Fact Check: कांग्रेस विधायक अनिल उपाध्‍याय के नाम पर वायरल पोस्‍ट झूठी है, वीडियो किसी विधायक का नहीं है

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया में एक शख्‍स के वीडियो को वायरल करते हुए कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि यह व्‍यक्ति कांग्रेस का विधायक अनिल उपाध्‍याय है। वीडियो में शख्‍स को विपक्षी पार्टियों और पत्रकारों के खिलाफ बोलते हुए देखा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने जब वायरल पोस्‍ट की जांच की तो पता चला कि वीडियो में दिख रहा शख्‍स कोई कांग्रेस विधायक नहीं, बल्कि जनशक्ति पार्टी (राष्‍ट्रीय) की टिकट से दिल्‍ली विधानसभा चुनाव लड़ चुके विनय कुमार सिंह हैं। वे पेशे से शिक्षक हैं। इनका कांग्रेस से कोई संबंध नहीं है। विश्‍वास न्‍यूज ने पहले भी ऐसी कई पोस्‍टों की पड़ताल की है, जो काल्‍पनिक विधायक अनिल उपाध्‍याय के नाम पर वायरल हो चुकी हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर शैलेष मिश्रा ने 16 मार्च 2020 को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया : ”कांग्रेस विधायक अनिल उपाध्याय अनजाने में कह गया पर सही बोल दिया इस video को इतना वायरल करो कि ये पूरा हिन्दुस्तान देख सके.”

इस वीडियो को अब तक 39 हजार बार देखा जा चुका है, जबकि शेयर करने वालों की तादाद तीन हजार से ज्‍यादा है।

फेसबुक के अलावा वॉट्सऐप, ट्विटर पर भी ये वीडियो झूठे दावों के साथ वायरल हो रहा है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो को InVID टूल में अपलोड करके कई वीडियो ग्रैब निकाले। इसके बाद इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया। सर्च के दौरान हमें ओरिजनल वीडियो The Newspaper नाम के एक यूटयूब चैनल पर मिला। कथित विधायक अनिल उपाध्‍याय के नाम पर वायरल वीडियो में ‘The न्‍यूजपेपर’ का लोगो लगा हुआ था। यही लोगो हमें ओरिजनल वीडियो में भी मिला।

जांच में पता चला कि 11:11 मिनट के ओरिजनल वीडियो में से कुछ हिस्‍सा काटकर झूठे दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। 4 मार्च 2020 को अपलोड किए गए वीडियो में शख्‍स का परिचय एक प्रोफेसर के तौर पर दिया गया था। पूरा वीडियो आप यहां देख सकते हैं।

पड़ताल के दौरान हमें ओरिजनल वीडियो ‘The Newspaper’ के फेसबुक पेज पर भी मिला। इसे 5 मार्च को अपलोड किया गया था। इसे आप यहां देख सकते हैं।

इसके बाद हमने ‘The Newspaper’ के मॉडरेटर अंश साहू से संपर्क किया। उन्‍होंने हमें बताया कि वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहे शख्‍स कोई विधायक नहीं, बल्कि विनय कुमार सिंह हैं।

अब बारी थी विनय कुमार सिंह से बात करने की। विश्‍वास न्‍यूज से बातचीत में विनय ने बताया कि वायरल वीडियो में दिख रहे शख्‍स वहीं हैं। वे पेशे से शिक्षक हैं। 2020 के दिल्‍ली विधानसभा चुनाव में वे पटपड़गंज विधानसभा से जनशक्ति पार्टी (राष्‍ट्रीय) की टिकट से मैदान में भी उतर चुके हैं।

इसके बाद विश्‍वास न्‍यूज ने चुनाव लड़ने वाले नेताओं के डेटा को कम्‍पाइल करने वाली वेबसाइट myneta.info पर विनय कुमार सिंह के एफिडेविट की जांच की तो हमें पता चला कि उन्‍होंने दिल्‍ली विधानसभा चुनाव लड़ा था। दिल्‍ली के मंगोलपुरी के रहने वाले विनय पॉलिटिकली काफी सक्रिय हैं। इनके एफिडेविट को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल के दौरान हमें अनिल उपाध्याय के नाम से ऐसा कोई नेता नहीं मिला, जो कांग्रेस से जुड़ा हुआ हो। Myneta.info वेबसाइट पर हमें अनिल उपाध्याय नाम से कई नेताओं का जिक्र मिला, लेकिन इनमें से कोई कांग्रेस से जुड़ा हुआ नहीं था।

अंत में हमने फर्जी दावे के साथ वीडियो को वायरल करने वाले फेसबुक यूजर शैलेष मिश्रा की सोशल स्‍कैनिंग की। हमें पता चला कि एक खास विचारधारा से जुड़ा हुआ है। इनके अकाउंट पर इस विचारधारा से जुड़ी पोस्‍ट ज्‍यादा अपलोड की जाती है। यूजर यूपी का रहने वाला है।

False
Symbols that define nature of fake news
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