विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी पाया। शिवसेना ने सिख फौजियों की शहादत पर जश्न नहीं मनाया है और जिस वीडियो में चीन आर्मी जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं उसमें कोई भी शिवसैनिक नहीं है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। कुछ दिनों पहले लद्दाख की गलवान घाटी में चाइना के साथ हुई झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे, जिसके बाद पूरे देश ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी थी। अब एक वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि शिवसेना ने झड़प के दौरान शहीद हुए 4 फौजियों की मृत्यु पर जश्न मनाया और चीन आर्मी जिंदाबाद के नारे भी लगाए।
विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी पाया। शिवसेना ने सिख फौजियों की शहादत पर जश्न नहीं मनाया है और जिस वीडियो में चीन आर्मी जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं उसमें कोई भी शिवसैनिक नहीं है।
फेसबुक यूज़र Manjeet Singh Pannu ने एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया: “4 सिख फौजी भाइयों की शहादत पर चीन आर्मी जिंदाबाद के नारे लगाते हुए देश के सच्चे देशभक्त (शिवसेना) यह केवल सीख नहीं भारतीय सेना के जवान देश की आन बान शान भी है थू है ऐसे गद्दारों पर”
वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड लिंक।
पड़ताल की शुरुआत करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और सुना। वीडियो में एक सिख व्यक्ति एक वीडियो को दिखाता है, जिसमें चीन आर्मी जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं और साथ ही व्यक्ति दावा करता है कि शिवसेना ने गलवान घाटी में चीन के साथ झड़प के दौरान शहीद हुए सिख फौजियों की शहादत पर जश्न मनाया है।
इस वीडियो में शिवसेना का नाम लिया गया था इसलिए हमने सबसे पहले शिवसेना पंजाब के प्रधान संजीव घनौली से फोन पर बात की। संजीव ने हमें बताया, “वीडियो में कोई भी शिवसैनिक नहीं है। हमें बदनाम करने के लिए ऐसे पोस्ट वायरल किए जाते हैं। शिवसेना सारे धर्मों का सम्मान करती है और ऐसा कभी भी नहीं हो सकता कि शिवसैनिक देश के फौजियों की शहादत पर जश्न मनाए।“
शिवसेना की तरफ से यह साफ किया गया कि नारेबाजी वाले वीडियो में कोई भी शिवसैनिक नहीं है। अब हमने इस वीडियो के बारे में सर्च करना शुरू किया। जरूरी कीवर्ड के साथ फेसबुक सर्च करने पर हमें पता चला कि यह वीडियो जम्मू का है। हमें यह वीडियो जम्मू से जुड़े कई पेज पर अपलोड मिला। JK Prant Samachar नाम के पेज पर इस नारे के वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा गया: #जेकेपीएस न्यूज:- जम्मू कश्मीर भाजपा के पूर्व उपमुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता शहीदों को श्रंद्धाजलि दे रहे है ओर उनके कार्यकर्ता चीनी आर्मी ज़िंदाबाद के नारे लगा रहे है ….. सुरेंद्र चौहान जिला अध्यक्ष जम्मू ग्रामीण, जम्मू कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी
यह वीडियो कई जगहों पर हमें जम्मू के नाम से शेयर किया गया मिला और इसके साथ दावा किया गया कि जब जम्मू के पूर्व डिप्टी CM कवींद्र गुप्ता शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहे थे तब किसी कार्यकर्ता के मुंह से उस समय चीन आर्मी जिंदाबाद का नारा लग गया।
अभी तक की पड़ताल में हमें कहीं भी कोई ऐसा सबूत नहीं मिला, जिसने दावा किया हो कि इस नारेबाजी की वजह सिख जवानों का शहीद होना था।
अब हमने इस मामले को लेकर जम्मू के पूर्व डिप्टी CM कवींद्र गुप्ता से सम्पर्क किया। उन्होंने हमारे साथ बात करते हुए बताया, “हां, मैंने यह वीडियो देखा और यह साफ़ करना चाहता हूं कि इस नारेबाजी में मेरा कोई रोल नहीं। नारेबाजी के दौरान अगर गलती से किसी के मुंह से चीन मुर्दाबाद की जगह जिंदाबाद निकल गया तो उसमें मेरा कोई कसूर नहीं है। इसमें लोगों की मंशा देखनी चाहिए। हमने यहां गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों के लिए श्रद्धांजलि सभा रखी थी।“
हमें Greater Jammu नाम की न्यूज़ वेबसाइट पर 23 जून 2020 को प्रकाशित एक खबर मिली, जिसमें कवींद्र को उन्हीं कपड़ों में देखा जा सकता है, जो उन्होंने वायरल वीडियो में पहने हुए हैं। यह खबर यहां क्लिक कर पढ़ी जा सकती है।
अब हमने इस मामले को लेकर हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के जम्मू इंचार्ज राहुल शर्मा से संपर्क किया। राहुल ने हमारे साथ बात करते हुए बताया, “इस वीडियो में शिवसेना का कोई रोल नहीं है। यह जम्मू के गांधीनगर विधानसभा क्षेत्र में हुई एक श्रद्धांजलि सभा थी, जो गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों के लिए रखी गई थी। उसी समय नारेबाजी के दौरान एक व्यक्ति के मुंह से चीन आर्मी जिंदाबाद निकल गया था। अगर आप वीडियो को ध्यान से देखोगे तो पता चलता है कि जैसे ही व्यक्ति चीन आर्मी जिंदाबाद बोलता है तभी दूसरा व्यक्ति हैरानी से बोलता है कि जिंदाबाद, जिससे यह साफ़ हुआ कि यह नारा गलती से निकला था इसके पीछे कोई गलत मंशा नहीं थी। यह बात साफ़ है कि यह श्रद्धांजलि सभा थी, कोई जश्न समारोह नहीं।“
इस वीडियो को सोशल मीडिया पर कई लोगों ने शेयर किया है और इन्हीं में से एक है Manjeet Singh Pannu नाम का फेसबुक यूज़र। यह यूज़र हरियाणा के घरौंडा में रहता है।
निष्कर्ष: विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी पाया। शिवसेना ने सिख फौजियों की शहादत पर जश्न नहीं मनाया है और जिस वीडियो में चीन आर्मी जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं उसमें कोई भी शिवसैनिक नहीं है।
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