Fact Check: यह गांधी जी की असली तस्‍वीर नहीं है, ब्रिटिश फिल्‍म का एक सीन है

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। कुछ लोग ब्रिटिश फिल्म ‘Nine Hours to Rama’ के एक सीन की तस्‍वीर को महात्‍मा गांधी की असली तस्‍वीर के नाम से वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। इंटरनेट की दुनिया में अक्‍सर महात्‍मा गांधी को लेकर कई प्रकार के झूठ वायरल होते रहते हैं। इस बार एक तस्‍वीर वायरल हो रही है। इस तस्‍वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि तस्‍वीर में गांधी का हत्‍यारा नाथू राम गोडसे है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल तस्‍वीर की पड़ताल की। हमें पता चला कि यह तस्‍वीर 1963 में आई ब्रिटिश फिल्‍म ‘Nine Hours to Rama’ का एक सीन है। इसे कुछ लोग उस दिन से जोड़कर वायरल कर रहे हैं, जिस दिन गांधी जी को गोली मारी गई थी। पहले भी इसी फिल्‍म के एक सीन को फर्जी दावों के साथ वायरल किया जा चुका है। वह पड़ताल आप यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं। हमारी पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई।

क्या हो रहा है वायरल?

फेसबुक पेज ‘डंडा पीर है बिगड़े तिगड़ों का’ (ਡੰਡਾ ਪੀਰ ਹੈ ਵਿਗੜਿਆਂ ਤਿਗੜਿਆਂ ਦਾ) ने इस तस्वीर को अपलोड करते हुए लिखा: “ਇਹ ਉਸ ਵੇਲੇ ਦੀ ਇਤਿਹਾਸਕ ਤਸਵੀਰ ਜਦੋਂ ਗੌਡਸੇ ਨੇ ਗਾਧੀ ਨੂੰ ਤਿੰਨ ਗੋਲੀਆਂ ਮਾਰੀਆਂ ਸੀ ,ਤੇ ਉਸਨੇ ਆਪਣੇ ਬਿਆਨ ਵਿਚ ਕਿਹਾ ਸੀ ਗਾਧੀ ਨੇ ਭਾਰਤ ਦੇ ਦੋ ਟੁੱਕੜੇ ਕਿਉ ਕੀਤੇ ਤੇ ਜੇ ਗਾਧੀ ਨੇ ਮੁਹੰਮਦ ਅਲੀ ਜਿਨਾਹ ਨੂੰ ਵੱਖਰਾ ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਬਣਾਉਣ ਤੋ ਰੋਕਿਆ ਹੁੰਦਾ ਤੇ ਲੱਖਾਂ ਹਿੰਦੂ ਸਿੱਖ ਆਪਣੀ ਜਾਨ ਨਾ ਗੁਵਾਉਦੇ , ਅਸਲ ਵਿੱਚ ਗਾਧੀ ਬਹੁਤ ਘੱਟੀਆ ਬੰਦਾ ਸੀ, ਨੱਥੂ ਰਾਮ ਗੌਡਸੇ ਨੇ 153 ਕਾਰਨ ਹੋਰ ਦੱਸੇ ਸੀ ਅਦਾਲਤ ਨੂੰ ਗਾਧੀ ਨੂੰ ਮਾਰਨ ਦੇ ✍️”

इसका हिंदी में अनुवाद है- यह उस समय की ऐतिहासिक तस्वीर है, जब गोडसे ने गांधी को तीन गोलियां मारी थी।”

वायरल पोस्‍ट का फेसबुक और आकाईव वर्जन देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल तस्‍वीर की पड़ताल के लिए गूगल रिवर्स इमेज टूल का सहारा लिया। पड़ताल की शुरुआत करते हुए हमने तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड कर सर्च किया। सर्च के नतीजों से पता चला कि यह तस्वीर ब्रिटिश फिल्म ‘Nine Hours To Rama’ की एक सीन का है। सर्च के दौरान हमें यह तस्वीर Shutterstock नाम की वेबसाइट पर मिली। तस्वीर को लेकर बताया गया कि तस्‍वीर ब्रिटिश फिल्म ‘Nine Hours To Rama’ का एक सीन है। ओरिजनल तस्‍वीर यहां देखें।


Image Credit- Shutterstock

अब हमें ‘Nine Hours To Rama’ के बारे में जानकारी जुटाना था। विस्‍तार से जानकारी हमें IMDb नाम की वेबसाइट पर भी मिली। इस वेबसाइट पर मौजूद तस्वीरों को देख कर यह साफ हो गया कि वायरल तस्वीर ‘Nine Hours To Rama’ का ही एक सीन है। यह फिल्म 1963 में आई थी। फिल्म स्टेनली वॉलपर्ट (Stanley Wolpert) के उपन्यास पर बनी थी। गोडसे का रोल जर्मन एक्टर होर्स्ट बुचोल्ज़ (Horst Buchholz) और महात्मा गांधी की भूमिका जेएस कश्यप (Js Casshyap) ने निभाई थी। फिल्म के डायरेक्टर मार्क रॉबसन थे।


Soruce- IMDb

पड़ताल के अगले चरण में हमने महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी से संपर्क किया। उन्‍होंने विश्‍वास न्‍यूज को बताया, “यह तस्वीर असल में ब्रिटिश फिल्म ‘Nine Hours to Rama’ का एक सीन है। यह फिल्म बापू की हत्या पर बनाई गई थी। ऐसी कई तस्वीरें पहले भी बापू के नाम पर लोग फैला चुके हैं, जबकि इनका सच्चाई से कोई संबंध नहीं होता है।”

अब हमें यह जानना था कि महात्मा गांधी को लेकर फर्जी तस्‍वीर को वायरल करने वाला यूजर कौन है। यूजर के फेसबुक पेज की सोशल स्‍कैनिंग से पता चला, ‘डंडा पीर है बिगड़े तिगड़ों का’ नाम के इस पेज पर पंजाब से जुड़ी खबरों को ज्‍यादा शेयर किया जाता है। इस पेज को 17 जुलाई 2019 को बनाया गया था। इसे 48 हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। कुछ लोग ब्रिटिश फिल्म ‘Nine Hours to Rama’ के एक सीन की तस्‍वीर को महात्‍मा गांधी की असली तस्‍वीर के नाम से वायरल कर रहे हैं।

False
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