Fact Check: ‘पीएम रामबाण योजना’ के तहत 4000 रुपये दिए जाने का दावा करती वायरल पोस्ट फर्जी है

‘पीएम रामबाण योजना’ के तहत 4,000 रुपये दिए जाने का दावा करने वाले संदेश और पोस्ट फर्जी हैं। सरकार की ओर से ऐसी कोई योजना नहीं है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): विश्वास न्यूज को अपने वॉट्सऐप समेत कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वायरल पोस्ट मिली, जिसमें दावा किया जा रहा है कि ‘प्रधानमंत्री रामबाण सुरक्षा योजना’ के तहत मैसेज में दिए गए लिंक पर रजिस्ट्रेशन करने पर युवाओं को 4000 रुपए मिल रहे हैं। विश्वास न्यूज़ ने पड़ताल में पाया कि यह दावा फर्जी है। ‘पीएम रामबाण योजना’ जैसी कोई योजना है ही नहीं।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर राजन कुमार साजन ने इस पोस्ट को शेयर किया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर और साथ में लिखे टेक्स्ट में कहा गया है कि मुफ्त इलाज और सुरक्षा के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री रामबाण सुरक्षा योजना शुरू की है और इसके अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करने पर युवाओं को 4000 रुपए मिल रहे हैं। यह लिंक और भी कई सोशल मीडिया पोस्ट्स में शेयर किया गया है। सभी पोस्ट में रजिस्टर करने के लिए कहा गया है। लिंक एक ब्लॉगस्पॉट लिंक था।

यहां पोस्ट और आर्काइव वर्जन देखें।

पड़ताल:

विश्वास न्यूज ने सबसे पहले उस लिंक की पड़ताल की, जिसे वायरल संदेश के साथ व्यापक रूप से साझा किया जा रहा था।

(विश्वास न्यूज अपने पाठकों से अपील करता है कि ऐसे किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।)

लिंक में प्रधानमंत्री रामबन सुरक्षा योजना के तहत एक पंजीकरण फॉर्म शामिल था।

हमने रजिस्टर करने के लिए क्लिक किया और फॉर्म में एक यूपीआई एपीपी और संपर्क नंबर चुनने के लिए कहा।

एक सरकारी योजना के लिए आवेदन करने के लिए केवल संपर्क विवरण पर्याप्त नहीं है। एक व्यक्ति को एक आवेदन पत्र के साथ विभिन्न दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता होती है।

इसके बाद हमने सरकारी पोर्टल के उस अनुभाग का दौरा किया, जिसमें सभी योजनाएं शामिल हैं। हमने उपयुक्त कीवर्ड से भी खोजा। हमें ‘प्रधानमंत्री रामबाण सुरक्षा योजना’ नाम की कोई योजना नहीं मिली।

जांच के अंतिम चरण में विश्वास न्यूज ने अमेय विश्वरूप, आत्मानिर्भर भारत अभियान प्रमुख, नागपुर शहर, से बात की। उन्होंने बताया. “प्रधानमंत्री रामबाण सुरक्षा योजना’ के नाम से कोई योजना नहीं है। यह सरकारी योजना के नाम पर घोटाला है।”

विश्वास न्यूज ने आखिरकार पोस्ट शेयर करने वाले यूजर का बैकग्राउंड चेक किया। विशाल कनौजिया विशाल कनूजिया खलीलाबाद के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: ‘पीएम रामबाण योजना’ के तहत 4,000 रुपये दिए जाने का दावा करने वाले संदेश और पोस्ट फर्जी हैं। सरकार की ओर से ऐसी कोई योजना नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
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