरों के साथ लिखे डिस्क्रिप्शन के अनुसार, यह तस्वीर बनारस की हैं। वाराणसी के एक स्‍थानीय पंडित विनय तिवारी ने विश्वास न्यूज़ को बताया कि प्रियंका गांधी ने जनेऊ नहीं सूत के धागे में बंधा हुआ रुद्राक्ष पहना था, जिसे गांडा भी कहा जाता है। यह बनारस में सामान्‍य है।

इसके बाद हमने दूसरी तस्‍वीर की जांच की, जिसमें प्रियंका गांधी को गले में क्रॉस का लॉकेट पहने हुए दिखाया गया है। हमने सबसे पहले इस फोटो का स्क्रीनशॉट लिया और उसे गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया। हमें सर्च के दौरान ‘द स्टेट्समैन’ की एक खबर मिली, जिसमें इस फोटो का इस्तेमाल किया गया था। वायरल हो रही फोटो और ‘द स्टेट्समैन’ में इस्तेमाल फोटो बिल्कुल सामान थीं, सिवाय प्रियंका गाँधी के गले में पड़े लॉकेट के। ‘द स्टेट्समैन’ की फोटो में प्रियंका गाँधी ने गले में सफ़ेद रंग का पत्ती के अकार का लॉकेट पहना है। साफ़ है कि यह फोटो असली है, जिसे एडिट करके वायरल किया जा रहा है। यह खबर January 24, 2019 को फाइल की गयी थी और फोटो में न्यूज़ एजेंसी AFP को क्रेडिट दिया गया था।असली फोटो 17 फरवरी, 2017 का है, जब प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश के रायबरेली में विधानसभा चुनावों में पार्टी के उम्मीदवारों का समर्थन करने के लिए एक रैली में पहुंची थीं।

इस विषय में पुष्टि के लिए हमने जागरण के रायबरेली संवाददाता संतोष सिंह से संपर्क साधा। उन्होंने कन्फर्म किया, “प्रियंका गाँधी की जो तस्वीर वायरल की जा रही है, वो एडिटेड है। असल में उन्होंने गले में क्रॉस नहीं, पत्ती के अकार का लॉकेट पहना था।”

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर Sarla Mundra के अकाउंट की जांच की। हमें सोशल स्‍कैनिंग से पता चला कि यूजर वापी में रहती हैं।

इसी तरह का एक पोस्ट पहले भी वायरल हुआ था। उसे समय भी विश्वास न्यूज़ ने इस दावे की पड़ताल की थी। पूरी पड़ताल यहाँ पढ़ें।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में हमने पाया कि शेयर किया जा रहा फोटो गलत है। एडिटिंग टूल्स के इस्तेमाल से प्रियंका गाँधी के गले में पड़े पत्ती के आकार के लॉकेट को क्रॉस बताया गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट