भारत में गोशाला की खराब स्थिति की वजह से बड़ी संख्या में गोवंश के मरने के दावे के साथ वायरल पोस्ट भ्रामक है। पोस्ट में इस्तेमाल की गई तीन तस्वीरों में दो तस्वीरें अफ्रीका में सूखे की वजह से पशुओं की मौत से संबंधित है, जिसे भारत का बताकर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में तीन तस्वीरें नजर आ रही है, जिसमें बड़ी संख्या में मृत गोवंश को देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीरें भारत में मौजूद किसी गोशाला की है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रही तीन तस्वीरों में दो तस्वीरें अफ्रीकी देशों में सूखा की वजह से पशुओं की मौत से संबंधित है। इन तस्वीरों को भ्रामक दावे के साथ भारत के नाम पर वायरल किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर ‘Huma Naqvi’ ने वायरल तस्वीरों (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”गाय को मारना पाप है लेकिन गौशाला मे चारदीवारी मे कैद करके महीनो तक भूखी प्यासी रखना उन्हे तड़पा तड़पा कर मारना क्या ये पुण्य है? प्रत्येक गाय के नाम पर लगभग 160-165 रूपये उनके भोजन की व्यवस्था के लिए सरकार।”
पड़ताल किए जाने तक इस तस्वीर को करीब दो सौ से अधिक लोग शेयर कर चुके हैं। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल पोस्ट में तीन तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है। इसलिए हमने इन तीनों तस्वीरों की बारी-बारी पड़ताल की।
गूगल रिवर्स इमेज सर्च में हमें यह तस्वीर www.nbcnews.com की वेबसाइट पर 17 दिसंबर 2009 को प्रकाशित एक रिपोर्ट में लगी मिली।
रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, यह तस्वीर (16 सितंबर 2009) अफ्रीकी देश केन्या में सूखे की वजह से कमजोर और मृत्यु के मुहाने पर खड़े पड़े पशुओं की हैं। नुकसान से बचने के लिए स्थानीयों किसानों ने इन पशुओं को कसाई घरों को बेच दिया।
www.theguardian.com की वेबसाइट पर चार अप्रैल 2014 को प्रकाशित रिपोर्ट में भी इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है और इसके केन्या का होने की जानकारी दी गई है।
गूगल रिवर्स इमेज सर्च में हमें यह तस्वीर nation.africa की वेबसाइट पर तीन अक्टूबर 2009 को प्रकाशित रिपोर्ट में लगी मिली।
रिपोर्ट के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘यह तस्वीर भी केन्या की है, जहां सूखे की वजह से बड़ी संख्या में पशुओं की मौत हो गई और किसानों ने उन्हें कसाई घरों को बेच दिया।’
गूगल रिवर्स इमेज किए जाने पर हमें यह तस्वीर कई रिपोर्ट्स में मिली। द लल्लनटॉप डॉट कॉम की वेबसाइट पर आठ अगस्त 2016 को प्रकाशित रिपोर्ट में इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है।
रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘यह तस्वीर राजस्थान के हिंगौनिया गोशाला की है, जहां भूख प्यास की वजह से इन पशुओं की मौत हो गई।’
इंडिया टीवी के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर 31 अगस्त 2016 को अपलोड किए गए वीडियो बुलेटिन में भी इस घटना की जानकारी दी गई है। साथ ही इसमें वायरल तस्वीर को भी देखा जा सकता है।
हमने इन तस्वीरों को लेकर हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के जयपुर के ब्यूरो चीफ नरेंद्र शर्मा से संपर्क किया। उन्होंने बताया, ‘वायरल पोस्ट में नजर आ रही तीन तस्वीरों में से एक ही राजस्थान के हिंगौनिया गोशाला से संबंधित है और यह भी पुरानी घटना है।’
वायरल तस्वीर को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाली यूजर को फेसबुक पर करीब 86 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: भारत में गोशाला की खराब स्थिति की वजह से बड़ी संख्या में गोवंश के मरने के दावे के साथ वायरल पोस्ट भ्रामक है। पोस्ट में इस्तेमाल की गई तीन तस्वीरों में दो तस्वीरें अफ्रीका में सूखे की वजह से पशुओं की मौत से संबंधित है, जिसे भारत का बताकर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
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